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Manju

समाज की सस्कृति का परिचय और विलम भाव

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Purnima Kaushik

विचारों का अनुलोम अनुलोम विलोम कीजिए

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Sneh Prem Chand

अनुलोम विलोम #Hope

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काश कोई योग गुरु ऐसा भी होता जो हमें ऐसा
अनुलोम विलोम करना सिखा देता, जिसमें अंदर सांस
लेते हुए संग प्रेम,सौहार्द,अपनत्व और स्नेह ले जाएं,
और बाहर सांस छोड़ते हुए अपने भीतर के ईर्ष्या,द्वेष,
अहंकार,क्रोध,लोभ,काम सब छोड़ देवें।।

दिल की कलम से

©Sneh Prem Chand अनुलोम विलोम

#Hope

kishori jha

हिन्दी #gone विलोम sabad #Thoughts

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Poonam Mehta

बाल्य स्मृति का अगला भाग 3

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Shilpa yadav

भटकते हुए एहसास समेटने के चक्कर में
अक्सर भटकते हैं लोग,चींटी जैसे शक्कर में

©Shilpa yadav #JodhaAkbar #आंगन #स्मृति#स्मृति

Umang Ek Nayi Pahal

विलोप ✍️

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अगर बढ़ता रहा नारी का इसी तरह दुरुपयोग ,
वह दिन भी फिर दूर नहीं जब हों जायेगा इस सृष्टि का विलोप ।
             ‌        -✍️निकिता रघुवंशी  #NojotoQuote विलोप ✍️

fanna,______💔✍️

स्मृति..... #nojotophoto

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 स्मृति.....

*#_@_#*

स्मृति#

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##स्मृतियों के पन्नों से##


वाणी के तीक्ष्ण शरों से जब ये हृदय बिंध हो जाता है 
तुम याद स्वयं आ जाती हो रह -रह कर कर मन अंकुलाता है 

 तुम बिन रोना भी चाहूँ तो मैं किसके अंक शीश रख दूं 
अंतस की विकल उदासी को कैसे स्मित पट से ढक दूं 
मालूम है तुम न आओगी दुनिया की इन दहलीजों पर
लेकिन हर बार हृदय मेरा- पागल सा तुम्हें बुलाता है

मन कभी कभी थक जाता है दुनिया की दुनियादारी से
शीतल सा मन जल उठता है आघातों की चिंगारी से 
जब प्राणों की सारी कविता यूँ ही उदास हो जाती है 
 जब  निर्निमेष बोझिल  आंखों में शून्य क्षितिज भर आता है

तुम को खोया तो है मैंने लेकिन इक अनुभव पाया है 
शाश्वत आखिर क्या है जग में  जाएगा जो भी आया है
मैं शोक  नहीं करती फिर भी यादें हैं😔😔 आ ही जाती हैं
जब यह मासूम हृदय मेरा  दुनिया में ठोकर खाता है

इक अरसा गुजर गया लेकिन सब कल जैसा ही लगता है 
तुम अभी -अभी क्या चली गई हो कुछ ऐसा ही लगता है 
 तुम स्वप्नों में भी मौन सत्य  का इक संबल दे जाती हो 
"स्नेह" तुम्हारे बंधन में मन सुखपूरित दुख पाता है

                     __अभिलाषा पाण्डेय "स्नेह"

©abhilasha pandey #स्मृति#

Janhavi Patel

"स्मृति "

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