टकटकी लगा देखते, खिचड़ी में पकवान।
स्वांसे जैसे रुक गई,कौन बने धनवान।।
ई वी एम ढाल बनी,जब जाएंगे हार।
आरोपों की बाड़ है, संविधान बीमार।।
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Kulbhushan Arora
मन में अदालत लगी है,
आरोपों की झड़ी है...
आरोप बेवजह नहीं हैं,
मुझमें ढेरों ढेर कमी है,
झूठी मुस्कानों के पीछे,
अश्कों की ही नमी है,
सबके द #yqdidi#yqquotes#yqदिल#yqभावुकता
please read caption
लोकनीति:-
कुछ बाकी रखता हूं कुछ लिख देता हूं...
राजनीति के पकौड़े में_ पानी में ही तल देता हूं,
सरकार चाहे जिसकी हो_ जनत #Politics#nojotohindi