Nojoto: Largest Storytelling Platform

New क्षुधितः Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about क्षुधितः from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, क्षुधितः.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Sarita Shreyasi

काँच की चार चूड़ियां पहन कर, चार साल की बेटी मेरी इतराती है, फूली नहीं समाती है,इठलाती हुई आती, सूखते होठों पर मुस्कान परोस जाती है, फुदकती, #Woman #Childhood #yqbaba #yqdidi

read more
पायल की शोर सुनने को जब सीढ़ियों पर दौड़ जाती थी,
तेजी से उतरती दहलीज पार गली में भाग जाती थी,
खिलखिलाहट खुल के सर्दी की धूप-सी पसर जाती थी,
एक निश्छल हँसी से घर भर की मुस्कान निखर जाती थी।

उम्र की उतरती सीढ़ियों पर हमारी खुशी देखने ठहरती थी,
हमारी मुस्कान संजोने में उसकी साँस- साँस बिखरती थी,
जो खोया सब भूल कर, पूरा जीवन, अंतिम घूँट में  पीती,
दादी हमारी खुशियों में अपने छोटे बड़े सारे शौक जीती थी। काँच की चार चूड़ियां पहन कर, 
चार साल की बेटी मेरी इतराती है,
फूली नहीं समाती है,इठलाती हुई आती,
सूखते होठों पर मुस्कान परोस जाती है,
फुदकती,

Sarita Shreyasi

काँच की चार चूड़ियां पहन कर, चार साल की बेटी मेरी इतराती है, फूली नहीं समाती है,इठलाती हुई आती, सूखते होठों पर मुस्कान परोस जाती है, फुदकती, #Woman #yqbaba #bachpan #yqdidi

read more
काँच की चार चूड़ियां पहन कर, 
चार साल की बेटी मेरी इतराती है,
फूली नहीं समाती है,इठलाती हुई आती,
सूखते होठों पर मुस्कान परोस जाती है,
फुदकती, थिरकती ,किलकारियां उसकी
क्षुधित आँखों को मीठी दावत दे जाती है। काँच की चार चूड़ियां पहन कर, 
चार साल की बेटी मेरी इतराती है,
फूली नहीं समाती है,इठलाती हुई आती,
सूखते होठों पर मुस्कान परोस जाती है,
फुदकती,

दि कु पां

मैं शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार। डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूं जिसमें नचता भीषण संहार। रणचण्डी की अतृप्त प्यास, मैं दुर्गा का

read more
हिंदू तन मन.... मैं शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार।
डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूं जिसमें नचता भीषण संहार।
रणचण्डी की अतृप्त प्यास, मैं दुर्गा का

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 3 – अकुतोभय हिरण्यरोमा दैत्यपुत्र है, अत: कहना तो उसे दैत्य ही होगा। उसका पर्वताकार

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8

।।श्री हरिः।।
3 – अकुतोभय

हिरण्यरोमा दैत्यपुत्र है, अत: कहना तो उसे दैत्य ही होगा। उसका पर्वताकार

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 3 – अकुतोभय हिरण्यरोमा दैत्यपुत्र है, अत: कहना तो उसे दैत्य ही होगा। उसका पर्वताकार

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8

।।श्री हरिः।।
3 – अकुतोभय

हिरण्यरोमा दैत्यपुत्र है, अत: कहना तो उसे दैत्य ही होगा। उसका पर्वताकार
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile