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Ajay Bishwas
माँ है तो नहीं कोई लाचारी है माँ सारे रिश्तों पर भारी है # माँ के लिए सबकुछ लख्ते- जिगर होता है
हसन अंसारी
जरूर तुमको किसी ने दिल से पुकारा होगा एक बार तो चाँद ने कभी तुमको निहारा होगा मायूस हुए होंगे सितारे भी उस दिन खुदा ने जब जमीन पर तुमको उतरा होगा ये मेरा लख्ते जिगर है uzari hasna
TabishAhmad 'تابش '
ख्वाबों को कौन कितना सच करता है, वो इब्राहिम है जो ख़ुदा से मोहब्बत करता है! अपने लख्ते-जिगर को कुर्बान-ए-ख़ुदा करता है, ख़ुदा भी मान लेता है इब्राहिम सा कोई नही होता है! ख्वाबों को कौन कितना सच करता है, वो इब्राहिम है जो ख़ुदा से मोहब्बत करता है! अपने लख्ते-जिगर को कुर्बान-ए-ख़ुदा करता है, ख़ुदा भी मान लेता है इ
Brijendra Dubey 'Bawra,
वो बार-बार कहता है कि खून कर देगा मेरा असल में वो लख्ते-जिगर है मेरा! सबब नियत सही नहीं है तो ना सही आखिर कोई तो है जो फ़िक्रमंद है मेरा!!
M.k.kanaujiya
कई अर्शे इंतजार करूंगा तुझे पाने की चाह में, तकता रहूंगा रास्ता तेरे आने की राह में, ना दिन को दिन,ना रात को रात सुनूंगा मैं राहें हों कांटो और फूलों भरी बेशक कांटे चुनूंगा मैं, कड़कती धूप हो या सैलाबी बरसात हो, मैं भले रहूं तन्हा बस तेरा जुनून मेरे साथ हो राह शोलों भरी हो फिर भी धूल कहूंगा चिंगारी आग की बरसे फिर भी फूल कहूंगा मैं पालूं जब तक न तुझको ये लख्ते जिगर, तुझको चंदन मैं खुद को बबूल कहूंगा, राहें फूलों भरी हो, या कांटो भरी बेशक मैं कांटे चुनूंगा ।। ©M.k.kanaujiya #कई अर्शे इंतजार करूंगा तुझे पाने की चाह में, तकता रहूंगा रास्ता तेरे आने की राह में, ना दिन को दिन,ना रात को रात सुनूंगा मैं
Pravesh Kumar
मैं तेरे साथ हूँ न हूँ, कि मेरे साथ हो तुम, हर एक पल का हमसफ़र, मेरा हयात हो तुम। वज़ह-ए-ज़िन्दगी हो तुम, मेरी तमन्ना हो, पूरी ग़ज़ल कैप्शन में पढ़ें🙏 प्रेमरस में डूबी ग़ज़लों के लिए फ़ॉलो करें।🙏 मैं तेरे साथ हूँ न हूँ, कि मेरे साथ हो तुम, हर एक पल का हमसफ़र, मेरा हयात हो तुम। वज़ह-ए-ज़िन्दगी हो तुम, मेरी तमन्ना हो, हो मेरी लख्ते-जिगर,
विवेक सिंह
तुम्हें हासिल है एक फ़ौलाद सा जिगर, बस अपने जज़्बातों को ठीक से भिगोया करों! जिगर
भगसिंह मरूधरियाई
जिगर का टुकड़ा गुलशन सा खिला हुआ आफताब सा चमकता हुआ सागर सा शांत,लहरों सा मचलता हुआ आसमान सी आभा लिए क्षितिज सा बहता हुआ खुद में बर्फ सी ठण्डक लिए मुझमें अगन इक लगाता हुआ, तू जिगर का टुकड़ा मिरा, मुझसे टुकड़ा होकर जाता हुआ, इक हाल तो पूछता जा मुझे मुझसे ही ले जाता हुआ। #जिगर
imc Laxmanlal Yadav
जिन्दगी हसीन है यारो साहो तो कुछ कर लो या खो दो © imc Laxmanlal Yadav जिगर