Find the Latest Status about तोहफ़ा मोहब्बत का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तोहफ़ा मोहब्बत का.
Shashi Bhushan Mishra
अंधेरे से मिलना तो सौगात लेकर, उजाले का तोहफ़ा मुलाकात लेकर, किसी का बने दिन कोई हो न बेबस, बिना बात के भी कोई बात लेकर, सजे स्वप्न में भी ख़ुशी चाँदनी की, मिलना मिलाना हो जज़्बात लेकर, अगर कोई टूटा हुआ दिल मिले तो, दिलासे से भर देना बरसात लेकर, ज़ुदाई की पीड़ा भी पहचान लेना, मधुमास आता है शुरुआत लेकर, कभी हार से मत परेशान होना, बदलेगी क़िस्मत शह-मात लेकर, 'गुंजन' भरोसे का है खेल सारा, हुआ है करिश्मा अकस्मात लेकर, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #उजाले का तोहफ़ा#
Deepali Singh
तोहफा दिवाली का तु मान को क्या समझेगा नवाजा है जो अपमान हमेशा दिवाली का ख़ास उपहार दिया तोहफा तो बड़ा यादगार दिया आज के दिन जो आग लगाया यूँ खुद को तुने क्यों जलाया सीरत अपनी जो बेशर्म बनाये किरदार ये तुझपर खुब भाये अदाकारी भी बखूबी निभाया अकड़ से क्या रुआब दिखाया जूते चप्पालों से मान बढ़ाया गिर गया इतना सबको दिखाया थप्पड़ उठाकर औकात बताया गुर्राते आँखों ने ज़ोर धमकाया इतना भयावह रूप ना भाये डर लगता है तुझसे ऐ विधाता मेरे जो नग्नता अपनी शर्मशार कराये कैसे उससे हम नज़रें मिलाएँ क्या मिलता है यूँ पेश आके होश न खो तु जोश में आके वक़्त है अभी ख़ुद संभल ले फ़िर वक़्त न देगा तुझे संभलने बड़ी बेशर्मी से है सबको तु घेरे मुझे तो घिन्न आती है नाम से तेरे ©Deepali Singh तोहफ़ा दिवाली का
Rishav Sah
मेरे जन्मदिन में उन्होंने पुछा क्या तोहफ़ा चाहीए अब उन्हें कौन बताए की ताह़ उम्र उनका साथ चहिए।।। ©Rishav Sah #तोहफ़ा
CK JOHNY
बेहतरीन साथी है तेरी जुदाई के गम जिसने कभी तन्हा रहने ही न दिया। और हसीन तोहफ़ा क्या होगा ज़िंदगी का। तोहफ़ा
Alkesh Lodhi
जानें वाले साल से मैं कहना चाहुंगा कि -- मैं खुश हूं कि मैंने तुम्हें जीया हैं। आने वाले साल से उम्मीद हैं कि - मैं तुम्हे जी पाऊंगा..😔 😊☺️😊 Alkesh(Bhopal) ©Alkesh Lodhi #Road #नए #new ईयर का तोहफ़ा#मोटिवेशनल
Alkesh Lodhi
जानें वाले साल से मैं कहना चाहुंगा कि -- मैं खुश हूं कि मैंने तुम्हें जीया हैं। आने वाले साल से उम्मीद हैं कि - मैं तुम्हे जी पाऊंगा..😔 😊☺️😊 Alkesh(Bhopal) ©Alkesh Lodhi #Road #jindgi #नए साल का तोहफ़ा..#motivaional
सुशील राय "शिवा"
इक शाम बैठा बालकनी में ... दिखा "चाँद" तो तुम्हारा "चेहरा" याद आ गया, सोचा कितने चमकते हैं ये "तारे" तो "आंखें" याद आ गयी ... फिर पहुंचा "गुलाब" के पास देखा जब उसकी "पंखुड़ियों" को तो "गुलाबी होंठो" का राज खुल गया. रूआंसा होकर पूछा खुदा से ...किसे देखूं ? खुदा ने मुस्करा कर बोला ...क्यों तलाश करता है तू "खूबसूरती" इन चाँद, तारे और फूलों में ... दिया तो है तुझे "नायाब तोहफा" इन सबको समेट कर इक "हसीना" में ... जो देख ले एक बार भर के "निगाहों" से उसकी "शरबती आंखों में"...."सुशील" भूल जाएगा फिर जाना किसी "मधुशाला" में .... -सुशील राय "शिवा" नायाब तोहफ़ा