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rekha jain
सावन गीतिका उमड़ घुमड़ कर आए बादल,ढोल बजाते है ।। पानी की लहरों से मिल कर ,प्रलय मचाते है ठंडी ठंडी गिरे फुहारें, मन पुलकित करती । दादुर मोर पपीहा के स्वर,मन हर्षाते है।(2) नव उमंग नव भाव मनोहर, होते हैं निश दिन बचपन में बीते दिन सुंदर,खूब रिझाते है (3) हरियाली की चूनर ओढ़े,धरा चहकती है बरखा के मेघ सदा से ही ,प्यास बुझाते हैं (4) सावन मास रही बेचैनी ,विरहन है व्याकुल पर साजन के नये बहाने,मुझे सताते हैं (5) हरित आवरण ओढ़ प्रकृति भी,यही जताती है सुख दुख दोनों ही अपने बस,असर दिखाते हैं (6) घुटती हूं दिन रैन पिया मैं, तुम्हारी यादों में दिल के सच्चे भाव नयन से, जल बरसाते हैं।(7) डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद ©rekha jain #सावन गीतिका
KULDEEPSINGH SISODIYA
धरती की प्यास बुझाने आजा, मन में विश्वास जगाने आजा । आजा रे ओ ! आजा , मेरें मेघों के राजा । कृषकों का दुलार है तू, सावन कीफुहार है तू ।हरियाली अमावस्या का त्यौहार है तू, रिमझिम गिरती रमझोल है तू । सावन गीत
स्मृति.... Monika
सुबह की ठंडी -ठंडी हवा लाई है इक सन्देशा महका - महका मौसम है मन हुआ सावन के जैसा | हाथों की मेहंदी गहराई, कर याद तुझे आँखें भर आई प्रकृति ने भी हरी चूनर ओढ़ी, मेरी भी चुनरी लहराई || बन मेघ पिया तुम आ जाओ, मैं बरखा बन बरस जाऊँ तुम सावन बन जाओ पिया, मैं बारिश की बूँद कहलाऊँ || तुम झाँझर की धुन बन जाओ, मैं मुरली का साज कहाऊँ प्रीत की रीत यही कहती है, तुम "मैं "और मैं "तुम "बन जाऊँ|| कुछ अंतर अब न रह जाए, आओ प्रीत की रीत निभाएँ दोनों का दोनों में सब कुछ, कोई मुझे बुलाए और तू आ जाए|| सुन ओ मेघ, सुन रे सावन तू ले जा मेरा संदेशा बरस वहाँ जहाँ पिय मेरे हैं, बता उन्हें मेरा हाल है कैसा || @स्मृति... मोनिका ✍️ तुम "मैं "और मैं "तुम "बन जाऊँ सावन -गीत #citysunset
Sunitashatruhansingh Netam
नैन लड़ गयी सईंया से आज मुई छत में अब तो अम्मा री करादो गवना हमार बिटिया तो होवे मुंडेर की चिड़िया मारे कांकरी उड़ जाऊ री पाहून भई बाबा के बागा की बैठी हरियल अम्बुवा डार गाऊं री छोड़ आई बालपन डाल घूंघट आज मुई छत मे अब तो अम्मा री करादो गवना हमार कैसी बिपत धर आई जोबन हूई सगरी दूनिया बेईमान निकली बीच बजरिया लागे सबकी नजरिया बिगड़े सबके काज हूई मेहरिया परशान देख गेहूंआ रंग कुंवारों की फागुन आई आज मुई छत मे अब तो अम्मा री करादो गवना हमार सुनीताशत्रुहनसिंह नेताम ©Sunitashatruhansingh Netam #सावन गीत विजय Anshu writer Ruchi Rathore vibha Suman Zaniyan
सिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र