Find the Latest Status about देखती हो क्या from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, देखती हो क्या.
Satendra gupta
बार बार देखती नज़र है क्या करूँ। मोहब्बत का असर है क्या करूँ।। सुकून नही दिल को बिना देखे। न जाने वो किधर है क्या करूँ।। अब चैन कहाँ है आँखों को भी। ढूंढती हमसफर है क्या करूँ।। मै अकेला आशिक़ नही हूँ यहाँ। पीछे पड़ा सारा नगर है क्या करूँ।। सोचता हूँ बोल दूँ दिल की बात। मगर खोने का भी डर है क्या करूँ।। 📝 सतेन्द्र गुप्ता देखती नज़र है क्या करु
Neha Swaika
आज जब योजना तो दिल को सुकून अया कि चलो देख तो पाऊँगी मै तुम्हे मगर फिर उसी पल खयाल आया कि क्या हमेशा सिर्फ़ देखती ही रह जाऊँगी मै तुम्हे । #क्या देखती रह जाऊँगी मै तुम्हे ।
Jhunna Baba Jethwar
मुझे छुप छुप कर देखती हो, प्यार करती हो क्या रोज यही मिलती हो, मेरा इंतजार करती हो क्या ©Jhunna Baba Jethwar मुझे छुप छुप कर देखती हो, प्यार करती हो क्या रोज यही मिलती हो, मेरा इंतजार करती हो क्या #hindi_quotes #Shayar #hindishayari #lovequotes #lov
Ram Pujari
शर्म दहशत झिझक परेशानी नाज़ से काम क्यूं नहीं लेतीं आप वो जी मगर ये सब क्या है तुम मिरा नाम क्यूं नहीं लेतीं -जौन एलिया #rampujari #love #lovestory #author #book # जब तुम मिलती हो, इधर-उधर क्या देखती हो। नज़रें मिलाओ नज़रें झुकाओ - इक़रार तो हो।
Kavi Raj
खाने के लिए कुछ हो या ना हो मगर पहनने के लिए सब होना चाहिए क्योंकि दुनिया अब पेट नहीं देखती आप क्या पहनते हो वह देखती है आपके जीवन में 2020
vimlesh Gautam https://youtube.com/@jindgikafasana6684
निगाहों से ओझल हो रहे तुम देखती प्रस्तर से निगाहों को तुम्हारी तलाश रही तुम और मैं अगर जिंदगी में मोहब्बत की बातें करें। जिंदगी जन्नत भरी लगेगी।। ©vimlesh Gautam # देखती
Nitin Kr Harit
मेरी वेदना को पवन हो गए हो, मेरी आत्मा मेरा मन हो गए हो। जिधर देखती हूं तुम्हें देखती हूं, तुम्हीं प्रिय मेरा, गगन हो गए हो।। बंधी डोर है एक, तुम्हीं खींचते हो, नई पौध सी हूं, तुम्हीं सींचते हो। हृदय में हिलोरें कई भर रहे हो, मुझे प्रेम पोषित तुम्हीं कर रहे हो। तुम्हीं से है तृप्ति, तुम्हीं से है शुद्धि, तुम्हीं अब मेरा आचमन हो गए हो। जिधर देखती हूं, तुम्हें देखती हूं, तुम्हीं प्रिय मेरा, गगन हो गए हो।। अंधेरे कटे जब, दिए से जले तुम, मेरे मन के सीपी में हर पल पले तुम। तुम्हें ही मैं सच, नीड़ में बुन रही हूं, हृदय के हर एक गीत में सुन रही हूं। तुम्हीं रूप हो, तुम ही हो कल्पना भी, तुम्हीं अब मेरा विस्तरण हो गए हो। जिधर देखती हूं, तुम्हें देखती हूं, तुम्हीं प्रिय मेरा, गगन हो गए हो।। जिधर देखती हूं, तुम्हें देखती हूं, तुम्हीं प्रिय मेरा, गगन हो गए हो।। - नितिन कुमार हरित #nitinkrharit #yqdidi #yqhindi #love #lovepoetry