Find the Latest Status about ब लव र बग ग च च from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.
💕 पटेल साहब 💕
Feelings in 5 words. 💕💕💕💕💕💕 *दिसंबर है दोस्तों* *दि*-- *दिलों का* *सं*-- *संगम* *ब*-- *बरकरार* *र*-- *रहेगा* 💕💕💕💕💕💕 *दिसंबर है दोस्तों* *दि*-- *दिलों का* *सं*-- *संगम* *ब*-- *बरकरार* *र*-- *रहेगा*
pramod malakar
रंग - गुलाल तुम लगालो , भंग - धतूरा तुम चढ़ालो। पिचकारी थाम कर हाथ में , सर - र - र चिल्लालो। कपडा फाड़ होली खेलकर, विरोधियों को भी गी गले लगा लो।। """"""""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार ©pramod malakar #होली है ...सच र र र......
Bhupendra Singh Solanki
जिंदगी से तेरे जाने के बाद ऐसा लगता है कि किसी ने जिंदगी के रंगो को रबर से जबरदस्ती मिटा दिया हो। ©Bhupendra Singh Solanki र र #colours
Bhawna Sagar Batra
ओह तू इश्क़ सिलाइयां बुन सकदा ए , मेरे सिर ते चुन्नी ढक सकदा ए , जे मैं हां फुल बगीचे दा , तू मेरा माली बन सकदा ए ।। ©Bhawna (SB) #airballoon माड़ी जेही कोशिश पंजाबी च लिखन दी #लव #पोएट्री
Samdarshi PrajaMandal
हे जगदीश्वर तुम्हें प्रणाम हे सर्वेश्वर तुम्हें प्रणाम । जहां देखता हूं वहां तुम ही तुम हो । झरनों में तुम हो, झीलों में तुम हो ।। पृथ्वी में तुम हो, शैलो में तुम हो सूरज में तुम हो, चंदा में तुम हो, जहां दृष्टि डालो वहां तुम ही तुम हो । जिधर देखता हूं उधर तुम ही तुम हो । तारों में तुम हो, सितारों में तुम हो । देवों में तुम हो, दनुजो में तुम हो । गंगा में तुम हो ,यमुना में तुम हो, हर मन में तुम हो, हर तन में तुम हो , धरा से गगन तक रमे तुम ही तुम हो । जिधर देखता हूं वहां तुम ही तुम हो ।। ग
yashu tiwari
एक बेटी क्या कहती है... ♥️ आपकी आवाज सुनकर ही सुकून का एहसास होने लगता है पापा आपकी उदासी एक अनकहा संबल आपके प्यार की खुशबु जैसे महके सुगंधित मंदिर की अगरबत्ती आपकी विश्वसनीयता मेरा खुद पर और गर्व महसूस करना आपकी छोटी सी मुस्कान मेरी बड़ी सी ताकत आप का हरपल का साथ ख़ुशी का एहसास इस जहा मे मेरे लिए आप से ज्यादा कोई खास नही है कोई भी नही...पापा, आपके भार तले दबी है मेरी हर एक साँस ।।आकांक्षा सिंह (romi) ग
Rajkamal Gupta
अल्फ़ाज़ मेरे दिल के, अल्फाज मेरे दिल के तन्हाईयाँ जो लिखी थी हमने सोचा न था कभी की नज़रो के सामने रहोगी हमारे पर हम दिल - ऐ - अल्फाज बयान ना कर पाएँगे । चाहना तो हम मे भी बहुत खूब लिखा है दिल - ऐ - दर्खाश्त, दरमीयाँ.... दिल भले मेरा जख्मी है, लेकिन सांसो में अब भी मगरूरी है मुर्खते - ऐ - जुबाने खारोफ कभी ऐहसास दिला न पाएँगे हम । ग