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lalitha sai
अंधकार जहां होता.. वहां गुरु दर्शन मात्र से.. वहां रौशनी का उदय जरुर होता है. #yqbaba #yqdidi #peaceofmind #happy #newlifebegin #lalithasai आज मैं बहुत खुश हूं.. क्यों आज हमारा मठ जो 16 years से.. Private था.. आज
lalitha sai
सुबह से दोपहर दोपहर से शाम शाम से रात.. ये तो काल चक्र की विधि है इस सुबह से लेकर रात तक.. कितने अच्छे कर्म किये हो और क्या कुछ नया सीखा है ये महत्व पूर्ण बात है. #yqbaba #yqdidi #yqthoughtsoflife #thoughtoftheday #mortivateyourself #karmabeliever कर्म अच्छा करो.. हर समय में.. ये कर्म ही साथ देता है.
Prajapati Radhe
कहते हैं कि आत्मा बदल जाने से शरीर का कोइ महत्व नहीं होता है ©Prajapati Radhe प्रजापति राधे उर्फ विक्रम राघवेंद्र #Happiness
NG India
मगन भई घट अंतर लग कर, गह कर शब्द की धारा । रैन दिवस मोहिं कूका देता, मेरा स्वामी प्यारा ।।टेर।। नहीं और को संग में चाहता, ऐसा है भरतारा । वरता है उस सूरत को, तजे काल माया की धारा (1) अविनाशी स्वामी मिल जाये, को करे नश्वर प्यारा । दिव्य दृष्टि से देख चुकी मैं, जगत है बना असारा (2) स्वारथ बस सब प्रीत करे, रखते ऊपर व्यवहारा । जब मौका आकर गिर जाये, सब कर लेत किनारा (3) स्वामी मेरा मैं स्वामी की, ऐसा व्रत हैं धारा । नहीं और अब याद करूँ मैं, राधास्वामी रहूँ पुकारा (4) *राधास्वामी* राधास्वामी प्रीति बानी 5--88 स्वामी मेरा मैं स्वामी की ।
NiKhiL KhUIE .....🖋️
किसी एक विचार को अपने जीवन का लक्ष्य बनाओ कु विचारों का त्याग कर केवल उसी विचार के बारे मैं सोचो तुम पाओगे की सफलता तुम्हारे कदम चुम रही है... #स्वामी
Biikrmjet Sing
जा को जोगी खोजत हारे पायो नह तह पारो।। सो स्वामी तुम निकट पछानो रूप रेख ते न्यारा।। अर्थ:- जिस परमात्मा से मिलने के लिए अनेक जोगी उसे खोज खोज के हार गये पर उसका उरवार-पार नहीं जान सके ऐसे निराकार परमात्मा प्रकाश को तुम अपनी आंख के साहमने जानो ओर उस निराकार प्रकाश को पछाण कर देखो जो रूप रेखा से यानी शरीरिक रूप रेखा से परे है ओर जो सन्तो द्वारा बताई नाम ध्यान की विधि से मिलता है।। ©Biikrmjet Sing #स्वामी
nisha Kharatshinde
मन आणि श्रद्धा पत्ता नसलेल्या गोष्टी माणसाला जगण्याचे बळ देतात तुझ्या चरणांशी नतमस्तक होताना अश्रू गालांवरून संथ वाहतात तु़्झ्या सतत नामस्मरणाने वेदनांचाही विसर पडतो स्वर्ग सुख जे तुझ्या सेवेत स्मृतीभ्रंश होऊनी देह विसरतो ✍️ काव्यनिश ©nisha Kharatshinde स्वामी
nisha Kharatshinde
मन आणि श्रद्धा पत्ता नसलेल्या गोष्टी माणसाला जगण्याचे बळ देतात तुझ्या चरणांशी नतमस्तक होताना अश्रू गालांवरून संथ वाहतात तु़्झ्या सतत नामस्मरणाने वेदनांचाही विसर पडतो स्वर्ग सुख जे तुझ्या सेवेत स्मृतीभ्रंश होऊनी देह विसरतो ✍️ काव्यनिश ©nisha Kharatshinde स्वामी
nisha Kharatshinde
मन आणि श्रद्धा पत्ता नसलेल्या गोष्टी माणसाला जगण्याचे बळ देतात तुझ्या चरणांशी नतमस्तक होताना अश्रू गालांवरून संथ वाहतात तु़्झ्या सतत नामस्मरणाने वेदनांचाही विसर पडतो स्वर्ग सुख जे तुझ्या सेवेत स्मृतीभ्रंश होऊनी देह विसरतो ✍️ काव्यनिश ©nisha Kharatshinde स्वामी
nisha Kharatshinde
मन आणि श्रद्धा पत्ता नसलेल्या गोष्टी माणसाला जगण्याचे बळ देतात तुझ्या चरणांशी नतमस्तक होताना अश्रू गालांवरून संथ वाहतात तु़्झ्या सतत नामस्मरणाने वेदनांचाही विसर पडतो स्वर्ग सुख जे तुझ्या सेवेत स्मृतीभ्रंश होऊनी देह विसरतो ✍️ काव्यनिश ©nisha Kharatshinde स्वामी