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kanta kumawat
बचपन और नए कपड़े अपनी कलम उस कहानी का ताज न पूछों। उस खुशी का राज न पूछों। बहुत महंगे थे वो कपङे सकुन भरा था हर पल में अब उस बचपन की बात ना पूछों। कान्ता कुमावत ©kanta kumawat कान्ता कुमावत अपनी कलम #bachpan
SURAJ आफताबी
जब लगाये वो आँखों में काजल "आफताब" भी स्याह हो जाये गहन कान्तार में स्फुटित मँजरी सी उसकी कोमलता कोई मिलिन्द सिर्फ़ निगाह भर देखे तो गुनाह हो जाये ! बेशकीमती सा वो इक नजर का टुकड़ा जिससे सम्पूर्ण जीवन मेरा निर्वाह हो जाये जूड़े में बँधी है उसके इक मुकम्मल दुनिया जो खोल भर दे तो "आफताबी" को भी सुरमई पनाह हो जाये !! कान्तार- जंगल #mohabbat #love #poetry #yqbaba #yqdidi #life #lovequotes #surajaaftabi
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किताबें हम से शुरू हुई थी पर कविताएँ तुम से। आँखे हम से मिली थी पर पर दिल लगा सिर्फ़ तुम से। ©kanta kumawat किताबें हम से शुरू हुई थी पर कविताएँ तुम से। आँखे हम से मिली थी पर पर दिल लगा सिर्फ़ तुम से। कान्ता कुमावत
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अपनी कलम एक परिपूर्ण नारी को हमेशा सहयोग की जरूरत होती है सहायता की नहीं । कान्ता कुमावत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं 8 मार्च kanta kumawat ©kanta kumawat #Colors अपनी कलम एक परिपूर्ण नारी को हमेशा सहयोग की जरूरत होती है सहायता की नहीं । कान्ता कुमावत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं 8
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कभी - कभी आपका चुना गया बेहतर इसलिए छीन लिया जाता हैं क्योंकि ईश्वर आपको और अधिक बेहतरीन देने की ठान लेता हैं। ©kanta kumawat कभी - कभी आपका चुना गया बेहतर इसलिए छीन लिया जाता हैं क्योंकि ईश्वर आपको और अधिक बेहतरीन देने की ठान लेता हैं। कान्ता कुमावत #findyoursel
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काश ये सब झूठ होता, आशिकों के दिलों में ज़रा इन्सानियत का गहरा अहसास होता। कोई नहीं रोता प्यार के नाम पर दहलिज़ पकङकर काश ये सब झूठ होता। ©kanta kumawat आशिकों के दिलों में ज़रा इन्सानियत का गहरा अहसास होता। कोई नहीं रोता प्यार के नाम पर दहलिज़ पकङकर काश ये सब झूठ होता। कान्ता कुमावत #Alas
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गुजरे कुछ पल आँधियों के संग अब ठण्डी हवाओं की बारी है। बादल न इतना शोर ना कर मेरे अन्न की कोठरी अभी खाली है। कान्ता कुमावत ©kanta kumawat गुजरे कुछ पल आँधियों के संग अब ठण्डी हवाओं की बारी है। बादल न इतना शोर ना कर मेरे अन्न की कोठरी अभी खाली है। कान्ता कुमावत
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