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Sachin Ratnaparkhe
यह दिल का रोग है कोई इत्तेफ़ाक़ नहीं, इश्क़ ही तो किया है मैने कोई मज़ाक नहीं। #इत्तेफाक़ #इश्क
Annu Jain
इल्म नहीं कोई , है इत्तेफ़ाक़ की बात ये अंदाज़े लगाए जाते हैं यहाँ हर बात पे ❣️ ©Annu Jain #इत्तेफाक़ #Nojoto
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
पीछे न चलना खुद अपना रास्ता बनाना... हम ख़रीद सके बस इतना सस्ता बनाना..। ये इत्तेफ़ाक़ नहीं कि,हम इतना रोए... किसी ने कहा था रुख़ पर दरिया बनाना..। बड़ॆ-बडे़ लोगों से ख़ता हो जाती है... खुदा भूल गया बदन पे परदा बनाना..। उसने हम को बिलकुल पागल कर दिया है... उसे बददुआ न लगी तो अच्छा बनाना..। कि,मैने खुद को मिटाया तो इश्क़ निकला... तुम शिशा तोडना और चूड़ियाँ बनाना..। गला सूख जाने से प्यास बाहर निकली... दूसरी दफ़ा मुँह पर दरवाज़ा बनाना..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 इत्तेफ़ाक़
एस पी "हुड्डन"
इतनी तो गुस्ताख़ी हो जाएगी दिले गुस्ताख से, तुम श्मशान में आ कर लीपटोगी मेरी राख से। रोते सिसकते तेरे ज़हन में रहेगी एक तमन्ना यही, काश! चंद अल्फ़ाज़ कह देते उठकर इत्तेफ़ाक़ से।। ✍️"हुड्डन"🙏 #इत्तेफ़ाक़
राहुल यादव 'सरकार'
इत्तेफाक ,हा इत्तेफाक था उनका मुझे मिलना, न जाने कौन सी घड़ी थी न जाने कौन सा दौर था , लग रहा था एक स्वप्न सा हो रहा है, न हमको कुछ खबर थी न उनको कुछ पता था। इत्तेफाक.....
awara
शायद फिर इत्तेफाक ना हो मेरी तेरी मुलाकात ना हो यह मत सोचना प्यार ना था जो भी था व्यापार न था इत्तेफाक
kids care
Trust me लिखने का शौक तो हमने कई सालों से पाला था, इत्तेफाक ये हुआ बस कलम आज उठाई है। # इत्तेफाक#
Babu Qureshi
मुश्किलों से लड़ा और हालात से कभी कभी अपनों से ज़लील होकर निकला अभी अभी जोश मुझमें भी था और नाराज़ भी बहुत खामोश होकर बैठ गया खयालात से अभी अभी शायर - बाबू कुरैशी #इत्तेफाक
Nilam Agarwalla
यह इत्तेफाक ही था कि तुमसे मुलाकात हुई। छोटी सी उस मुलाकात में बेहिसाब बात हुई।। आजकल सोचता ज्यादा हूं लिखता कम हूं। तुमसे फिर मिलने के लिए मैं बहुत बैचेन हूं।। याद कर तुम्हे आज इन आंखों से बरसात हुई। मेरे लिए सुहानी भोर भी,काली अंधेरी रात हुई।। क्या तुम भी मेरे बारे में कुछ ऐसा ही सोचती हो। बेहिचक बतला दो क्यों मुझको यूं तडपाती हो।। जी तो रहे हैं मगर जिंदगी जिंदा लाश हुई। तेरे बगैर अब मेरे लिए बोझ हर सांस हुई।। ©Nilam Agarwalla #इत्तेफाक
soumya Mishra
इत्तेफाक बहुत ही खूबसूरत शब्द हैं इत्तेफाक क्या इत्तेफाक से मिले हुए रिश्ते पूरे हो सकते है? जिंदगी कि कश्म कश कभी कभी समझ मे नही आती, ये इत्तेफाक से मिले हुए पल सबसे खूबसूरत क्यों हो जाती? कभी कम वक़्त में, ज्यादे पल जी लेते, कभी जिंदगी गुज़र जाती है, अच्छे पल की तलाश में, क्या इत्तेफाक है ना!!!!! ©soumya Mishra इत्तेफाक..!!!