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जगदीश कैंथला

कन्यादान कविता पद्यांश दो व्याख्या #बात

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kavi Dinesh kumar

बड़े जोर से बरसा पानी कविता

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Rajkumar Prasbi

राष्ट्रप्रेम कविता व्याख्यान #RKPrasbi #Motivational

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दिनेश कुशभुवनपुरी

कविता बरखा रिमझिम

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NAGENDRA MOHAN SHUKLA

कविता : आत्मपरिचय (हरिवंशराय बच्चन) व्याख्या - नागेन्द्र शुक्ल

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meena mallavarapu

भोर का पंछी # कविता

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भोर का पंछी 



भोर का पंछी न जाने क्यों
आज उदास कर गया
वह चहक जो मन को भाती थी 
आज क्यों आंखें कर गई नम
परिन्दों के झुंड
उड़ रहे हैं पंख फैलाए
आता है ख़याल मन में
इस झूंड में से गर
छूट जाए पंछी एक
मुड़ कर शायद ही
देखेंगे बाकी
है ज़िन्दगी की रीत यही
है उसूल यही
परिपक्व मन उदास क्यों हो इस सच्चाई से! भोर का पंछी
# कविता

Rooh_Lost_Soul

भोर #कविता #Poetry #Life

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वो अलसुबह दूर से सुनाई देती, भजन की धुन
पल भर बाद ही, 
कही से आती अजान से होता, उसका संगम ।
बंद आँखो से फिर से,
सोने की तमाम कोशिश करना 
तब तलक वो नन्ही नन्ही, 
अनगिनत चिड़ियो की चहचहाट से, घर भर जाना 
जैसे कुछ बोल रही हो साथ मिलकर , 
या शायद रोज की तरह आकर 
अपने दानो को हक़ से है मांग रही 
कहा जाए वो भी दाना चुगने , 
हर तरफ तो अब बस रह गए है 
मकानो के जंगल , 

मुस्कुराहट चेहरे पर ना जाने क्यू ठहर सी गई,
बस पिछ्ले दिन की तमाम उलझनों को
सुलझाने की कशमकश मे 
फिर एक नई भोर हो गई ।।।
 #NojotoQuote भोर 
#कविता #poetry #life

NC

हमारा दुख तमाशा किसी और के लिए
हमारा सुख हताशा किसी और के लिए
ये ज़िन्दगी उलझाए हुए है सबको 
हमारी खुशी है निराशा किसी और के लिए

इक दूजे को पछाड़ने को तत्पर हैं सारे
अपने लिए हैं सब चांद और सितारे
खुद को खो कर ढूंढ़ते बाहर सहारे
सब अंधेरे में व्याकुल भोर के लिए ।। #nojotohindi#sadlife#भोर#कविता#poetry

Choubey_Jii

भोर गगन से गिरती बूँदें 
ये तन ताजा कर जाती हैं

ये चहचहाहट चिड़ियों की
मनमोहक राग सुनाती है

देर सबेर निकलती किरणें
नभ लाल लाल कर देती हैं

सूरज की वो प्रथम किरण
उमंग हृदय में भर देती है

किरणों का जब पुंज कोई
स्पर्श काया को करता है

अंधियारे की एकाकी से
मेरा साया भी निकलता है

इन सरसराते पत्तों के संग
जब कोयल कूक सुनाई दे

जैसे दूर कहीं बजती बंशी 
मधु मनभावन तान सुनाई दे

सच कहूँ तो स्वर्ग धरा पर है
देखो नयनों से व उल्लास भरो

प्रातःकाल टहलने निकलो
असीम आनंदित आभास करो

#चौबेजी भोर 
#चौबेजी #कविता #भोर 
#nojoto #nojotohindi #poem #morning #goodmorning #nature
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