Find the Latest Status about सृष्टि रचना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सृष्टि रचना.
Paramjeet kaur Mehra
Paramjeet kaur Mehra
Paramjeet kaur Mehra
सतलोक में शब्द से 16 पुत्रों की उत्पत्ति कबीर परमात्मा ने सतलोक में 16 द्वीप रचने के बाद सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ©Paramjeet kaur Mehra सम्पूर्ण सृष्टि रचना‘‘ पूर्ण ब्रह्म :- इस सृष्टि रचना में सतपुरुष-सतलोक का स्वामी (प्रभु), अलख पुरुष-अलख लोक का स्वामी, अगम पुरुष-अगम लोक का
Akash Das
#BrahmaKumaris_Exposed Supreme God Kabir सृष्टि रचना ये पृथ्वी लोक को साकार मनुष्य लोक बताते हैं। सूक्ष्म देवताओं का लोक में ब्रह्मा, विष्णु
Amandeep
#GodKabir_CreatorOfUniverse सर्व ब्रह्मण्डों को रचने वाले कबीर परमात्मा अर्थववेद काण्ड नं4 अनुवाक नं.1मंत्र 7 में कबीर परमात्मा द्वारा की ग
Paramjeet kaur Mehra
Akash Das
#BrahmaKumaris_Exposed Supreme God Kabir सृष्टि रचना ये पृथ्वी लोक को साकार मनुष्य लोक बताते हैं। सूक्ष्म देवताओं का लोक में ब्रह्मा, विष्णु
KHINYA RAM GORA
महिला दिवस पर विशेष.... किसने कहा अधूरी हो, जग में केवल तुम पूरी हो, तुम जीवन चक्र की धुरी हो, नारी केवल तुम पूरी हो l कोमलता तुम, शक्ति भी तुम, भक्ति भी तुम, अभिव्यक्ति तुम, मदिरा भी तुम, अमृत भी तुम, जननी भी तुम और सृष्टि तुम l ममता की मोहक मूरत तुम, सृष्टि रचना की सूरत तुम, तुम हर शृंगार का दर्पण हो, तुम त्याग हो, तुम्हीं समर्पण हो l वात्सल्य का अतुल ख़ज़ाना तुम, ब्रम्हांड की सुन्दरतम रचना, तुम सत्य मार्ग दिखलाने वाली, गीता हो तुम, रामायण तुम l दुर्गा भी तुम, लक्ष्मी भी तुम, भैरव, महिषासुर घाती तुम, यमराज की मति भ्रमित करके, सत्यवान को पुनः जिलाती तुम l तुम सीता हो, सावित्री तुम, तुम अनुसूइया, गायत्री तुम, साहस में झाँसी की रानी, करुणा में मदर टेरेसा तुम l तुम पुत्री रूप में पोषणीय, अर्धांगिनी रूप में अभिरमणीय, जननी के रूप में पूज्यनीय, तुम गुरु रूप में अनुकरणीय l तुम जीवन चक्र की धुरी हो, नारी, केवल तुम पूरी हो, किसने कहा अधूरी हो, जग में केवल तुम पूरी हो l #Happy women's day ©khinyaram gora महिला दिवस पर विशेष.... किसने कहा अधूरी हो, जग में केवल तुम पूरी हो, तुम जीवन चक्र की धुरी हो, नारी केवल तुम पूरी हो l कोमलता तुम, शक्
Hariom
Hariom