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प्रभाकर अजय शिवा सेन

अपने आपको परिभाषित कीजिए?

©प्रभाकर अजय शिवा सेन अपने आपको परिभाषित कीजिए?

#fullmoon

अपने आपको परिभाषित कीजिए? #fullmoon #Knowledge

10 Love

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प्रभाकर अजय शिवा सेन

अब हमको परिभाषित कीजिए?

©प्रभाकर अजय शिवा सेन अब हमको परिभाषित कीजिए

#melting

अब हमको परिभाषित कीजिए #melting #Knowledge

9 Love

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Hasanand Chhatwani

 जो भी कीजिए __ तमाम कीजिए !!!

छोड़ दीजिए या फिर थाम लीजिए !!!

जो भी कीजिए __ तमाम कीजिए !!! छोड़ दीजिए या फिर थाम लीजिए !!! #शायरी #nojotophoto

6 Love

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Shravan Goud

गुस्सा खुद पर आना यानी खुद को कोसना और दुसरो पर आना यानी सहन शक्ति की कमी। दोनो स्थिति में इंसान की कमजोरी दर्शाती है। इसलिए किसी पर गुस्सा मत कीजिए अन्यता आपकी कमजोरी सभी को पता लग जाएगी। लोग उसका फायदा उठाएंगे।

 आपकी कमजोरी को तुरंत दुर कीजिए और किसी को पता मत चलने दीजिए।

आपकी कमजोरी को तुरंत दुर कीजिए और किसी को पता मत चलने दीजिए।

0 Love

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Ajay Daanav

हृदय से उपजे विचार हो तुम
शब्दों का मेरे श्रृंगार हो तुम
करती हुई झंकृत मन-वीणा
सातों सुरों की झनकार हो तुम
हूं मैं कविता छंदों में गढ़ी
कविता का मेरी सार हो तुम
हृदय से उपजे विचार हो तुम प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता।

प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता। #कविता

0 Love

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Akash Chaudhary

प्रेम को परिभाषित नहीं करते पात

गन्दी रेत से लथपथ वो पत्ते
जो कभी वृक्ष के वक्ष से
कलाएं करते थे,
कितनी ही चिड़िया तुमको छूकर
गुजरी,
मैं तुम पर आज ढूंढने बैठ गया
उनके पैरों के निशान,
क्या मन नहीं है तुम्हारा तुम उनको
परिभाषित करो,
क्या नहीं बताना चाहते
मुझे अपने प्रेम के विषय में,
तुम्हारी व्यथा और प्रेम से परिचित हूं मैं
समझ रहा हूं पात तुम्हे मैं,
तुम्हे पुरानी चिड़िया की याद
आयी होगी,
चलो मैं अपने दरवाजे से इंतजार में हूं
जब चाहना तब दास्तां सुनाना......,
तुम्हारा मौन समझता हूं मैं,
तुम बता रहे हो शायद मुझे 
प्रेम कभी शब्दों से नहीं किया जाता
वो होता है बस ,बस होता है।।

©Akash Chaudhary प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️

प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️ #Poetry

11 Love

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Gp

😂😂😂😂😂
चैटिंग की परिभाषा 
बिना देखे एक दूसरे के दिमाग को चाटने की क्रिया को चैटिंग कहते हैं

©Gp # चैटिंग को परिभाषा

# चैटिंग को परिभाषा #कॉमेडी

7 Love

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Shashank मणि Yadava "सनम"

भले बड़े बन जाओ यारों, 
लेकिन माँ को याद रखो।। 
मंदिर जाने से बेहतर है,
माँ को अपने पास रखो।।
माँ के प्यार, दुआ से बढ़कर,
न कोई भगवान है।। 
जिसने माँ को मान दिया,
वो सबसे सुखी इंसान है।। 
प्रभु पूजा की ख्वाहिश यारों,
जब भी मन में लाता हूँ।। 
सच कहता हूँ यारों तब,
मंदिर मस्जिद न जाता हूँ।। 
अपनी माँ की ममता के,
आँचल में मैं सो जाता हूँ।।

©Shashank मणि Yadava "सनम"
  #Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ

#Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ #कविता

1,410 Views

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Md Sajid

ना परेशान किसी को कीजिए
ना हैरान किसी को कीजिए
कोई लाख गलत भी बोले बस मुस्कुरा दीजिए।

©Md Sajid ना परेशान किसी को कीजिए
ना हैरान किसी को कीजिए
कोई लाख गलत भी बोले बस मुस्कुरा दीजिए।#caa #CAB #NRCPROTEST

ना परेशान किसी को कीजिए ना हैरान किसी को कीजिए कोई लाख गलत भी बोले बस मुस्कुरा दीजिए।#CAA #CAB #NRCPROTEST #Thoughts

6 Love

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Shravan Goud

ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्. ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो सर्व पितृ अमावस्या को अपने पितरों का तर्पण कीजिए एवम आशीर्वाद लीजिए।🙏

सर्व पितृ अमावस्या को अपने पितरों का तर्पण कीजिए एवम आशीर्वाद लीजिए।🙏

0 Love

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Gena RAM waghela

मन को मानवीय कीजिए

मन को मानवीय कीजिए #मीम

266 Views

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Kavi Hari Shanker

उलझनों का हल निकाला कीजिए
व्यर्थ का टेंशन न पाला कीजिए
टेंस की बीमारियाँ हैं बढ़ रही
वक्त है खुद को सँभाला कीजिए।

- हरि शंकर कुमार।

©Hari Shanker Kumar
  #खुद को संभाला कीजिए

#खुद को संभाला कीजिए #कविता

169 Views

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Sheetal Vishwakarma

एक बार  किसी को पैसे उधार दिए



और अब में आपने पैसे वापस चाहिए तो मुझे तारीख पर तारीख मिल रही है
happy new year 
का मैसेज आया 
में ने बोला भाई अब तो साल भी बदल गया

©Sheetal Vishwakarma #सिखाया 
किसी को भी सोच समझ कर उधार दीजिए और लीजिए

#सिखाया किसी को भी सोच समझ कर उधार दीजिए और लीजिए #मीम

12 Love

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Saurav Das

मेरे साथ मुस्कुराते हुए अपने गम को छूपा लेती है,

दूसरों की नज़र न लगे,अपने आचल में छूपा लेती है! 

हमेशा जीत माँ की हुई है 

हर परिस्थिति से लड़ने में!

लाखों,करोड़ो शब्द कम पड़ जाएंगे,

माँ को परिभाषित करने में!!

©Saurav Das #शब्द 
#कम 
#है  
#माँ 
#को 
#परिभाषित 
#करने_में 
#माँ_दिवस्_की_हर्दिक
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आगाज़

#स्केटिंग Amit Pandey Senty Amarjit Kamaal Husain Ajain_words

#स्केटिंग Amit Pandey Senty Amarjit Kamaal Husain Ajain_words #फ़िल्म

27 Views

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Braj Kishor

बड़ी मुद्दत के बाद दिल से कुछ आवाज निकलती है!
क्या कहूं अब जज्बात को पर कहां निकलती है!!
सच के सामने ही अब झूठ लगाम लगा रहा है!
बर्फ बन गया है नजर का पानी अब कहां पिघलती है!! गफलत को दूर कीजिए जरा इधर भी ध्यान दीजिए,,,🌹🌹😷🌹🌹

गफलत को दूर कीजिए जरा इधर भी ध्यान दीजिए,,,🌹🌹😷🌹🌹

0 Love

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Sorab Som

@ सेटिंग

@ सेटिंग #कॉमेडी

229 Views

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Saurav Das

एक दाग है जो सिने में छूपाया है!

ये सराहना देने कौन आया है?

जिसे मालूम नहीं संघर्ष का मतलब!

वो ज़िन्दगी को परिभाषित करने आया है!!

©Saurav Das #ज़िन्दगी 
#परिभाषित 
#Light
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savita singh Meera

#अपरिभाषित
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Raja 24

फॉलो कीजिए इस वीडियो को

फॉलो कीजिए इस वीडियो को #suspense

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Vikrant Rajliwal

 💥

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💥 vikrantrajliwal.com को फॉलो कीजिए। #Quote #nojotophoto

3 Love

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मेरी बात

मां को कॉल कीजिए

#Rewind2021

मां को कॉल कीजिए #Rewind2021 #कविता

116 Views

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Dharmendra Azad

दो शे'र- 

जख़्म छिलते हैं वो पढ़ते हैं अगर स्टेटस
जाँ बचाने को बदलनी ही पड़ी फिर सेटिंग 

रह के पर्दे में वो रखते हैं सभी पर नज़रें 
उन पे पहुँचे न नज़र रखते हैं शातिर सेटिंग 

@धर्मेन्द्र तिजोरीवाले 'आज़ाद'

©धर्मेन्द्र "आजाद" #सेटिंग
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Uttam Bajpai

लव की स्पेलिंग

लव की स्पेलिंग #कॉमेडी

37 Views

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Bewafa shayar

स्कैटिंग ऐसे करते है#comedy#lavkush

स्कैटिंग ऐसे करते हैcomedylavkush #कॉमेडी

67 Views

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Shashank मणि Yadava "सनम"

चलते-चलते राहों में जब, 
मन विह्वल जो जाता है
दिल की परिधि में प्रेम का यूँ, 
नीरज नीरस हो जाता है।।
मन की बेचैनी, मेरे मन में, 
व्याकुलता भर जाती है
न जाने क्यों रातों में जब, 
नींद न अक्सर आती है।।
सच कहता हूँ यारों तब, 
मंदिर-मस्जिद न जाता हूँ
अपनी माँ की ममता के, 
आँचल में मैं सो जाता हूँ।।

©Shashank  Yadav
  माँ के अस्तित्व को परिभाषित करती हुई कविता,,, dedicated to all mothers

माँ के अस्तित्व को परिभाषित करती हुई कविता,,, dedicated to all mothers

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