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sanju

गला घोंटकर #HeartfeltMessage

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Poonam Pathak Badaun

हत्या तेरी हत्या #Rose #कविता

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हत्या तेरी हत्या=
अरे हत्या तू बेशर्म है
राक्षसी और निर्लज्ज है
अरे तू इतनी अंधी है
अरे छी बहुत गंदी है
क्यों नहीं गले लगती उनके
जो मानवता का त्रास करते
लिपट जाती है उनसे
जो होते हैं भोले वाले
जितना भ्रष्टाचार बढ़ा है
तुझे और दम मिला है
आखिर क्यों रुलाती है
आखिर क्यों सताती है
गर होती किसी की हत्या
बात दवाई जाती है
देते आत्महत्या का नाम
घृणित करते हैँ यह काम
तू दफा हो जा जहां से
आई कहां राक्षसी लोक से
कितने मरते हैं दुनिया में
इंसाफ कहां मिलता है
घिस जाते हैं पर चलकर
सिस्टम यह सिसकता है
बहन बेटियां बहुएं माताएं
कितनी जान गवा देती हैँ 
कभी बालक जवान बूढ़े
जिनको तू शिकार बनाती है
क्यों नहीं होती उनकी हत्या
जो करते किसी की हत्या
मरने वाले को शांति मिले
हत्यारों को धरा पर नर्क मिले
कानून की क्या बात कहिए
यह तो अंधा ठहरा भाई
लिखा दे पापी कागज पर
वही मान लिया जाता है सच
गरीब कैसे यहाँ लड़ पाएं
हत्यारा पैसा भर दे जहां-
हत्या तेरा मुंह काला
सख्त हो कानून तुझे मिले ताला
जा तू.इस जहाँ से अब
हत्या तेरी हत्या होगी कब?
पूनम पाठक बदायूँ
12.05.21
इस्लामनगर बदायूँ उत्तर प्रदेश

©Poonam Pathak Badaun हत्या तेरी हत्या 

#Rose

Rajesh Khanna

हत्या #Shayari

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Rupesh Gogawale

स्त्रीभ्रूण हत्या

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Ranjan Kumar

## भ्रूण हत्या

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Raone

नारी हत्या #कविता

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नारी हत्या 

हे भारत माँ के भारतवासी, तुम भारत के कर्णधार बनके बैठे हो ।

तुम राजनीति से न्याय पालिका, क्यूँ अपनी जेब में रखकर चलते हो ।।

धर्मनिरपेक्षता, मानवाधिकार सबकुछ तो तुमको दिखता है ।

फिर नहीं दिखता क्यूँ नारी मर्यादा, नारी मृत्यु, क्यूँ नेत्रहीन बनके बैठे हो ।।
हे भारत माँ के भारतवासी जगे हो या नेत्रहीन बनके बैठे हो ।

गर दिखता तुमको सब है तो, अन्याय तुम कैसे करते हो ।।

मदद के नाम पर तुम भेड़िया बनके, क्यूँ नारी शरीर नोचते हो ।

कभी गैंग रेप, कभी हत्या करके, क्यूँ अधजला शरीर तुम छोड़ते हो ।।

हे भारत ! हो तुम जगे हुए या नेत्रहीन बनके बैठे हो ।

राजनीति से लेकर न्यायपालिका, कैसे जेब में अपने रखते हो ।।

गर तुमको सबकुछ दिखता है, नेत्र तुम्हारी खुलती है ।

तो जलती, मरती बेटियाँ तुमको, क्यूँ ये सब नहीं दिखती हैं ।।

राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी नारी हत्या
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