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Kamal Vishwakarma
खारोचे बहोत है? आओ ना!! जिस्म उतार केे देखो.... ©Kamal Vishwakarma खारोचे #Nojoto #nojotohindi #nojotoquote #alone
JASRANA
तेरे बिन गुजरते बारों से क्या याद बन चुभ रहे खारों से क्या निगाहों में खिजां का मौसम है जिस्म को सैर-ए-बहारों से क्या दिल की हर चाह तो अधूरी है नज़र को टूटते तारों से क्या जड़ों से खा लिया है दीमक ने शजर को चल रहे आरों से क्या तूफान-ए-बहर से बचा ना सके ऐसे कम्बख्त किनारों से क्या दिल तो प्यासा रहा मुहब्बत में बे-पनाह बह रहे धारों से क्या बारों - समय खारों - काँटों खिजां - पतझड़ शजर-पेड़ तूफान-ए-बहर - समंदर का तूफान #तेरे बिन
Sarbjit sangrurvi
ना आए हाथ मेरे, फुल मुहब्बतों के, खारों ने मुझे क्यों, बदनाम कर दिया। तरसते रहे किसी के, दिल में बस जाने को, खटखटाया बहुत दरवाजा , ना दिल घर दिया। @©®✍️ सरबजीत संगरूरवी ©Sarbjit sangrurvi ना आए हाथ मेरे, फुल मुहब्बतों के, खारों ने मुझे क्यों, बदनाम कर दिया। तरसते रहे किसी के, दिल में बस जाने को, खटखटाया बहुत दरवाजा ,
Islam Khan
हिंडोली उपखंड क्षेत्र के ग्राम सथूर में गोरक्षा जन क्रांति यात्रा सथूर में निकाली गई! यात्रा तेजाजी चौक बस स्टैंड से होती हुई कस्बे के मुख्य
Tariq Azeem 'Tanha'
इश्क़ में हैं गुज़रे हम तेरे शहर से तनहा, महब्बत के उजड़े हुए घर से तनहा! हम वो हैं जो जीये जिंदगी भर से तनहा, और महशर में भी जायेंगे दहर से त
Ganesh Singh Jadaun
#याद कभी हंस कर नहीं देखा,न की प्यार से बातें, सुना है उनको भी अब तो, हमारी याद आती है। बिखर गए हम फैलाकर, चमन में प्यार की खुशबू, सुना है
Ganesh Singh Jadaun
#याद कभी हंस कर नहीं देखा,न की प्यार से बातें, सुना है उनको भी अब तो, हमारी याद आती है। बिखर गए हम फैलाकर, चमन में प्यार की खुशबू, सुना है उस गुल को , अब खारों की याद आती है। उन्हें फुर्सत नहीं थी कल हमारा हाल सुनने की, अब कहते हैं वो हर पल तुम्हारी याद आती है । हमें मतलब नहीं है अब, इस दुनिया से ऐ यारो, हमें जो याद करता है,उसी की याद आती है ।। ___________ ©® गणेश 'सिंह' जादौन #याद कभी हंस कर नहीं देखा,न की प्यार से बातें, सुना है उनको भी अब तो, हमारी याद आती है बिखर गए हम फैलाकर, चमन में प्यार की खुशबू, सुना है
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
कब किसी से रही संभलती ये जिंदगी, रेत के जैसी रही फिसलती ये जिंदगी//१ रोज लीपा_पोती किए अब तलक,हरेक पल_पहर,रही दरकती ये जिंदगी//२ सौर के टीबे पर रोज़ सोती रही मानिंदे चिंगारी रही सुलगती ये जिंदगी//३ किस्मतों के लिखे दर्द भी थे, बेसबब परिंद ए मानिंद रही चहकती ये जिंदगी//४ "शमा"खारो की सेज है,और चुभन बेहिसाब, गुले मानिंद रही महकती ये जिंदगी//५ #ShsmawritesBebak ©shama writes Bebaak कब किसी से रही संभलती ये जिंदगी,रेत के जैसी रही फिसलती ये जिंदगी//१ रोज लीपा_पोती किए अब तलक,हरेक पल_पहर रही दरकती ये जिंदगी//२ *सौर के*ट