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Ek villain
यूक्रेन पर रोज का आक्रमण किस तरह से दुनिया को गंभीर संकट की ओर धकेलने के साथ ही हथियारों की होड़ बढ़ाने का काम कर रहा है इसका ताजा प्रमाण है कि चीन की ओर से अपने रक्षा बजट में भारी भरकम बढ़ोतरी करने की घोषणा चीन की इस घोषणा के बाद भारत समेत अनेक देशों पर अपनी रक्षा बजट में वृद्धि करने का दावा बढ़ाना स्वभाविक है जो इसके अतिक्रमण रवि ए का सामना कर रहा है भारत के मुकाबले चीन का रक्षा बजट 3 गुना अधिक हो गया है वास्तव में रक्षा बजट बढ़ाने का दवा दुनिया भर के देशों में बढ़ने वाला है उन देशों पर यह दबाव अधिक होगा चीन के पड़ोसी देश ताकत और भी हैं जिनके प्रति आक्रोश के हमले में हालत में गंभीर और विकास होते हैं तो ना चाहते हुए भी शादी में अपना खर्च कम करना होगा उससे लड़ाई हो रही थी तभी उनके सामने एक नया संकट पैदा कर दिया और गैस के अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ने इनकी भी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए कि यूक्रेन और रूस के हमले के बाद ताइवान की सुरक्षा के लिए खतरा और बढ़ गया है इसके खतरे को देखते हुए अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माई का उपयोग ने वार्डन सरकार दे ताइवान को मान्यता देने की मांग की है कहना कठिन है क्योंकि संगठन में उलझा अमेरिका बेलगाम चीन को कैसे नियंत्रित करेगा लेकिन बात सिर्फ ताइवान की ही नहीं है इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि फिनलैंड फिनलैंड जैसे देश में जो किसी से ने समूह का हिस्सा बनने पर अपनी नीति पर ©Ek villain #घातक नतीजे वाला युद्ध #Moon
Mythology Gyan
Ek villain
यूक्रेन पर अपने हमले को रोकने विश्व सैन्य अभियान का नाम दिया राष्ट्रपति पुतिन को पूरा भरोसा था कि जिससे उनकी सेना ने कर्मियों को जीत लिया वैसे ही यूक्रेन को भी 3 दिन में ध्वस्त कर देगी उनके एक लिए अफसोस जनक रहा है कि महीने भर तक भारी भरकम सैनी हमले के बावजूद यूक्रेन के प्रमुख शहरों में रिपीट नहीं बन पाई यहां तक कि रूस ने हाई पर सैनिक में शाम तक का सहारा लिया लेकिन यूक्रेन के सैन्य बल नागरिकों और राजस्थान में मजबूती से प्रतिरोध किया शास्त्र कारागार की वजह देशभक्त और लोकतंत्र के प्रति उन्हें प्रेम में उनकी शक्ति प्रदान की जो से स्थान और संस्था मानव जीवन पर आघात से भी आ प्रभावित है अर्थशास्त्र में नोबेल विजेता थॉमस सेलिंग के अनुसार कोई टकराव वास्तव में नीति नीतियों के बीच राजनीतिक मुकाबला होता है जो अपनी पसंद के विकल्प को लेकर उसकी कीमत पर और फायदों को तोलता है पूरे विश्व यूक्रेन युद्ध की विभीषण के ऊपर देशी बना हुआ है सहानुभूति को शब्दों के माध्यम से व्यक्त किया जा रहा है ©Ek villain #आत्मनिर्भरता का सबक सीखने वाला युद्ध #VantinesDay
परशुराम वशंज
कौन कौन चाहता है कि रामानंद सागर की रामायण फिर से सभी चैनलों पर दिखाई जाये जिससे नयी पीढी धर्म से जुड़ सके, जय श्री राम #रामायण
Aakash Gupta
बड़े होने की होड़ में छूट गया था वो बचपन, यादें ताज़ा हो गईं जब वो किरदार पुराने देखे #रामायण #रामायण
P.Kumar
आज NETFLIX & Amazon prime धरा का धरा रह गया जब दूरदर्शन पे रामायण का प्रसारण हुआ, इससे पता चलता है हमारी भारतीय संस्कृति में कुछ तो चमत्कार है जो एक पल में विदेशी अवधारना को दरकिनार करती है । रामायण
The Diary Talkies
रामायण हमारा इतिहास सीता हरण के साक्ष्य: रावण द्वारा सीता हरण करके श्रीलंका जाते समय पुष्पक विमान का मार्ग क्या था? उस मार्ग में कौनसा वैज्ञानिक रहस्य छुपा हुआ है ? उस मार्ग के बारे में लाखों साल पहले कैसे जानकारी थी ? पढ़ो इन प्रश्नों के उत्तर वामपंथी इतिहासकारों के लिए मृत्यु समान हैं। भारतबन्धुओ! रावण ने माँ सीता का अपहरण पंचवटी (नासिक. महाराष्ट्र) से किया और पुष्पक विमान द्वारा हम्पी(कर्नाटक), लेपक्षी(आँध्रप्रदेश ) होते हुए श्रीलंका पहुंचा। आश्चर्य होता है जब हम आधुनिक तकनीक से देखते हैं की नासिक, हम्पी लेपक्षी और श्रीलंका बिलकुल एक सीधी लाइन में हैं। अर्थात ये पंचवटी से श्रीलंका जाने का सबसे छोटा रास्ता है। अब आप ये सोचिये उस समय Google Map नहीं था जो Shortest way बता देता। फिर कैसे उस समय ये पता किया गया की सबसे छोटा और सीधा मार्ग कौनसा है ? या अगर भारत विरोधियों के अहम संतुष्टि के लिए मान भी लें की चलो रामायण केवल एक महाकाव्य है जो वाल्मीकि ने लिखा तो फिर ये बताओ की उस ज़माने में भी गूगल मैप नहीं था तो रामायण लिखने वाले वाल्मीकि को कैसे पता लगा की पंचवटी से श्रीलंका का सीधा छोटा रास्ता कौनसा है? महाकाव्य में तो किन्ही भी स्थानों का ज़िक्र घटनाओं को बताने के लिए आ जाता। लेकिन क्यों वाल्मीकि जी ने सीता हरण के लिए केवल उन्ही स्थानों का ज़िक्र किया जो पुष्पक विमान का सबसे छोटा और बिलकुल सीधा रास्ता था? ये ठीक वैसे ही है की आज से 500 साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी को कैसे पता की पृथ्वी से सूर्य की दूरी क्या है? (जुग सहस्त्र जोजन पर भानु = 152 मिलियन किमी -हनुमानचालीसा), जबकि नासा ने हाल ही कुछ वर्षों में इस दूरी का पता लगाया है। अब आगे देखिये... पंचवटी वो स्थान है जहां प्रभु श्री राम, माता जानकी और भ्राता लक्ष्मण वनवास के समय रह रहे थे। यहीं शूर्पणखा आई और लक्ष्मण से विवाह करने के लिए उपद्रव करने लगी विवश होकर लक्ष्मण ने शूपर्णखा की नाक यानी नासिका काट दी। और आज इस स्थान को हम नासिक (महाराष्ट्र) के नाम से जानते हैं। Swipe Next➡ रामायण