Nojoto: Largest Storytelling Platform

New आनंदाचे गीत Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about आनंदाचे गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आनंदाचे गीत.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Yogesh Harichandra Marke

अश्रु आनंदाचे #MothersDay2021

read more
अश्रु

अनंदातुन उमटलेले हसू
खुप सुंदर असते...
पण अनंदातुन आलेले अश्रु
त्याहुन खुप सुंदर असते...
              
               योगेश मार्के
             अंबरनाथ जिल्हा: ठाणे

©Yogesh Harichandra Marke अश्रु आनंदाचे

#MothersDay2021

anil.gangwar.1994000

गीत के गीत

read more
mute video

Kartik Pratap

आखिरी गीत #गीत

read more
जब रात ढले लिखना हो कोई गीत
तब मत लिखना अपने दिलदार को
लिख देना कोई नज़्म
जिसमे इंसान, इंसान ही नज़र आए
लिख देना अपनी सारी पर्तें खंगाल कर
कुछ अटरम-सटरम
बिखेर देना खुद को उस गीत में इस तरह
कि बस जैसे लिखा जा रहा हो
दुनिया का आखिरी गीत #NojotoQuote आखिरी गीत
#गीत

Krishan Sharma

#गीत गीत लिखें... #कविता

read more
mute video

Kalpana Mishra

नकटा गीत अवधी गीत #शायरी

read more
mute video

अभिषेक कुमार मिश्रा

गीत लिखूं या गीत लिखूं #Shayari

read more
mute video

Kandari.Ak

mute video

Vinod Umratkar

आली दिवाळी आली आनंदाचे गाणं गात प्रकाशाच्या सोबतीने सुखाची होईल बरसात दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा #दिवाळी #nojotomarathi

read more
आली दिवाळी आली
आनंदाचे गाणं गात
प्रकाशाच्या सोबतीने 
सुखाची होईल बरसात

दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा आली दिवाळी आली
आनंदाचे गाणं गात
प्रकाशाच्या सोबतीने 
सुखाची होईल बरसात

दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा
#दिवाळी #nojotomarathi

Anuj thakur "बेख़बर"

गीत

read more
अधूरी मुहब्बत का किस्सा हूं जो कभी सुनाया जाऊंगा!
टूटता आईना हूं, अब क्या किसी को दिखाया जाऊंगा
बदक़िस्मती ने बखूबी साथ निभाया ताउम्र मेरा!
गीत ही तो हूं खुशी में न सही गम में तो गाया जाऊंगा!!
                 
                बेख़बर गीत

विनय शुक्ल 'अक्षत'

गीत #कविता

read more
तुमने गर आवाज दी होती तो मैं पल भर ठहरता। 
वक्त के तटबंध पर बनकर मैं शीतल जल छहरता।

पर तुम्हे तो हार का अवसर दिखाई दे रहा था। 
एक भयानक त्रासदी का डर दिखाई दे रहा था। 
मुख से कुछ बोले नहीं तुम पर निगाहें कह रही थी। 
पीर उर की नैन के कोरों से रिस कर बह रही थी। 
मौन थे तुम, आँसूओं से थी दुपट्टे पर तरलता, 
तुमने गर आवाज दी होती तो मैं पल भर ठहरता।

प्राण ! तुमको वक्त का था भान न मालूम मुझको। 
बंदिशों को तोड़ना आसान न मालूम मुझको। 
पर शिकायत है कि तुम से कुछ छुपाया जा रहा था। 
सच न कह कर मुझसे मेरा दिल दुखाया जा रहा था। 
थी नहीं अब प्राण ! तुझमें  पहले जैसी वो सरलता, 
तुमने गर आवाज दी होती तो मैं  पल भर ठहरता। 

पर चलो जो भी हुआ अच्छा हुआ यह मानता हूँ। 
अब न मुझको जानते तुम मैं न तुमको जानता हूँ। 
वक्त  के  हाथों  गढ़ी  तस्वीर  लेकर  देख  लेंगे। 
एक  दूजे  के  हृदय  की  पीर  लेकर  देख  लेंगे। 
सोचता  हूँ कब तलक मुझको सताएगी  विफलता, 
तुमने गर आवाज दी होती तो मैं पल भर ठहरता।

©©©©विनय अक्षत' गीत
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile