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New कविता ऑन माँ Quotes, Status, Photo, Video

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Ashok Ugharejiya

मां के आंचल में पले,
मां की उंगली पकड़ कर चले।
मां ने दुनिया दिखाई,
मां ने ही तो बोली सिखाइए ! 
मां ने हमें झूला झुलाया ,
मां ने ही हमें निवाला खिलाया !
मां तो है जिसने हमें पढ़ाया ,
मां ने ही हमें आगे बढ़ाया ।
मां का कर्ज है इतना,
गगन में तारे जितना ।
नहीं मांगती कर्ज लालन-पालन का,
तभी तो कहीं लाती है वह मां !

©Ashok Ugharejiya क्या है मां ? 

मां की कविता 

अशोक उघरेजिया

#माँ #मां #कविताएं

क्या है मां ? मां की कविता अशोक उघरेजिया #माँ #मां #कविताएं

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aman datwani

#माँ #कविता
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Priya Pohani

#माँ #कविता
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कवि विजय सर जी

कविता: माँ

कविता: माँ

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Rahul Jangir

#माँ #कविता
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The Kavita Hub

#माँ की कविता #कविता #शायरी

माँ की कविता कविता शायरी

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mamon

माँ # एक कविता माँ के नाम #कविता #explorepage #Poetry

माँ # एक कविता माँ के नाम कविता explorepage Poetry

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Mahendra Maddheshiya

मां (युग भारती से)...

#pyaarimaa #माँ #हिन्दी #कविता #Nojoto

मां (युग भारती से)... pyaarimaa माँ हिन्दी कविता

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जिंदगी का जादू

छाया से दूर हुआ तो 
आंचल का मूल्य मैं जाना 
 जब तपी ये दिल की धरती 
बादल का मूल्य मैं जाना 
 वो छाया वो बदली
बस एक जगह मिलती है 
सब मिलता दूर शहर में 
बस  मां ही नहीं मिलती है


 पावस रजनी में जुगनू
 भट्ट के जैसे जंगल में
 पूछे राम जी वोन से
 कैसे हैं सब महल में

वन में ना कोई दुख है
 पुण्य ज्योति जलती है 
 देव मुनि सब मिलते
बस मां ही नहीं मिलती है
@गौतम माँ पर कविता

माँ पर कविता

2 Love

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Rajesh Bharti

माँ पर कविता

माँ पर कविता

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Sushmagupta

मेरी माँ, कविता

मेरी माँ, कविता

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महाकाल की लाडली

#विचार #कविता #माँ

विचार कविता माँ

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K. s.

माँ# कविता#12

माँ# कविता12

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Himanshu Dhyani

माँ...

एक कविता माँ के नाम...

माँ... एक कविता माँ के नाम... #शायरी

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Ganesh Gorave

कधी कधी मनाला वाटतं की स्वतःला बदलाव आणि सगळं काही विसरून जावं...

पण नंतर आठवतं की माझा जीव तर तुझ्यातच गुंतलेला आहे...

 मग खूप काही लिहावेसे वाटते आणि...

 तुझ्या रूपाची जादू मला बेधुंद करते...

 तुझ्या प्रेमाची ही तळमळ मला सोसावत नाही...

अशी तुझ्या प्रेमाची ओढ लागली आहे मला की...

आता तुझ्याशिवाय मला दुसरं कोणीच आवडत नाही...!!!

©Ganesh Gorave #मराठी #कविता #चारोळ्या #शायरी #मोटीवेश्नल #थॉटस #बेस #ऑन #रियालिटी
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Keny

माँ के आंसुओ पर पैर रखने वालों के आँसू रुक नही सकते
उनकी जिंदगी में फूल कभी खिल नहीं सकते।
जिसके लिए तुझे छोड़ा था, उसने आज मुझे छोड़ दिया
तुझे अकेला करने वाले को सबने अकेला छोड़ दिया।
तेरा प्यार ठुकराने के बाद तेरी महत्ता समझ आई
इन शब्दों के रूप में एक आवाज़, आज मेरे दिल से बाहर आई।
पर समय इतना आगे निकल गया कि तुझे वापिस पा नहीं सकते
इस दुःख को इन शब्दों के द्वारा भी बयां कर नहीं सकते।
मैं तेरे आसुंओ को ना समझा 
इसलिए ईश्वर ने मेरे आसूँ भी ना समझे।
तेरे आँसुओं की कीमत कभी अदा कर नहीं सकता
सारी ज़िंदगी भी रो लूँ तुझे पा नहीं सकता। माँ। 
#माँ #maan #mother #kavita #poem #कविता
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Kumar Suraj

माँ

बचपन से अब तक मेरे हर दर्द को 
तू अपना दर्द मानती हैं । माँ

 पर पता हैं

तुझे ज़रा सी तकलीफ़ होती हैं
तो जान मेरी निकल जाती है। माँ

तू ज़रा सा नाराज़ हो जाएं तो बेचैनी हो जाती हैं।
ऐसा लगता हैं दुनिया ही मेरी वीरान हो जाती हैं । माँ

ज़िन्दगी की इस उधेड़बुन में लगा रहता हूँ
सुबह से दोपहर ओर  कब दोपहर से शाम हो जाती है

पर जब तक तुझे एक बार न देखलु।
तब तक नींद नहीं आती हैं । माँ

सफ़र पर सफ़र तय करता रहता हूँ
मग़र हर वक़्त तेरी याद आती हैं माँ।

निराश हो भी जाता हूँ अगर ख़ुद से कभी।
तो तेरी दुआएं बहुत काम आती हैं माँ।

कुमार_ तुझे पता हैं माँ
#माँ #शायरी #कविता

तुझे पता हैं माँ माँ शायरी कविता

2 Love

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Kavi niketan

मेरी माँ मेरा सपना 

   ना होता ये जीवन, ना साँसे ये आती,
  अगर कोख माँ की हमें मिल ना पाती !
  ना होता ये तन , ना ये ताकत भी आती,
  अगर दो निवाले भी माँ ना खिलाती !!

  मायूसियों से निकल भी ना पाते,
  अगर खिलखिलाकर के माँ ना हंसाती,
  कहाँ गलतियों से कभी सीख लेते,
  अगर चार थप्पड़ भी माँ ना लगाती !!

  चोटें खरोंचे कहाँ ठीक होती,
  अगर माँ ना जख्मों पे मरहम लगाती ।।
  कहाँ उलझनों से कभी पार पाते,
  अगर गोद माँ की सिरहाने ना आती !


  
पूरी कविता हमारे यूट्यूब चेंनल पर जरूर सुनें 🙏🙏

www.youtube.com/kaviniketan #sapne #maa #माँ #माँ के लिए कविता

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9 Love

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Abhishek Trehan

आँचल जब जिक्र तेरा हुआ होगा
सजदे पे कोई झुका होगा
जहां पांव तेरे पड़े होंगे
वो मकान घर बना होगा

वो कितनी बार जगी होगी
जब चैन से तू सोया होगा
वो कितनी बार उठी होगी
जब रात में तू रोया होगा

रोकर भी दुआ दी होगी
जब तूने दिल उसका तोड़ा होगा
वो टूटकर फिर बिखरी होगी
जब तूने घर उसका छोड़ा होगा

देकर आँसू उसकी आँखों में
तू बाहर पत्थरों में खोया होगा
देख कर तेरी नासमझी को
ख़ुदा भी तुझ पर रोया होगा। #विचार #माँ #कविता #शायरी
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Ravi pathak

#krishna_flute  माँ पर कविता

#krishna_flute माँ पर कविता

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Kavi Ram Bhagat Negi

कविता माँ की ममता

कविता माँ की ममता

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Tanu Singh

#SuperMom #प्यारी माँ @कविता

#SuperMom #प्यारी माँ @कविता

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Ravi pathak

माँ पर सुन्दर कविता

माँ पर सुन्दर कविता

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INDRAPAL SINGH "INDRA"

❤️ माँ ❤️ कविता

❤️ माँ ❤️ कविता #Poetry

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Kavi Sukhveer Shikhar

नौ माह गर्भ मैं  रख हमको कितने कष्टों को सहती है,
लेकिन है ममता का सागर सब कुछ हंस-हंस के सहती है ।
प्रसव  के  दौरान  "मात" कितनी पीड़ा को सहती है,
अपने जीवन का लगा दांव जो शिशु जन्म दे सकती है ।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल "माँ" मैं हो सकती है ।

रातों को जाग-जाग अक्सर 
"माँ" ही  लोरी गा  सकती है,
हमको सूखा बिस्तर दे कर खुद गीले मैं सो सकती है ।
हमको सारा भोजन देकर खुद भूखी भी रह सकती है ,
नन्हे शिशु की ठोकर खा कर जो  उसे  दूध  दे  सकती  है ।
इतनी निश्छल ममता केवल, 
केवल "माँ" मैं हो सकती है ।

बाबा  की  गाली  बच्चों की गलती पर जो सुन सकती है,
आँखों  मैं  अश्क छुपा  कर 
जो हँस कर के रह सकती है ।
औरत  होकर  जो  मर्दों  के सम्पूर्ण सितम सह सकती है ,
मन के घन घोर अंधेरे  मैं जो सूरज  भी  बन  सकती  है ।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल "माँ " मैं हो सकती है ।

अपने बच्चों की खातिर जो सारे दुख भी सह सकती है ,
औलाद को  देख  परेशां  जो 
अपने  जेवर  दे  सकती  है ।
अपनी सन्तति की खातिर जो 
अपना सब कुछ दे सकती है ,
अंधकार  से  लड़ने  के  जो 
सभी  जतन  दे  सकती  है ।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल "माँ" मैं हो सकती है ।

आँधी  और  तूफान  मैं    जो तनकर के खड़ी रह सकती है,
अपनी औलाद के भले हेतु हर ज़िद पे अड़ी रह सकती है
हर हाल मैं अपने बच्चों को जो सिर्फ दुआ दे सकती है ,
"माँ" की उपमा केवल "माँ" है कोई और नहीं हो सकती है।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल" माँ "मैं हो सकती है ।

जो  औलादें  बूढ़ी "माँ " को खुशहाल नही रख सकती है,
उनके सपने,अरमानों की परवाह नही कर सकती है ।
जो औलादें अपनी "माँ" का सम्मान नहीं कर सकती है ,
उनकी सन्तति भी उनके संग कुछ ऐसा ही कर सकती है ।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल "माँ "मैं हो सकती है ।

जो बहुएँ अपनी सासु माँ की सेवा  नही  कर  सकती  है ,
जो "माँ" होकर के बेटों को माता से अलग कर सकती है।
जो सासु माँ की निज माता सी कद्र नहीं  कर सकती है ,
अम्मा के लिए अपनी सन्तति मैं प्यार नहीं भर सकती है ।
जो औरत होकर औरत का सम्मान नहीं कर सकती है ,
वो कुछ भी बन जाए लेकिन सच्ची माँ नहीं बन सकती है ।
इतनी निश्छल ममता केवल,
केवल "माँ " मैं हो सकती है ।

सुखवीर सिंह

©Sukhaveer Chaudhary कविता शीर्षक-  " माँ "

#MothersDay

कविता शीर्षक- " माँ " #MothersDay

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KaviChamanBhartiya

माँ की मोहब्बत

©KaviChamanBhartiya माँ की मोहब्बत
#माँ 
#माँकाप्यार 
#कविता 
#हिंदी 
#शायरी

माँ की मोहब्बत माँ माँकाप्यार कविता हिंदी शायरी

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lalit gautam

जन्म होते ही उठ गया उसके सर से माँ का साया 
वो भूल गया की इस दुनिया मे वो हे सब से परया 
इंद्रधनुष के सात रंगों मे है कोई माया 
माँ के आँचल की नहीं मिली कभी उसे छाया 
देख के इस दुनिया को वियोग मे खो जाता है 
रोता है क़ुरालत है , माँ के बिना ही सो जाता है 
माँ के कोमल स्वर मे नहीं खाई  कभी  उसने          डट, इस लिए वो खुद से है  बहुत उदास 
माँ के हाथ की रोटी का चखा नहीं था स्वाद 
इसलिए उसे लगता था हर खाना बकवास, 
उसकी इच्छों के बादल ने उसे हमेसा घेरा था 
फूट फूट के रोया था जब वो घर पर अकेला था 
उसे लगता था वो कुछ ना कर पायेगा 
माँ के बिना वो इस दुनिया में कैसे जी पायेगा 
उसकी आंखे ओर हो रही थी नम 
क्या कहु ये कहानी कही नहीं होती है खत्म 
                      (ललित गौतम ) #माँ एक कल्पना #कविता #हिंदी कविता #poem #poetry

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