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विलुप्त आवाज़
दिल पर यूँ ही चोट लगी तो कुछ दिन ख़ूब मलाल किया पुख़्ता उम्र को बच्चों जैसे रो रो कर बेहाल किया #अनीस_अंसारी दिल पर यूँ ही चोट लगी तो कुछ दिन ख़ूब मलाल किया पुख़्ता उम्र को बच्चों जैसे रो रो कर बेहाल किया #अनीस_अंसारी
Mahfuz nisar
आपके हर पुख़्ता इरादे तोड़ने को, तिलिस्मगार रवां हैं फ़िज़ाओं में, जो तकदीर पर छोड़ दोगे "महफूज़", नहीं मिलेगा कोई नेज़ा दुनिया में। ✍महफूज़ आपके हर पुख़्ता इरादे तोड़ने को, तिलिस्मगार रवां हैं फ़िज़ाओं में, जो तकदीर पर छोड़ दोगे "महफूज़", नहीं मिलेगा कोई नेज़ा दुनिया में। ✍महफूज़
Naushad Sadar Khan
नाम वर सारे ज़माने में चंद होते है शान उनकी बुलंद होती है काम जिनके बुलंद होते हैं वो ही उड़ते हैं बेख़ौफ़ आसमा में सदा यक़ीन जिनके पुख़्ता और रूह से पतंग होते है, - नौशाद सदर ख़ान नाम वर सारे ज़माने में चंद होते है शान उनकी बुलंद होती है काम जिनके बुलंद होते हैं वो ही उड़ते हैं बेख़ौफ़ आसमा में सदा यक़ीन जिनके पुख
Satish Chandra
किसी ने कहा प्यार दर्द का नाम है किसी ने कहा प्यार मर्ज़ का नाम है, कोई प्यार को पागलपन करार देता है तो कोई प्यार में सारी हदें तोड़ देता है। प्यार का पर्याय तो बस इतना सा है कि इस कायनात़ में, एक तो माँ का प्रतिबिंब और एक पिता का अस्तित्व इस प्यार के असल मायनों को पुख़्ता करता है। #पुख़्ता #YQdidi #माँ_बाप #माता_पिता #प्यार #हदें #पर्याय #कायनात़ #हिन्दी #ऊर्दू
kumaarkikalamse
है ख़्वाब की एक वादी, अँधेरे में नूर की बातें करते हैं नजदीकियां बढ़ाती सिसकियाँ, दूर की बातें करते हैं! कसर ना छोड़ी आज तलक अधरों को नीला करने की, आज चूमा थोड़ा जोर से, तो दस्तूर की बातें करते हैं! अंदाज - ए - करम देखो, गुस्सा भी करते मीठा - मीठा, कलियों सा चटकता रंग, उन्हीं हुज़ूर की बातें करते हैं! रूख़सार पर तीन तिल की रौनक, गर्दन सुराही माफ़िक, पीते रहते उनकी आँखे, वो कुसूर की बातें करते हैं! नाक में बाली, लंबा झूमका, बिंदी लाल मोटी मोटी, रेशमी जुल्फों की है वो मल्लिका, हूर की बातें करते हैं! अदाएं, तल्खियाँ, ऐसी कि तलवार भी काट दे 'कुमार', गोरी रंगत, चाल शराबी, मिले सुरूर. की बातें करते हैं! मैं अक्सर कहता हूँ जब कहता ख़ुश होता हूँ तो मैं ग़म को ज्यादा मेहसूस करता हूँ और जान ग़म में, मुझे प्यार, रूहानी, मासूमियत, इश्क़, सूझता है,
purvi Shah
अनजान हम कहां रहते दिल की हसरतों से....! ना ही पशेमां है वक्त- बेवक्त की फितरत से..! *अक़ीद -पुख़्ता *अज़हद -बेहद बेवजह पशेमाँ ना हो वक़्त की, बे-वक़्त फितरत से, बेपरवाह ना रह,मुझे देख दिल में मचलती हरकत से। #अशोक_अरुज #अल
Divyanshu Pathak
इश्क जिनको है अपने वतन से, वो यूहीं सर कटाते रहेंगे। शमा महफिल में जलती रहेगी, तो सर पतंगे उठाते रहेंगे। खून दो आजादी दूंगा बंगाली बोस था। जय हिंद जय भारत जय जय घोष था। भगत सिंह बिस्मिल में जोश ए जवानी! मौत पर मुस्कुरा कर कहेंगे। आदि शक्ति का रूप अवंती,रण में काली बन टूटी थी। खप्पर लेकर दौड़ अहिल्या,परमाणु बम सा फूटी थी। मेरे देश की मिट्टी तो वीरों को जनने वाली है। जननी हो या जनक दुलारे जय जय हिन्दुस्तान कहेंगे। 🎀 विशेष प्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ 🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 🇮🇳 🎀 10 से 12 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। 🎀 रचना केव
Neha Pathak
पुख़्ता यकीन है ईश्वर और खुद पर मै कभी ग़लत काम करूंगी ही नहीं और ईश्वर मुझे कभी गलत करने देंगे ही नहीं हो जाए गलतियां गर मुझसे तो सज़ा में भाग लेने देंगे जरूर और दर्द सहने में मेरा साथ देंगे जरूर।। 🎀 Challenge-290 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं
Sangeeta Patidar
सदियों-सा वास्ता जताने वाले, पल में भूलते कैसे हैं? आते-आते मंज़िल तक, ये अटूट-बंधन छूटते कैसे हैं? एक लम्हा सुकूँ मिलता, दूसरे लम्हे में चाहत ही नहीं, बीती बातों की गर्द उड़ाकर बार-बार झोंकते कैसे हैं? तुम-सा कोई नहीं, फिर भी हम दिखते कहीं भी नहीं, होता है बड़ा ही पुख़्ता यक़ीं,कर शक़ तोड़ते कैसे हैं? रखते हैं दूर कितना,जता चाँद-सितारों सी अहमियत, ग़म-ख़ुशी के हिस्सेदार,ऐसे मुँह मोड़ के रहते कैसे हैं? 🎀 Challenge-290 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं
Abhishek Trehan
जिन्हें फिक्र थी कल की वो रोए रात भर जिन्हें यकीन था खुदा पर वो सोए रात भर चलते रहे जिंदगी की राहों पर बहते पानी की तरह लोग मिलते -बिछुड़ते रहे सफर के मुसाफिर की तरह जो लबों से न कहना था वो नज़रों से कह दिया करवां गुजर गया अकेला मैं रह गया... © abhishek trehan 🎀 Challenge-290 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं