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Tera yaar Jp

नाट्य #समाज

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HP

शास्त्र

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स्वाध्याय केवल पुस्तकें पढ़ने को ही नहीं कहते। उसका वास्तविक उद्देश्य आत्म-निरीक्षण के लिए प्रेरणा प्राप्त करना है।
 शास्त्र कहता है। शास्त्र

somnath gawade

'शास्त्र' चुकीच्या
हातात पडले की
 त्याचे 'शस्त्र' होते.
 #शास्त्र

Choubey_Jii

नृत्य, गायन, अभिनय, वादन व रंगमंचन होता है !!
ये नाट्य कला, संपूर्ण कलाओं का संगम होता है !!

ये रंगमंच मंदिर होता है पर्दे हैं द्वार उस मंदिर के !!
कलाकार कठपुतली निर्देशक के मन के अंदर के !!
 
सहयोगी होते नींव नाट्य के नहीं कोई कम होता है !!
ये नाट्य प्रदर्शन पूजन है दर्शक ईश्वर सम होता है !!

कलाकार का श्रम मंच पर, मनोरंजन बन आता है !!
चंद मिनट में महीनों की, मेहनत का रंग दिखाता है !!

संपूर्ण सभा में दर्शक की जो ताली से गुंजन होता है !!
वह गुंजन उपहार कलाकार जीवन पर्यंत संजोता है !!

#चौबेजी !! #worldtheatreday #विश्वनाट्यदिवस #चौबेजी #नाट्य #कविता

Pt. Ashish Dubey

#तर्क शास्त्र #विचार

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Sanjay Kumar Gupta

#वास्तु शास्त्र

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कोई ऐसी करवट,
जो गीला न करे
तकिये को,
क्या पता है तुम्हे?
मुझे मालूम हुआ है,
आप वास्तु शास्त्र के
बड़े जानकर है। #वास्तु शास्त्र

Astro shiv

# ज्योतिष शास्त्र #समाज

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Ritika Thakur

kullu नाट्य उत्सव ♥♥♥ #hunarbaaz

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Rajesh rajak

शास्त्र संबत स्नान

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शास्त्रों के अनुसार हमें तीन जगहों से आकर स्नान करके ही
घर के अंदर प्रवेश करना चाहिए,
१_श्मशान से आकर।
२_अस्पताल से आकर।
३_यात्रा से वापस आने से।
और अब विज्ञान शास्त्र के अनुसार कोरोना नाम की जो घातक महामारी फैल रही है यदि आप किसी जरूरी कार्य
से बाहर जाए तो बिना नहाए और जो कपड़े पहन कर गए
थे उन्हें बिना धोए घर के अंदर प्रवेश न करें। शास्त्र संबत स्नान

HP

शास्त्र कहता है।

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शास्त्र कहता है ‘सत्यं सुखं संजयति’ सत् से सुख उपजता है। यदि आप अपने को सुखी बनाना चाहते हैं तो अपने अन्दर दृष्टि डालिये, अपनी बुराइयों का सुधार कीजिए, अपने में सद्गुण उत्पन्न कीजिये। ‘स्व’ को सँभालते ही ‘पर’ सँभल जाता है। दुनिया दर्पण है, इसमें अपनी ही शकल दिखाई पड़ती है। पक्के मकान में आवाज गूँजकर प्रतिध्वनि उत्पन्न होती है इसी प्रकार अपने गुण कर्म, स्वभावों के अनुरूप प्रत्युत्तर संसार से मिलता है। हम जिधर चलेंगे छाया भी पीछे-पीछे उधर ही चलेगी। इसलिए उचित है कि सुख प्राप्त करने का अपने को अधिकारी बनावें अपने आचरण और विचारों में समुचित संशोधन करें यही सफलता का मार्ग है। शास्त्र कहता है।
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