Nojoto: Largest Storytelling Platform

New भल्लुकः Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about भल्लुकः from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, भल्लुकः.

Related Stories

    PopularLatestVideo
b9929c93fa599859b7bc0ec09b1adead

dearmyduniya

हो तल्लुक तो रूह से हो..
दिल तो अक्सर भर जाते हैं..!!

©Dearmyduniya
  हो तल्लुक तो रूह से हो..
दिल तो अक्सर भर जाते हैं..!!
#Love #Like #Shayar #pyaar #ishq #maa #Papa #Quote #dearmyduniya #nojohindi

हो तल्लुक तो रूह से हो.. दिल तो अक्सर भर जाते हैं..!! Love #Like #Shayar #pyaar #ishq #maa #Papa #Quote #dearmyduniya #nojohindi #विचार

48 Views

70c0dc2b13d9c8f80a0adba520310429

Bʌsʌŋt Pʌtʜʌĸ

रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता कोई फव्वारा नही हूँ #Poetry

रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता कोई फव्वारा नही हूँ #Poetry

undefined Views

26272012a4e004437b24c7be48f4f275

Kavi Alok Sharma

रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं 
चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं
- डाॅ॰ राहत इंदौरी रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं 
चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं 

मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता
कोई फव्वारा नही हू

रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं  चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं  मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता कोई फव्वारा नही हू #Poetry #Love #Moon #Shayari #rahatindori #gazal #शायरी #urdu

21 Love

0153e8509754d3e3d57d7aa0699d44a5

श्री कन्हैया शास्त्री जी

हे महादेव

नदी  में छी,बादल में छी नयन के आंचल में छी
कखनो मीठगर कखनो खट्टगर
अविरल सागर में छी।

हिम में छी, वाष्प में छी ई प्राण के आस में छी,
कखनो भैरगर कखनो हल्लुक 
अंजलि स लके गागर में छी।

स्वर में छी, लय में छी संस्कार  संग धर्म में छी,
कखनो गीत में कखनो गजल में
वेद स ल पुराण में छी।

ग़म  में  छी, शबनम में छी मधुवन में छी, उपवन में छी,
कखनों बूंद में कखनो रेत में 
पहाड़ स ल भाभर में छी।

खेत भी  छी, खलिहान में छी बाढ़ में छी वोन में छी,
कखनो गाम में कखनो दालान  में
घर स  ल  आंगन में छी।

 हे महादेव

नदी  में छी,बादल में छी नयन के आंचल में छी
कखनो मीठगर कखनो खट्टगर
अविरल सागर में छी।

हिम में छी, वाष्प में छी ई प्राण के आस में

हे महादेव नदी में छी,बादल में छी नयन के आंचल में छी कखनो मीठगर कखनो खट्टगर अविरल सागर में छी। हिम में छी, वाष्प में छी ई प्राण के आस में

0 Love

2796fa05d002b867d364a2cf1803402a

Ganesh Singh Jadaun

क़ुर्बतों[1] में भी जुदाई के ज़माने माँगे
दिल वो बेमेह्र[2] कि रोने के बहाने माँगे

अपना ये हाल के जी हार चुके लुट भी चुके
और मुहब्बत वही अन्दाज़ पुराने माँगे

यही दिल था कि तरसता था मरासिम [3]के लिए
अब यही तर्के-तल्लुक़[4] के बहाने माँगे

हम न होते तो किसी और के चर्चे होते
खल्क़त-ए-शहर[5] तो कहने को फ़साने माँगे

ज़िन्दगी हम तेरे दाग़ों से रहे शर्मिन्दा
और तू है कि सदा आइनेख़ाने[6]माँगे

दिल किसी हाल पे क़ाने[7] ही नहीं जान-ए-"फ़राज़"
मिल गये तुम भी तो क्या और न जाने माँगे


~ अहमद फ़राज़

©Ganesh Singh Jadaun क़ुर्बतों[1] में भी जुदाई के ज़माने माँगे
दिल वो बेमेह्र[2] कि रोने के बहाने माँगे

अपना ये हाल के जी हार चुके लुट भी चुके
और मुहब्बत वही अन

क़ुर्बतों[1] में भी जुदाई के ज़माने माँगे दिल वो बेमेह्र[2] कि रोने के बहाने माँगे अपना ये हाल के जी हार चुके लुट भी चुके और मुहब्बत वही अन #Books #शायरी

10 Love

d34548cd10a078be90fa0d1c252dd185

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 22 - नाम बताओ 'अरे, कौन है? छोड़ भी।' आज तनिक भद्र सखाओं से हटकर तमाल तरु के मूल में आ बैठा था। तमाल की ओट से आकर कन्हाई न

|| श्री हरि: || 22 - नाम बताओ 'अरे, कौन है? छोड़ भी।' आज तनिक भद्र सखाओं से हटकर तमाल तरु के मूल में आ बैठा था। तमाल की ओट से आकर कन्हाई न

undefined Views

d34548cd10a078be90fa0d1c252dd185

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 5 - भक्ति-मूल-विश्वास 'पानी!' कुल दस गज दूर था पानी उनके यहाँ से; किंतु दुरी तो शरी

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 5 - भक्ति-मूल-विश्वास 'पानी!' कुल दस गज दूर था पानी उनके यहाँ से; किंतु दुरी तो शरी

undefined Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile