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Arti Acharya

ठूंठ #शायरी

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Shubham Kumar

सच और झूंठ #विचार

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सच चाहता है 🌹🌹🌹
💞💞💞उसे हर कोई पहचाने,
और झूठ हमेशा डरता है 🌺🌺🌺
❤️❤️❤️कोई उसे पहचान ना ले..!!

©Shubham Kumar सच और झूंठ

Sunita Sharma

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Parasram Arora

एक ठूंठ क़ी अभिलाषा #कविता

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जिंदगी क़ी चाह  तो उस ठूंठ को भी है
ज़ो बदकिस्मती से इस 
म रुभूमि मे बेमतलब उग आया है
र्एक लम्बे समय से उसकी प्यास  चरमसीमा पर  पहुंच चुकी है 
और  जीना भी उसका दुशवार हुआ है
अभी भी ज़ब कभी वो  आकाश.मे मंडराते बादलो को
देखता है तो ऊसे आशा  बंधने लगती है
कभी तो उसकी खुश्क टहनियो  भी हरी होंगी.उन पर  भी  पत्तीया  फैलेगी  और परिंदे आकर उस पर बैठ कर
चहचाहाएंगे
अभी फिलहाल तो वो किसी तरह इन मृगमरीचकाओ
और अपनी  थोथी कसल्पनाओं  के सहारे अपनी
जिंदगी के बचें खुचे दिन गुज़ारने के लिये विवश है

©Parasram Arora एक ठूंठ  क़ी अभिलाषा

Seema Sharma

शेरनी सूं मैं #शायरी

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राहुल जाटू

राम की सूं

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Kapil Dev

मैं किसान सूं #Memories

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Disha Shantanu Sharma

रिश्तों के खत्म होने पर
उनके बाद दिल में बचा 
रह जाता है याद रूपी ठूंठ
फिर अक्सर जाने अनजाने
हम टकरा बैठते है उसी ठूंठ से
और फिर न चाहते हुए भी 
ज़ख्म हरे हो जाते है दिल के ठूंठ

#yqquotes 
#yqhindi 
#yqdiary 
#yqbabaquotes 
#yqdidi 
#lifelessons

Deep maan writer

Deep maan Lyrics एक सच एक झूंठ #ਸ਼ਾਇਰੀ

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एक सच एक झूंठ था वो
 जिस सच झूठ से मैं अंजान थी
उसे प्यार किया उस पे ऐतबार किया कितनी नादान थी 
एक सच एक झूंठा था वो 
जिस सच झूठ से अंजान थी
वो बेवफा था और मैं वफ़ा करती रही किया कसूरबार थी 
एक सच एक झूंठा था वो 
जिस सच झूठ से अनजाना थी 
कितनी नादान थी

©Deep maan writer Deep maan Lyrics एक सच एक झूंठ

JITENDRA SHIVA

#ठूंठ #एकलो एक राजस्थानी रचना ✍️jitendra shiva

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आभ में तारा घणा पण चाँद कोनी
दीखता ऊदेस लाख पण आस कोनी
एकलो  ऊबो  अरकड़ो  तीर  माथे
देखतो उण  तीर  ऊबा  खेजड़ा ने
डाळियां दिन में रबारी छांग नाखी
डींगड़े  तुर्रा  सरीखी  डाळ  राखी
हीरां जड़ियो तरळ जळ लेवे हिलोळा
दे दिया सबने अँधारो स्याम चोळा
थिर थिरकती बायरा री  लेर चाले
काळी काळी डींगड़े री डाळ हाले
ठूँठ  ऊबो  कर उठायां  नीर आगे
इंव लखे करसो किपणियो मेह मांगे
तारां रो ऊजास घणो नी रोवण देला
पण अँधियारो रात रो नई सोवण देला।। #ठूंठ #एकलो एक राजस्थानी रचना
✍️jitendra shiva
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