Find the Latest Status about सुनील जोगी की माँ पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुनील जोगी की माँ पर कविता.
Dheer Martolia
Vivek Singh rajawat
मुश्किल है अपना साथ प्रिये ये रिश्ता नही गवाँरा। तुम हो ज्ञान की देवी मैं अक्ल का हु मारा। तुम हो कोमल कन्या मैं हु लाचार कुँवारा। तुम हो कैपचीनो जैसी है मैं हु कुल्लड़ वाली चाय बेचारा। तुम रहती ऐसी वाले घर मे मैं हर वक़्त रहता हु गर्मी से मारा। तुम खाती हो पिज़्ज़ा,बर्गर,कसाता मेरा तो नमक-रोटी से हो जाता गुजारा। तुम हो हीरोइन वाली सीरीज मैं हु खुजली वाला मरीज। तुम हँसती हो फूल है झरते मैं हँसता हु छोटे बच्चे है डरते। तुम स्वर्ग अप्सरा सी सुन्दर मैं दानव राज से भी भयंकर। तुम हो गुलाब की पंखुड़ी नाजुक जैसी मैं हु गुलेर की रबड़ खीचतान वाला। तुम्हारे डैडी है मिस्टर खन्ना हमारे बाप श्री दारू बाटली वाला। विवेक सिंह राजावत। Dr. सुनील जोगी जी से प्रेरणा लेकर।
जिंदगी का जादू
छाया से दूर हुआ तो आंचल का मूल्य मैं जाना जब तपी ये दिल की धरती बादल का मूल्य मैं जाना वो छाया वो बदली बस एक जगह मिलती है सब मिलता दूर शहर में बस मां ही नहीं मिलती है पावस रजनी में जुगनू भट्ट के जैसे जंगल में पूछे राम जी वोन से कैसे हैं सब महल में वन में ना कोई दुख है पुण्य ज्योति जलती है देव मुनि सब मिलते बस मां ही नहीं मिलती है @गौतम माँ पर कविता
Sunil Gupta
2मई2020 "तुम " साथ रहकर भी जिसे तुम पहचान नहीं पाए पूछ रहा है वो गुजरे हुए वक्त से इतना बड़ा धोखा क्यों दिया तुमने? सुनील गुप्ता केसला रोड सीतापुर तुम | कविता | सुनील गुप्ता