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Insprational Qoute
मंजिल की चाह में निकले हो तो भूल जाना, राहों का आरामगाह व सफा चट मिल जाना, मुलाजिम है राहों में कहर ए ग़मो का आना, तू धैर्य व संयम से मुश्किल डगर के पार जाना, गिराना चाहेगें प्रतिद्वंद्वी तुझे कर लाख कोशिश, अटल अड़िग रह अपनी राह से कभी न भटकना, नित्य प्रयत्नशील रह सफ़लता के शिखर पर जाना। Welcome back "" apni rah"" 🙏🙏🙏 Lot's of collaborators waiting to u,now waiting life line is finish 👍👍👍👍so collaborators ready for the motivational collab with enthusiasm 👍👍👍👍👍 Dedicating a #testimonial to Apni Rah☑️ मंजिल की चाह में निकले हो तो भूल जाना, राहों का आरामगाह व सफा चट मिल जाना, मुलाजिम है राहों में क
रजनीश "स्वच्छंद"
सोचना साहिब।।। जरूरी नही कि हर बात पे वाह वाह मिले, जैसी हो चाह, वैसी ही कोई राह मिले।। उम्मीदों पे रखना काबू तुम ऐ साहिब, जिसने की उम्मीद उसे बस आह मिले।। ज़िन्दगी है प्लास्टिक का चप्पल नहीं, कि टूट जाये तो जोड़ने को लाह मिले। रुक जाना तो नाम नहीं ज़िन्दगी का, रहो चलते, जाने कहाँ आरामगाह मिले। हर दरिया है पार करना खुद ही तुमको, क्या पता कश्ती का न कोई मल्लाह मिले। अनुभवों में हैं छुपे पुस्तक कईं, पढ़ लेना, क्या खबर, दोराहे पर न कोई सलाह मिले। हम तो बंजारे साहिब, गा लिख जाएंगे, जहां भी दो ताली और दो वाह मिले।। ©रजनीश "स्वछंद" सोचना साहिब।।। जरूरी नही कि हर बात पे वाह वाह मिले, जैसी हो चाह, वैसी ही कोई राह मिले।। उम्मीदों पे रखना काबू तुम ऐ साहिब, जिसने की उम्मीद
Shree
छोटी सी बात अनुशीर्षक जिंदगी की किताब में कुछ पन्ने ऐसे जुड़ जाते हैं, जो हमने कहानी के हिसाब से सोचा नहीं था। जुड़ने के साथ-साथ नए मोड़ ले कर आते हैं जिंदगी में।
Garuna_Anurag
दिन तो किसी तरह गुज़र जाते हैं लेकिन रातें दर्द से भरी होती हैं ज़ख़्म तो समय के साथ भर जाते हैं लेकिन निशान रह जाते हैं अपने आरामदेह बिस्तर पर पड़ा मैं करवटें बदलता हूं और सोने की कोशिश करता हूं लेकिन ख़याल मेरे दिमाग़ में उमड़ रहे हैं और जमा हो गए हैं दिन तो किसी तरह गुज़र जाते हैं लेकिन रातें दर्द से भरी होती हैं ज़ख़्म तो समय के साथ भर जाते हैं लेकिन निशान रह जाते हैं अपने आरामदेह बिस्तर
yogesh atmaram ambawale
दोन दोन ओळी,मी सतत लिहीत राहिलो, नंतर नंतर लक्षात आले,हे मी काय करत राहिलो. चारोळी आरामात लिहून झाल्या असत्या, उगाचच ह्या दोन दोन ओळी लिहीत राहिलो. शुभ संध्या मित्रहो आजाच विषय आहे "नंतर नंतर" #नंतरनंतर हा विषय शिवाजी सांगळे यांचा आहे. #collab #yqtaai Best YQ Marathi Quotes पेज ला भेट द
Shravan Goud
मेहनत के बाद सुकुन के पल आर्मीदा होते हैं। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "आर्मीदा" "aarmiida" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आरामदेह एवं अंग्रेजी में अर्थ हो
Vedantika
आर्मीदा ज़िंदगी की ख्वाहिशें कम न हुई बस दब गई, वो समझते रह गए कि हमने खुशी से फ़र्ज़ निभाया है। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "आर्मीदा" "aarmiida" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आरामदेह एवं अंग्रेजी में अर्थ हो
yogesh atmaram ambawale
तिच्या वाटेवर उभा राहून, जेव्हा तिची वाट पाहत असतो. सर्व अनोळखी चेहरे, तरी प्रत्येक चेहरा ओळखीचा वाटत असतो. प्रेम आहे हे असेच घडते, कुणी पाहिलं तर ह्या प्रश्नाने मन घाबरते. वाट पाहत असता तिची मन आतुर असते, मी पार वैतागतो ती मात्र आरामात येते. शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे वाट... #वाटतुझी #वाट1 चला तर मग लिहूया. #collab #yqtaai लिहित राहा. #YourQuoteAndMine Collaborating with
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
तलाश दीवारों में कुछ छेद थे… इन्हें आज भर दिया| अब इंतज़ार इनसे लिपट तो सकता है, मगर ख्यालों तक नहीं पहुंचेगा| दर्द चुनवा दिए हैं…यह अब ज़हन में क़ैद रहेगा| किसी चरागाह की तलाश नहीं है| अब इसे भी घुटन नहीं होती| मायने जिंदिगी के मुझे नहीं सताते… बेमतलब ही सही वजूद| अब अपनी खुदी को आईने में देखने की ज़रूरत नहीं| कोई हाथ बढाये तो थम लेंगे… वो लम्हा जी लेंगे| उस हाथ की लकीरों में शायद मैं कहीं था| हमारे हातों से तो हमने सब मिटा दिया है| हर कोई मुझे अपने रंग में रंग ले| अपने कच्चे पक्के घड़े में डाल ले| मैं तो पानी ही हूँ उनके लिए| अपने घड़े तोड़ दिए हैं मैंने| यूँ बसर रहेगी अपनी… तलाश के बिना| खाल बस है.. उसे उकेल के कुछ हासिल नहीं है किसी को| एक दुनिया क़यामत के इंतज़ार में खुद को ज़र्रा ज़र्रा मार रही है| कोई आवाज़, कोई लफ्ज़, कोई सबूत, कोई गवाह नहीं है इसका| अंकुर दीवारों में कुछ छेद थे… इन्हें आज भर दिया| अब इंतज़ार इनसे लिपट तो सकता है, मगर ख्यालों तक नहीं पहुंचेगा| दर्द चुनवा दिए हैं…यह अब ज़हन में क़