Find the Latest Status about साड़ी की from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, साड़ी की.
Prem Nirala
घर की औरतें और लड़कियाँ आज भी हर वो चौथे इंसान के सामने आने से पहले, अपने सर पर साड़ी की पल्लू या अपने काँधे से दुपट्टा ले लेती हैं, क्योंकि, एक औरत के लिए हर वो चौथा इंसान उसके लिए पराया मर्द हैं! एक पिता, एक भाई और अपने पति को छोड़कर! __प्रेम__निराला__ घर की औरतें और लड़कियाँ आज भी हर वो चौथे इंसान के सामने आने से पहले, अपने सर पर साड़ी की पल्लू या अपने काँधे से दुपट्टा ले लेती हैं, क्योंक
Ramandeep Kaur
क्या बिसात है? ~~~~~~~~~~~~~ तूफ़ान में तिनके की... बरसात में अश्कों की, सागर में कश्ती की, और मंदिर में हस्ती की, आखिर क्या बिसात है? विदेश में साड़ी की, पहाड़ पे गड़ी की, शमशान में लड़ी की, और खेल में अनाड़ी की, भला क्या बिसात है? भीड़ में इंसान की... अहंकार में जज़्बात की, मुहब्बत में इल्ज़ाम की, और समाज में प्यार की... आखिर क्या बिसात है?? © Raman क्या बिसात है? ~~~~~~~~~~~~~ तूफ़ान में तिनके की... बरसात में अश्कों की, सागर में कश्ती की, और मंदिर में हस्ती की, आखिर क्या बिसात है?
ruchika_2710
मेरा इश्क बनारस सा है। मेरा इश्क बनारस सा है मेरा इश्क बनारस सा है। कभी निर्मल गंगा जल सा छलकता है, कभी दशाश्वमेध घाट सा शांत मन में ठहरता है, कभी गोदौलिया बाजार
anjaaaaan
उसका बिस्तर से उठते ही जुल्फों को बांध लेना अकेले में सबसे छुपकर शीशे के आगे बिंदी लगाकर फिर शर्माना लाल साड़ी की चाहत में रोज़ सफेद लिबास ओढ़ना और माथे पर चंदन का टीका लगाते हुए आंखों का भर आना और उसकी जिंदगी से रंगो का उड़ जाना और पैर की पायल का उससे कुछ रूठ जाना खनकती चूड़ियों वाले हाथों का शोर अब बंद हो जाना मेहंदी के लिए हाथों का बस यूं ही तरस जाना जिंदगी का एक नई करवट ले लेना जिस घर को अपना मान कर आई थी उस घर में उसका वजूद कहीं खो जाना कदमों को रखा था जहां हक से वही उन कदमों का लड़खड़ा जाना ससुर,भाई देवर सब की आवाजों में से हवस का उसे चीख-चीखकर पुकारना किसी के लिए सही समझाने पर भी सिर्फ जिस्मानी रूप से इस्तेमाल करने की साजिश कर समझ आना सभी रिश्तो पर से विश्वास उठ जाना उसके जीने कि नहीं बजा का उससे काफी दूर चले जाना और उसकी जिंदगी का इस तरह से एक नया रूख ले लेना उसका बिस्तर से उठते ही जुल्फों को बांध लेना अकेले में सबसे छुपकर शीशे के आगे बिंदी लगाकर फिर शर्माना लाल साड़ी की चाहत में रोज़ सफेद लिबा
Unconditiona L💓ve😉
कभी तुम मिलो तो, ये मुरझाये पुष्प भी खिल उठे चली गई हो तुम यकीन नहीं होता क्योंकि तुम्हारी गंध समाई है इस मरझर फूलों में, घर के हर कोने-कोने में तुम महक रही हो प्रिय मेरे दिल मे.. ❤ [°Fragrance of Love in Caption*] कभी तुम मिलो तो, ये मुरझाये पुष्प भी खिल उठे चली गई हो तुम यकीन नहीं होता क्योंकि तुम्हारी गंध समाई है इस मरझर फूलों में, घर के हर कोने-कोने
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat# तुमको क्या लगता है साड़ी सिर्फ साड़ी है। तुमको कुछ एहसास नहीं हुआ भभकते शोलें लिए। आत्मा परमात्मा से परे निराले रुप धारण कर रही है।। औरत औरत औरत साड़ी में लिपटी गुड़िया नहीं। औरत औरत है इज्ज़त के काबिलं है। तुम्हारी मर्दानंगी की परीक्षा का परिणाम भी उसी से है। औरत औरत कोई खिलौना नहीं। औरत औरत है महाकली भी वहीं है। #respect #mythoughts #bestyqhindiquotes #yqdidi #yqbaba Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat# ये मेरी साड़ी। तुमको क्या लगा ये साड़ी में सिर
Komal Verma
Family पापा ने फिर अपने ज़ख़्म छुपा लिए नादान थी नाज़ुक थी , उम्र से आठ बरस की थी दर्द तकलीफ नहीं समझ पाती थी पर पापा की बेबाक हसी और उस दिन की हसी के बीच का फर्क समझ पा रही थी। मु