हांडियों में ही पकता है जीवन
हांडियों के टूटने से ही
टूट जाती है माला सांसों की
खाका खींचा है दीवार पर
चित्रकार उसमें अपने कौशल से
हांडी तो #Artist#Hindi#poem#nojotoenglish#विचार
जीवन में आती है एक बार फूलों की बहार
जो थाम लेता है उसकी खुशबू को
पी लेता है उसके इत्र को जीवन हो जाता है साकार
फिर हृदय रहता है पुलकित सदा #प्रेमकीगहराई