Find the Latest Status about अवशिष्ट सूची के विषय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अवशिष्ट सूची के विषय.
Ek villain
ब्रिटिश राज्य के दिनों पर भारत और बड़ा तीन राज्य दोनों के दृष्टिकोण से बहुत कुछ लिखा जा चुका है और ब्रिटेन के प्रभावशाली उच्च वर्ग के लोग आम लोग भारतीयों के बारे में क्या सोचते थे इस पर काम लिखा गया है सामाजिक इतिहासकार डॉ कुसुम पंत जोशी की नई पुस्तक सिलेक्टिव न्यू कनेक्शन इस कमी को पूरा करती है पुस्तक का आधार भारत चीन जापान कोरिया थाईलैंड अफ्रीका की 28 फरवरी विनती फेयर 19वीं और 20वीं शताब्दी के ब्रिटेन के साप्ताहिक पत्रिका थी जो समाज के प्रभावशाली कुछ और वर्ग वर्ग में भी लोकप्रिय थी पत्र के हर अंक में प्रभावशाली और चर्चित व्यक्तियों के विचार छापे जाते हैं जिसके साथ उनका संक्षिप्त परिचय भी रहता है कहे जा जाए राणा प्रताप सिंह साहिल उर्दू में प्रभावित से व्यक्तियों किसी पत्रिका के 11 नवंबर 92882 के अंक में छपा था ऐतिहासिक गांव से पास हुए छोटा था और उनमें मां शेर एक्ट नेपाल में शरण ले ली थी और उस समय केवल 8 साल के थे इसलिए उन्होंने अंग्रेजी बाजा जी को देखरेख में गया था जिसमें पढ़ाया और नियम किसने दिया ©Ek villain #ब्रिटिश काल में भारतीयों के प्रति सूची #kissday
vipin prajapati Vicky
हमेशा मुस्कुराने में ही फायदा है जिंदगी जीने का यही बेहतर कायदा है vp àrmy ⚔️🇮🇳 सूखी जीवन के लिए
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
🌹माता-पिता , गुरू और स्वयं का जीवन दर्शनशास्त्र से कम नहीं है।🌹🙏 ©नागेंद्र किशोर सिंह # अनमोल दर्शन के विषय।
Umrain Ahmed (Akhtar)
जिनकोे हासिल हो उनकी मोहब्ब़त "अख़्तर" काश की उस फेहरिस्त में मेरा भी नाम हो... फेहरिस्त = सूची ; List
Ruchika Deswal
याद आता है वो वक़्त जब स्कूल इसकुल हुआ करता था जहाँ शोर मचाना संगीत से कम नहीं लगता था साथी एक नहीं था सारे दोस्त हुआ करते थे उस ब्लैक बोर्ड पर सफ़ेद चोक से लिखना फिर मजे से कोने मे पडी चोक की धूल को,, फेर उंगली नीचे गिराना का मजा अलग हुआ करता था वो बेंच जो दोस्ती की मिसाल होता था कही S+R तो कहीं लिखा अकेला नाम होता था क्लास का वो फ्री पिरियड जिंदगी का अहम हिस्सा हुआ करता था वो बिच क्लास में बातें करना फिर मैडम का हमे घूरना इक रोज़ हुआ करता था सब जानकर भी आदत का बदलना? ऐसा हुआ कब करता था। आधी छुट्टी से पहले लंच बाक्स हज़म कर जाना वो वक़्त से पहले पूरी छुट्टी की तैयारी करना मानों इक कला से कम नहीं लगता था ये तो वक़्त था लिखना चाहा तब लफ्ज़ नही मिले जब जीना चाहा वो दिन बित चुका था ( रूचू) स्कूल के विषय में #PenPaper