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adhoora_ishqq___
Alone लफ्जों से फिजाओं में अब वो खुशबू घोला करती हैं, जब से उसको इश्क़ हुआ है वो उर्दू बोला करती है #adhoora_ishqq___ लफ्जों से फिजाओं में अब वो खुशबू घोला करती हैं, _______ #adhoora_ishqq___ #nojotoquotes
सिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र
अनुज
मन की परतों को खोला जाए जो दिल में हो वो बोला जाए आस्तीन में छिपे हुए सब सांपों को टटोला जाए मन की परतों... विष को विष में घोला जाए मारा फिर एक संपोला जाए किसने डसा प्रेम में तुमको फेंका झूठा चोला जाए मन की परतों... इस टोले से उस टोला जाए घर में घर से हथगोला जाए जहां न तीर, कमान चले न आग लगाने शोला जाए मन की परतों... नफ़रत का जब झोला जाए मारा सबसे भोला जाए जब बिगड़ रहे हालात घरों के खुल के तब तो बोला जाए मन की परतों... ©अनुज मन की परतों को खोला जाए जो दिल में हो वो बोला जाए आस्तीन में छिपे हुए सब सांपों को टटोला जाए मन की परतों... विष को वि
सुसि ग़ाफ़िल
मातम से भरी रही यहाँ पूरी रात बस्ती में , मगर कुछ और ही किस्से आए सुर्खियों में! मातम से भरी रही यहाँ पूरी रात बस्ती में, मगर कुछ और ही किस्से आए सुर्खियों में!
Devkaran Bhati
उसे क्या पड़ी की वो, आकर मुझे मनाए, उसने तो सोचा अच्छा हुआ, जान छूटी भाड़ में जाए...!! 🥀💔💯 ©Devkaran Bhati भाड़ में जाए #mukhota
pramod malakar
# जनता जाए भाड़ में # पिछवाड़े में फेविकोल किसने लगाया था, उसे कुर्सी पर किसने बैठाया था। जिसने कहा था कुर्सी में हीं कुछ गड़बड़ी है, उसका कुर्सी से चिपके रहना भी जरूरी है। जनता जाए भाड़ में, दिल्ली डुब जाए अषाढ़ में। हर घर में शराब पिलाना ज़रुरी है, कुर्सी लूटने के लिए नोटों कि लूट मजबूरी है। घर - घर में आज उछल रहा है सवाल, केजरीवाल को ED ने क्यों बनाया सहवाल। चलो जो भी हुआ बहुत अच्छा हुआ, भ्रष्टाचारियों का निकल रहा धुआं। केंद्र में सबका साथ सबका विकास वाली सरकार है, आज देश को सिर्फ भाजपा कि दरकार है। मित्रों याद रखना कमल फूल को, सर पर लगा लो भारत माता कि पवित्र धूल को। मैं मालाकार रक्षक हूं भारतीय संस्कृति का, मैं शब्द हूं राष्ट्रीय गीत कि हर पंक्ति का। कल सुभाष,भगत सिंह और चंद्रशेखर ने जगाया था, 2014 में हर हिन्दू तिरंगा और भगवा लहराया था। केजरी के पिछवाड़े में फेविकोल किसने लगाया था, उसे कुर्सी पर किसने बैठाया था।। ########################### कवि ---- प्रमोद मालाकार... जमशेदपुर ©pramod malakar #जनता जाए भाड़ में