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J P Lodhi.
#PulwamaAttack सरहद के सफर पर था सैनिकों का अमला, शेर की टोलियों पर किया कायराना हमला। निर्दोष वीर जवानों की ले ली ज़िंदगी जान, आतंकियों का नाश कर रखना उनका मान। 🌷🌷पुलवामा हमले के वीर शहीदों को अश्रपुरित भावभीनी श्रद्धांजली🌷🌷 #पुलवामा अटैक**
Ankur kumar
#PulwamaAttack पुलवामा में शहीद हुए सभी भारतीय जवानों को मेरी और आपकी ओर से शत-शत नमन। वे जिस पर कुर्बान हुए वह यह है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 भारत। पुलवामा अटैक।
Dr. Bhagwan Sahay Meena
पुलवामा के वीरों से, घात करे थे घाटी में। बैठे गोडसे दिल्ली में, जयचंद पावन माटी में। गीदड़ पहुंचे शेरों तक, छल कर तेरी गोदी में। हंसते-हंसते शहादत पाएं, नगराज की चोटी में। गंगा यमुना चीख उठी,सिंदूर मिली जब माटी में। भेंट चढ़ी थी कितनी राखी, जन्नत तेरी छाती में। बेबस बुढ़ी आंखें छलकी,इन वीरों की यादों में। अरमानों की अर्थी उठी, वृद्ध पिता के कंधों में। बिलख बिलख मां रोई, उम्मीदें बिखरी लाशों में। नन्ही नन्ही परियां चीखी, सपने मिल गये माटी में। आज तिरंगा लिपट रो रहा, इन वीरों की छाती में। हिंदुस्तानी धरती रोये, इन शेरों की शहादत में। नाम अमर रहेंगे इनके, भारत के इतिहास में। नतमस्तक है हिंद हमारा, महावीरों की शान में। कदम उठा लो अंतिम, गोली दागों दुश्मन में। अब मत खोजों मानवता, इन नरभक्षी गिद्धों में। डॉ भगवान सहाय मीना बाड़ा पदमपुरा जयपुर राजस्थान। ©Dr. Bhagwan Sahay Rajasthani #पुलवामा अटैक
Amit Gupta
*तस्वीर जम्मू कश्मीर की* हां मैं निसंदेह मानता हूं यहां की हसीं वादियों में बसी है मुहब्बत, मगर ये भी तो ज्ञात हो यहीं नित्य पनपते हैं लोगों में बेहिसाब नफरत । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं, कश्मीर की धरती पर पसरा है जन्नत का मंजर, पर यह भी तो सर्वविदित हो कि यहीं चलती है नित्य खूनी खंजर । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं, है यहां झीलों के सीने में लिपटे बहारें, पर क्या यह सच नहीं यहीं से उठती है ताबूत लिपटे तिरंगे से सैनिकों की हमारें । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं यही झिलमिलाती है झीलों की कनक सी जेवर, मगर ये भी तो ज्ञात हो कि यहीं होते हैं अक्सर लोगो के हिंसक तेवर । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं यहां कुदरत भी करती है इसकी इबादत, मगर ये भी तो दृष्टांत हो यहीं अकसर होती है सैनिकों कि शहादत । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? अमित गुप्ता पुलवामा अटैक
Azeem Khan
उनका मोहब्बत में था दाबा , कि रख देंगें दिल निकालकर । ये कैसे आशिक हैं, जो चेहरे जला रहे हैं तेजाब डालकर । एसिड अटैक
Vickram
हार्ट अटैक,,,,,,,, हजारों तकलीफ़ों को छुपा कर चेहरा हंसता ही रहता है । कोई बताता नहीं किसी को दर्द दिलों का महंगा सा हो गया है । कुछ बीते दिनों के थे तो कुछ आज के ताजा ज़ख्म है। ऐ जिंदगी तेरा ज्यादा टिक पाना हमें अब मुश्किल सा लगता है । ©Vickram हार्ट अटैक,,,,,
Amit Gupta
*तस्वीर जम्मू कश्मीर की* हां मैं निसंदेह मानता हूं यहां की हसीं वादियों में बसी है मुहब्बत, मगर ये भी तो ज्ञात हो यहीं नित्य पनपते हैं लोगों में बेहिसाब नफरत । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं, कश्मीर की धरती पर पसरा है जन्नत का मंजर, पर यह भी तो सर्वविदित हो कि यहीं चलती है नित्य खूनी खंजर । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं, है यहां झीलों के सीने में लिपटे बहारें, पर क्या यह सच नहीं यहीं से उठती है ताबूत लिपटे तिरंगे से सैनिकों की हमारें । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं यही झिलमिलाती है झीलों की कनक सी जेवर, मगर ये भी तो ज्ञात हो कि यहीं होते हैं अक्सर लोगो के हिंसक तेवर । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? हां मैं निसंदेह मानता हूं यहां कुदरत भी करती है इसकी इबादत, मगर ये भी तो दृष्टांत हो यहीं अकसर होती है सैनिकों कि शहादत । आखिर कब तलक लिखी जाएंगी सौन्दर्य कविताएं जम्मू कश्मीर की, आखिर कब तलक दिखाएंगे हम एक ही पहलू इसके तस्वीर की ? अमित गुप्ता पुलवामा अटैक