Find the Latest Status about दंपत्ति from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दंपत्ति.
shivika sharma
कोई कितना भी बुरा क्यों ना हो कड़ुआ क्यू ना कहे आप उसके इस व्यवहार के पीछे की वजह सोचिए क्युकी अक़्सर अंदर से टूटे हुए लोग रूखा व्यवहार करते है या कोई तनाव ग्रस्त व्यक्ति अगर आपके पास अपने दिल की बात कहने आए तो सुन लीजिए क्युकी शायद एक आप ही है जिससे वो अपने दिल की बात कह कर खुद को हल्का महसूस करे आजकल हर व्यक्ति प्रैक्टिकल हो गया है कभी किसी का दर्द महसूस कर के देखिए यकीन कीजिए खुद के इंसान होने पर गर्व महसूस होगा और सुकून की नींद आएगी #कुछ दिन पहले दो बुजुर्ग दंपत्ति भीख मांगने आए थे मैंने उनसे उनकी कहानी और वजह पूछी तो रोने लगे कि बच्चों को अब उनसे कोई मतलब नहीं
Anchor Chetna Malviya
Ramji Mishra
Neha Mittal
vibrant.writer
Sex or lust are not just about rubbing the sensual part or the happy ending of the day. The lust to me is like the opportunity to be more aware and alive. Do you know what is the biggest problem of this crazy world? Every pair can give birth to a baby. I think before planning for a child or I can say, before inviting the soul it should be the exam and the criteria of this exam is: that couple who want their baby should have been alive and aware and in between them true love. So the world got the gems and the earth feels happiest ever. सेक्स या वासना केवल कामुक भाग को रगड़ने या दिन के सुखद अंत के बारे में नहीं है। मेरे लिए वासना अधिक जागरूक और जीवंत होने के अवसर की तरह है।
Satya Prakash Upadhyay
रात के अंधेरे में कौन सी बात दबी है? रात के अंधेरे में हर वो बात दबी है जो ये मन जानना चाहता है, इस एकांत शांत वातावरण में जब पांचों ज्ञानेंद्रियों को तनिक विश्राम मिलता है,तब मन भी अपने स्वभाव को छोड़, भटकने की बजाए किसी एक विषय पर एकाग्र होने लगता है,फिर उसका प्रश्न उत्तर का सिलसिला अनवरत चलता रहता है,इसी बीच में कभी सवालों का हल निकल आता है तो कभी उलझनें और बढ़ने लगतीं हैं। इसका दूसरा पक्ष इतिहास की तरफ ध्यान ले जाता है,जहां अनेको उदाहरण मिलते हैं कि रात के अंधेरे में कैसे गुप्तचर ने सूचना दे कर, राजा ने भाग कर,विद्रोहियों ने हमला कर,घर के शत्रुओं ने भेद बता कर,लंपटों ने सतीत्व नष्ट कर ,किसी मुल्क को आजाद कर तो किसी को परतंत्र कर पूरे इतिहास को ही पलट कर रख दिया जिसके कारण सदियों तक उसका अच्छा या बुरा असर देखने को मिलता है। एक आधुनिक पक्ष यह भी है जिसमें दिन भर के किचकिच से शांति पाने के बीच घर पर दंपत्ति अपने भविष्य की योजनायें बनाते हैं,तो कहीं कोई अपने बॉस की खीझ को पारिवारिक हिंसा में तब्दील करने में व्यस्त रहता है। हर रात के अंधेरे की अपनी-अपनी अलग एक अंतहीन कहानी है। रात के अंधेरे में कौन सी बात दबी है? रात के अंधेरे में हर वो बात दबी है जो ये मन जानना चाहता है, इस एकांत शांत वातावरण में जब पांचों ज्ञानें
Divyanshu Pathak
: एक कहानी बताऊं आपको--- 😊कैप्शन पढ़ें😊 ☺💐🍉🍉🍨☕💕👨 :💕👨☕☕🍨🍉 : " टिकट कहाँ है ? " -- टी सी ने बर्थ के नीचे छिपी लगभग तेरह - चौदह साल की लडकी से पूछा ।" नहीं है साहब। "काँपती हुई हाथ जोड़े लडकी
Vikas Sharma Shivaaya'
एकादशी:- हिंदू पंचांग की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है इसलिए एकादशी को हरि वासर या हरि का दिन भी कहा जाता है। एक ही दशा में रहते हुए अपने आराध्य का अर्चन-वंदन करने की प्रेरणा देने वाला व्रत ही 'एकादशी व्रत' है। एकादशी का नाम मास पक्ष:- कामदा एकादशी- चैत्र शुक्ल वरूथिनी एकादशी- वैशाख कृष्ण मोहिनी एकादशी -वैशाख शुक्ल अपरा एकादशी -ज्येष्ठ कृष्ण निर्जला एकादशी- ज्येष्ठ शुक्ल योगिनी एकादशी- आषाढ़ कृष्ण देवशयनी एकादशी -आषाढ़ शुक्ल कामिका एकादशी- श्रावण कृष्ण पुत्रदा एकादशी- श्रावण शुक्ल अजा एकादशी- भाद्रपद कृष्ण परिवर्तिनी एकादशी- भाद्रपद शुक्ल इंदिरा एकादशी -आश्विन कृष्ण पापांकुशा एकादशी- आश्विन शुक्ल रमा एकादशी -कार्तिक कृष्ण देव प्रबोधिनी एकादशी -कार्तिक शुक्ल उत्पन्ना एकादशी- मार्गशीर्ष कृष्ण मोक्षदा एकादशी- मार्गशीर्ष शुक्ल सफला एकादशी- पौष कृष्ण पुत्रदा एकादशी- पौष शुक्ल षटतिला एकादशी -माघ कृष्ण जया एकादशी- माघ शुक् ल विजया एकादशी- फाल्गुन कृष्ण आमलकी एकादशी- फाल्गुन शुक्ल पापमोचिनी एकादशी- चैत्र कृष्ण पद्मिनी एकादशी- अधिक मास शुक्ल परमा एकादशी -अधिक मास कृष्ण पुत्रदा एकादशी:- पुत्रदा एकादशी को वैकुंठ एकादशी भी कहते हैं- पुत्रदा एकादशी के पुण्य फल से व्यक्ति को पुत्र की प्राप्ति होती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी या वैकुंठ एकादशी व्रत रखा जाता है. पुत्रदा एकादशी व्रत हर संतानहीन दंपत्ति को रखने के लिए कहा जाता है. विष्णु सहस्रनाम( एक हजार नाम) आज 312 से 322 नाम 312 नहुषः भूतों को माया से बाँधने वाले 313 वृषः कामनाओं की वर्षा करने वाले 314 क्रोधहा साधुओं का क्रोध नष्ट करने वाले 315 क्रोधकृत्कर्ता क्रोध करने वाले दैत्यादिकों के कर्तन करने वाले हैं 316 विश्वबाहुः जिनके बाहु सब और हैं 317 महीधरः महि (पृथ्वी) को धारण करते हैं 318 अच्युतः छः भावविकारों से रहित रहने वाले 319 प्रथितः जगत की उत्पत्ति आदि कर्मो से प्रसिद्ध 320 प्राणः हिरण्यगर्भ रूप से प्रजा को जीवन देने वाले 321 प्राणदः देवताओं और दैत्यों को प्राण देने या नष्ट करने वाले हैं 322 वासवानुजः वासव (इंद्र) के अनुज (वामन अवतार) 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 . ©Vikas Sharma Shivaaya' एकादशी:- हिंदू पंचांग की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बा
True path
Annu Bhayana