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बेटा बेटी दिवस ©Bharat पटेल बेटा बेटी दिवस
श्याम कौशिक
सबके नसीब में कहां है बेटियां है खुदा मेहरबां वहां है बेटियां श्याम कौशिक बेटी दिवस पर
श्याम कौशिक
सबके नसीब में कहां है बेटियां खुद मेहरबां है खुदा वहां है बेटियां श्याम कौशिक बेटी दिवस पर
Ashok Verma "Hamdard"
*मैं बेटी हूं(बेटी दिवस पर विशेष)* ***************************** *कंधे पर मैं बोझ नहीं हूं,* *दूषित नीची सोच नहीं हूं* *फिर क्यों मुझे जुदा कर रहे* *एक बार बतलाओ पापा* *मुझे गले लगाओ पापा,सच क्या है बतलाओ पापा*। *आपके बगिया की कली हूं* *आप ही ने तो कहा भली हूं* *रानी बिटिया आपके आंगन की* *दासी मत बनाना पापा* *मुझे गले लगाओ न पापा,सच क्या है बतलाओ न पापा*। *कहते मुझको प्यारी गुड़िया* *कभी बिटिया तो कभी बुचिया* *दहेज लेकर क्यों जाऊं घर से* *जीवन पूरा क्यों कटे डर से* *बात ये मुझे समझाओ पापा,मुझे गले लगाओ पापा*। *नहीं करनी है मुझे ये शादी* *जिस घर में छीन जाय आजादी* *कैसे ये रीत निभाऊं पापा* *कभी तो मुझे बतलाओ पापा,मुझे गले लगाओ पापा।* *अशोक वर्मा"हमदर्द"* ©Ashok Verma "Hamdard" बेटी दिवस पर विशेष
Gopika Somani
बेटी पर कविता बेटी जब पैदा होती है, पहाड़ सा टूट जाता है बेटा जब पैदा होता है,जश्न मनाया जाता है कौन जाने बेटा अच्छा हो या शैतान मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान रानी झांसी भी तो एक बेटी थी पूरे भारतवर्ष की चहेती थी रोशन किया अपने माता पिता और देश का नाम मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान कल्पना चावला भी तो देश के लिए मर गई दुनिया में भारतवर्ष का नाम ऊंचा कर गई बड़े बड़े वैज्ञानिकों की सूची में आज भी उनका नाम मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान बेटी के साथ तुम ना करो अत्याचार हाथ का दिया ले जाती है करते हो जब कन्यादान उसको भी दुनिया में जीने का है अधिकार मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत मान महान ©Gopika Somani #poem बेटी पर मेरे कुछ विचार..... बेटी पर कविता
Lukesh Sahu
Girl quotes in Hindi दौर हो चला है आधुनिकता की ओर, पर आज भी यहां लुट रहीं हैं बेटियां, खुले घूम रहे कई हवस के दरिंदे, आज भी बंद कमरों में घुट रहीं हैं बेटियां, हैं कितने ही हुनर और प्रतिभाएं उनमें भी, पर उन दरिंदो के कारण पीछे छूट रहीं हैं बेटियां, कली हैं वो नाज़ुक सी जो खिलना चाहतीं हैं, पर दरिंदो के हाथों खिलने के पहले ही टूट रहीं हैं बेटियां। ©Lukesh Sahu #बेटी दिवस#बेटी बचाओ