Nojoto: Largest Storytelling Platform

New गंग गमत एक्सप्रेस रनंग स्टेटस Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about गंग गमत एक्सप्रेस रनंग स्टेटस from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गंग गमत एक्सप्रेस रनंग स्टेटस.

Related Stories

    PopularLatestVideo

kavi deepak chitransh hasy sexpres

हास्य एक्सप्रेस का प्रेम गीत #शायरी

read more
mute video

राग

# रंग और संग.. #शायरी #nojotophoto

read more
 # रंग और संग..

जगदीश निराला

रंग में भंग

read more
सर्द रातें और चाय  कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक मेला लगता है रामगढ़ में.यही वो ऐतिहासिक 
भन्डदेवरा मंदिर यानी शिल्प कला काअकूत ख़जाना लिए पौराणिक
शिवमंदिर है.जोघने जंगल के मध्य स्थिति है. जिसे देखने काफी संख्या में देशी विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगा ही रहता है।
हम भी रामगढ़ की दृश्यावली को देख अभीभूत  थे.भन्डदेवरा को देख इसीलिए तो महान इतिहासकार ने लिखा कि जैसे विश्व की सारी कलाकृति
यहीं सिमट कर रह गई हो।कई देशी विदेशी जोड़े मंदिर के विभिन्न एगंलो से फोटोशूट कर रहै थे।
 पुरातत्व अवशेष बता रहे थे कि ये नवी शताब्दी का तांत्रिक क्रियाओं का साधना केन्द्र रहा था.जिसे मलयवर्मा नामक राजा ने जिर्णोद्धार करवाया था.
जिसके बाद वर्त्तमान सरकार ने कुछ राशी बिखरी संम्पदा को यथा स्थान स्थापित करने की घौषणा तो की पर कार्य अभीतक भी न हो पाया।
साहित्यकार कवि कलाकार भी एकत्रित थे इस मीटिंग में.
रात घिर सी आई थी. लकडिय़ों इक्कठी कर अलाव जलाया गया था.
भोजनकर सभी केम्पफायर में शामिल थे. कंजर बालाओं का अद्भूत चकरी नृत्य मनलुभावन था.तो विदेशी एक जोड़े ने हार्मोनियम तबले पर हनुमान चालीसा गाकर मंत्रमुंग्ध कर दिया. अब महेन्द्र कौशिक ने भजन मीरा हो गई मगन सुनाया तो विपिन बीच संगीत में खो गए हम.पश्चात मांगीलाल राणावत ने  भी चदरिया झीणी रे झीणी के सुरों में पूरर्णिमां की चांदनी मैं चांदी घोल दी वही मांगरोल की मशहूर मांड़ गायिका विमला सारस्वत ने निराला नखराल़ा म्हारा केसरिया भरतार .छेड़ा .गीतकार निराला ने जवाब में सुर छैड़े .रुप की रूपाल़ी म्हारी केसर की कल़ी .सासरिये ले चाला आओ चालो तो सणीं ।संगीत सातवें आसमान पर जादू बिखेर रहा था.सभी को चाय की तलब लगी थी।
गौशाला में चाय बनाई जा रही थी।एकाएक हल्ला मचा शेर आ गया शेर सभी सहम से गये.हडबडाहट में चाय का भगौना औंधा हो किसी दिवाली की बची आतिशबाजी चला दी.शेर दहाड़ा दौड़ता केम्पफायर की और लपका सभी लोगों कलाकारों ने जलती लकडिया उठा ली थी.तरक़ीब कामयाब रही शेर दहाड़ते हुए जंगल में दाखिल हो गया कार्यक्रम समापन की घौषणा की गई. हम सभी चाय की तलब लिए गाडियों मेंं बैठ वापस मांगरोल आ गए।घटना जब भी याद आती कलेजा मुंह को आ जाता है।

जगदीश निराला मांगरोल रंग में भंग

Guru mantra 444

रंग में भंग #Life_experience

read more
mute video

Vikas Dhaundiyal

रंग के संग

read more
जबसे वो चलने लगी है 
मेरे संग संग 

मेरी अधूरी जिंदगी में 
आने लगे है कई रंग रंग के संग

Arora PR

संग का रंग #कविता

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile