Find the Latest Status about शत्रुतापूर्ण अधिग्रहण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शत्रुतापूर्ण अधिग्रहण.
ਪਵਿੱਤਰ"קคคקเ"✝
किसी भी तरह की सरकार के अंतर्गत ज़रुरत से बड़ी सेना स्वतंत्रता के लिए अशुभ है , और ख़ास तौर से गणतंत्रवादी स्वतंत्रता के लिए शत्रुतापूर्ण मानी जानी चाहिए . -- जॉर्ज वॉशिंगटन किसी भी तरह की सरकार के अंतर्गत ज़रुरत से बड़ी सेना स्वतंत्रता के लिए अशुभ है , और ख़ास तौर से गणतंत्रवादी स्वतंत्रता के लिए शत्रुतापूर्ण मा
#maxicandragon
#मुर्गा_लडाना अर्थ बताकर समझाईए इसका मतलब किसी बात को गलत ढंग से बताकर एक दूसरे मे मनमुटाव की स्थती पैदा करना है जैसे एक बार एक घर मे विपत्ती आने के पश्चात भूरी सूर्पनखा कल्लो और मोटी मे ऐसी स्थित उत्पन्न हुई, पहले सब कुछ ठीक दिखाई देता था परंतु वैसा था नही, चारो के मन का भेद एक मनुष्य जानता था,पर वो कहते नही था, काकी किसी का आत्मसम्मान न टूटे, समय गुजरता गया, औरभेद सामने आते गए विकट परिस्थिति मे जब आसमान टूटा, तब जो समीप था वो दूर भाग गया, जो बुरा था वो सज्जन निकला, जो सज्जन था वो दुर्जन निकला, जो हितैषी था वो चतुर निकला जो जैसा था स्थिति के बदले पर ही सामने आए लेकिन इसमे वो लोग भिन्न थे, जो मुर्गा लडाने का कार्य कर रहे थे जिसने मुख्य भूमिका भूरी की थी भूरी भिन्न भिन्न परिस्थिति मे खेलना जानता थी इस खेल मे पारंगत होने के साथ साथ जब्बराई भी थी झूठ, फरेब, रोना, मनाना, चिल्लाना इत्यादि कलाओं मे माहिर थी इस परिस्थिति मे भूरी ने सभी पात्र मे षडयंत्र के ही बोना शुरू किए सारे साम्राज्य पर आधिपत्य स्थापित किया सभी को अलग अलग तरह से बरगलाना, झूठ फैलाना, डराना, चुप करवाना इत्यादि क्रीयाओ को सम्पन्न किया जो वस्तु भूरी के पास होती, वो उसे लुप्त बताती या किसी और को पास बताती किसी और से न पूछा जाए, उसका भी इंतजाम करती ली हुई वस्तु को नकारना, किसी और का बताना, दूसरे से वस्तुओ का अधिग्रहण करना, और सब होने के उपरांत रोना, ये भूरी की चालबाजीयो का खून था आपने इस कहानी से समझा की मुर्गा लजाना किसे कहते है #SadharanManushya ©#maxicandragon #मुर्गा_लडाना अर्थ बताकर समझाईए इसका मतलब किसी बात को गलत ढंग से बताकर एक दूसरे मे मनमुटाव की स्थती पैदा करना है जैसे एक बार एक घर मे विपत
राजा पत्रकार
*किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर किसान यूनियन टिकैत पार्टी ने बुलंद की आवाज़* टाण्डा अम्बेडकरनगर। जिले में भारतीय किसान यूनियन टिकैत पार्टी का धरना फतेहपुर हाईवे पुल के नीचे बहलोलपुर मे जारी रहा। जिसमें किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर बुलंद की आवाज। किसान यूनियन ने एनएच 233 से प्रभावित 43 ग्रामों के किसान जो बीते 2 से 3 साल से परेशान हैं। कई बार लड़ाई लड़ने के बाद बसखारी रोड हिंदुस्तान मैरिज हॉल में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के नेतृत्व में बैठक हुई थी जिसमें तय हुआ था कि 43 ग्रामों के किसानों को प्रत्येक गाटे में सहखातेदार 0.0 510 हेक्टेयर आवासीय दर से दिया जाएगा। लेकिन उसका पालन आज तक नहीं हो पाया । दूसरा मुद्दा तीन-तीन बार जमीन गजट की गई तमाम किसानों की जमीन अधिग्रहण हो चुकी है लेकिन गजट में उनका नाम नहीं आया। तीसरा मुद्दा गजट 10 जनवरी 2021 को हुआ आज तक किसानों को उसका बजट बना करके पैसा नहीं मिल पाया ।चौथा जिले में किसानों को मजदूरों को बिजली फ्री मिलनी चाहिए वह बिजली बकाया मुक्त किया जाए। पांचवा मुद्दा जिले में किसान को खाद एवं बीज भी समय-समय से उपलब्ध कराया जाए ।गेहूं क्रय समय से सुनिश्चित किया जाए और असमय बारिश से हुई फसलों के हुए नुकसान की छतपूर्ति कराई जाए ।इन्हीं सब मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत की बैठक धरना 20 मार्च 2023 से शुरू होकर आज दूसरा दिन धरना जारी है।धरने में जिलाध्यक्ष विनय वर्मा,जिला उपाध्यक्ष लक्षिराम राम ,तहसील अध्यक्ष मनोज कुमार बर्मा,तहसील उपाध्यक्ष रवीन्द्र कुमार वर्मा राम जनम वर्मा ,त्रिभुवन मौर्य, देवी प्रसाद वर्मा, कपिल देव, शहंशाह सहित इत्यादि लोग मौजूद रहे ©राजा पत्रकार #किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर किसान यूनियन टिकैत पार्टी ने बुलंद की आवाज़ टाण्डा अम्बेडकरनगर। जिले में भारतीय किसान यूनियन टिकैत पा
Writer1
मौजूदा हालात (चिंतन का विषय) ****************************** कोई ना जाने पीड़ पराई, खुद बिसरे तो समझ में आई, मौजूदा हालात की क्या बात कहे,आसानी से कहांँ समझ में आई। अनुशीर्षक में पढ़ें (आंखों देखा हाल) 1.कोविड-19 के हालात तेज़ी से बिगड़ रहे। आखि़र जिम्मेदार कौन? मुश्किल हालात से आख़िर देश कब उबर कर आएगा? मरने वाले लोगों के शवों की कुव्यवस
Namit Raturi
Read my poem on "kisaan" in caption. नमस्ते दोस्तों, मेरी नई कविता "किसान" ,किसानों कि व्यथा उनके दर्दों को दर्शाति हुई,अफसोस भारत जैसे कृषि प्रधान देश मे भी किसानों कि यह दुर्
Namit Raturi
एक पुरानी कविता,,आजकल सबको किसान याद आ रहे है तो उनके लिए...।। नमस्ते दोस्तों, मेरी नई कविता "किसान" ,किसानों कि व्यथा उनके दर्दों को दर्शाति हुई,अफसोस भारत जैसे कृषि प्रधान देश मे भी किसानों कि यह दुर्
Harshita Dawar
God is watching us Evil is listening us भगवान सब देख रहा है शैतान सब रहा हैं... आगे पढ़े...... God is watching us Evil is listening us भगवान सब देख रहा है शैतान सब रहा हैं.. ए दृश्य सकोच करती भावनाओ जो तमतमाती गरज़ती बिज़ली की गर्ज से
sandy
मोदींचा पराभव मोदीच करतील! ==================== एखादे भव्य विस्तीर्ण पठारावर गवताचे कुरण असते. जेव्हा हवेची झुळूक येते, तसे ते गवतसुद्धा त्