सभी की हिस्से में यह शाम आनी है
आज नहीं तो कल सभी के हिस्से
मौत आनी है
और कब तक हम इस सच से भागेंगे
एक दिन सभी को यह दुनिया छोड़
जानी है #कविता
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ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
यह दुनियाँ है मंच तेरा,
बँदे नाटक कार तु!
मौला है तेरा निर्देशक,
बड़ा ही शुक्रगुजार तु!
देख तेरे किरदार को,
यह दुनियाँ देगी "ताली",
देख तेरे #nojotophoto