Find the Latest Status about मानकर प्रो हिंदी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मानकर प्रो हिंदी.
Fragrance
क्या बात करती हो तुम्हारे बिना जीना कैसा होश मदहोशी न बने तो पीना कैसा ©Fragrance #devdas प्रो
Anil Singhania
जय गंगे!! आज माँ गंगा में जा मिले गंगा को चाहने वाले ! गंगे भी हार गयी अब कहां अच्छे दिन आने वाले गंगा पर मौन है तीन पीढी़यों के राज का राजकुमार और जुमले सुनाते रह गये खुद को गंगापुत्र बताने वाले !! गंगे!!! गंगापुत्र प्रो. जी डी अग्रवाल को समर्पित!!
Love Guru
कृपया 2 त्रुटियों को सही कर के पढ़ें रख राख=राख राख अनैकित=अनैतिक ©Sarvesh Rockstar बड़े भाई प्रो. लक्ष्मण यादव के जज्बे को सलाम .......!!
Dev Karan Singh Meena
Alone वो नशा शराब में कहा जो हमारी आंखों में है और वो तड़प तनहाई में कहा जो हमारी मोहब्बत में है । हमारी चाहत पर यू शक मत कीजिए आजमा के तो देखिए हमारी मोहब्बत ऐसी है एक बार अपने नाम तो करके देखिए । दीवाने है हमारे ना जाने कितने फिर भी एक बार इज़हार तो करके देखिए सासो की डोर को अपने दिल से एक बार बांध कर तो देखिए अगर मिट ना जाए हम आपकी मोहब्बत में तो हमारी मोहब्ब्त को सरेआम नीलाम कर दीजिए । हमारा भी अंदाज थोड़ा रूमानी है फिर भी एक अपनी कहानी तो बनाकर देखिए । इश्क़ ए सिद्दत से एक बार हमको चाहकर तो देखिए एक बार अपने नाम को हमारे नाम के साथ जोड़कर तो देखिए । कभी मिटने नहीं देंगे आपकी मोहब्बत को एक बार हमें अपना तो बनाकर देखिए साथ देंगे आपका जिन्दगी भर एक बार हमें खुदा तो मानकर देखिए । ऑफिशियल पोएट्री राइटर ©Dev Kumar Meena ख़ुदा तो मानकर देखिए......... #alone
Surendra bhukal
जोड़कर हाँथ उसको मनाता रहा। सामने उसके मैं गिड़गिड़ाता रहा । । फर्क पड़ता नहीं है उसे कोई अब । एहसास वो मुझे ये दिलाता रहा ।। मेरे दिल को कुचल के गुजर वो गया। जिसकी राहों में दिल मैं बिछाता रहा । । जिसको दिल में बसाया खुदा मानकर । वो मेरे दिल में छूरी चलाता रहा ।। मुझको लगता था वो बेवफा है मगर । गैरों से वो वफ़ाएं निभाता रहा ।। माफ करता रहा वो खताएं मेरी । मुझपे दरियादिली वो दिखाता रहा ।। ©Surendra bhukal #Barsaat जिसको दिल में बसाया खुदा मानकर ।
vikas shah
तेरे इंतिजार में सोया काम जागा ,ज्यादा हूँ, अपने पीछे कम और तेरे पीछे भागा, ज्यादा हूँ मेरी तारीफ करने बाले हजार हैं और बुराई भी अपनी तारीफ तेरे मूहँ से सुनने को उताबला,ज्यादा हूँ अंधेरे से डर नही लगता न दुश्मनो से ,न अपनो से मगर हरदम तेरे छोड़ जाने के डर से डरता,ज्यादा हूँ तेरे घर -परिवार बाले तुझको बहोत चाहते हैं ना मगर मेरी जान तुमको मैं भी चाहता जान,ज्यादा हूँ ©vikas shah हिंदी हिंदी हिंदी #Lifelight
Nida Golden
तुलसी फैमिली रेस्टोरेंट्स शुद्ध शाकाहारी कुक्षी अलीराजपुर रोड सील कुआं प्रो,भारत मुकाती निसरपुर