Nojoto: Largest Storytelling Platform

New खीचड़ो Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about खीचड़ो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खीचड़ो.

Related Stories

    PopularLatestVideo
c309e2d1d44040cbe4b3fc9903127ea0

CHOUDHARY HARDIN KUKNA

थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी,
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की।


बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो,
ऊके भरोसे बैठयो रहयो तो, भूखो ही रह जावैलो।
आज जिमाऊं तैने रे खीचड़ो, काल राबड़ी छाछ की,
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की
थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी ….


बार-बार मंदिर न जुड़ती, बार-बार में खोलती,
कईया कोनी जीमे रे मोहन, करडी- बोलती।
तू जीमे तो जद मैं जिमूं, मानू ना कोई लाट की,
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाटी की
थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी ….


परदो भूल गयी सांवरियो, परदो फेर लगायो जी,
सा परदो की ओट बैठ के, श्याम खीचड़ौ खायो जी,
भोला-भाला भगता सूं, सांवरिया कइंया आंट की
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की
थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी ….


भकित हो तो करमा जैसी सावरियों घर आवेलो,
भकित भाव से पूर्ण होकर हर्ष- गुण गावेलो।
सांचो प्रेम प्रभु से होतो मूरत बोले काठ की,
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की
थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी.....

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी,
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की।


बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो,
ऊके भरोस

थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, ऊपर घी की बाटकी, जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की। बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो, ऊके भरोस #nojotohindi #समाज #NojotoRamleela

45 Love

a68e3be7f7f3f56edc92aa198e6ab4f6

RATHORE VAIBHAV

खिचड़ी अगर बर्तन में पके तो ठीक कर देती है पर अगर दिमाग में पके तो इंसान को बीमार कर देती हैं । #खिचड़ी
cd40369a4b935adfd548984f796e8fbf

Mohan Sardarshahari

खिचड़ी के चार यार
पापड़,घी,दही, अचार
जाड़ों का दिन, सर्दी अपार
मिल गये पांचों एक थाली में 
अब काहे का इंतजार।।

©Mohan Sardarshahari
  खिचड़ी

खिचड़ी #ज़िन्दगी

54 Views

971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

खिचड़ी परोसता मैं कभी कभार तहरी 
साधारण शब्दों में सरल बातें नहीं गहरी
शब्दों की माला बनाता बहुरंग सतलहरी
कसता न कायदे छंद चाह न पाऊँ दस्तुरी 
डोरी तान गाता बेताल मृदंग संग कजरी 
मिले अनंत उमंग संग बैठे जो एक लहरी 
लय मिले संग संगत बैठे जो बिछा दरी ! #खिचड़ी
971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

दिल की आवाज़ 

ऐ सुनो ! मेरी नहीं अपनें दिल की आवाज़
और कौन यही तो असली हमराज़
पाओगे राह में तुम सारे कारसाज़
प्रफुल्लित हो मन बन जाओ दिलसाज़ 
बावरा मन बेलगाम जड़ सारे खाज
भलमानष को बना देता दगाबाज़
रंगा जो रंग रोगन से मन बने रंगबाज़ 
सुनो दिल की सजेंगे सुनहरे साज़
ऐ सुनो मेरी नहीं अपनें दिल की आवाज़ #खिचड़ी
390b829e0d8afdbee0611ef86070fb35

अल्फ़ाज़ الفاظ Alfaaz

नेता लोग कल भी आराम में थे 
आज भी आराम में है 
कल भी आराम में रहेंगे
लेकिन जनता के दिमाग की खिचड़ी पकाते रहेंगे खिचड़ी

खिचड़ी

5 Love

3269ec009e58061c79bbd3d6ee99f39b

Ravisinghtanwar

कीचड़ और लीचड़ दोनों से बचने का प्रयास कीजिए !  #motivation #Nojoto #shayari #viral #trending

कीचड़ और लीचड़ दोनों से बचने का प्रयास कीजिए ! #Motivation #Shayari #viral #Trending #कोट्स

37 Views

971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

जो प्रदान करे हम सब को सर्व सुख व असबाब, 
हम कुछ करें ऐसा जो कायम रहे धरा का शबाब, 
कम न हो क्षेत्र जो पहले हीं  एक तिहाई हिसाब, 
धरातल का गर्म होना जिसका कारण है जनाब, 
वृक्षारोपण  ताप नियंत्रण  का  एकमात्र तरकीब, 
इससे बेहतर नहीं कोई और देय उपहार अजीब। #Earth_Day_2020 
#खिचड़ी
971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

उसने अपने आख़िरी शब्द कहे, 
और चली गयी आवेश में
दावा-ऐ इश्क़ो मुहब्बत का करते रहे, 
खोखला निकला छोटी क्लेश में 
उनके इस बरताव से निस्तब्ध रहे, 
कह न सके कुछ सफाई पेश में
उनके बेरुख़ी अबतक़ समझ से परे, 
गम में भटकते हम साधु भेष में 
उनकी यादों का धन सिर्फ पास मेरे, 
खर्च करता जिन्हें जिन्हें उपदेश में 
जहाँ भी हो वो खुश आबाद रहें, 
माँगता यही दुआ विशेष में ! 

🌼 💔🌹💔🌸 #Akhiri_shabd खिचड़ी

#Akhiri_shabd खिचड़ी #कविता

56 Love

d312a5da41fcda58f17b4a8468f87d27

Prahladram Khicher

 प्रहलादराम खिचड़़

प्रहलादराम खिचड़़ #nojotophoto

5 Love

971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

फक्र नहीं पड़ता अगर, मस्तक सजाते मृदा न कि नयनन बीच,
मूलक ढालते जल, व्यर्थ शाख न सिंच! 
कि फ़र्क नहीं पड़ता अगर...............
कनक कमलिनी विकसते मध्य कीच!!
🌸🙏🌸

©RAVINANDAN Tiwari #doesnotmatter
#कच्ची_सड़क
#खिचड़ी
fa7653edd8af20040ac30cd45b0ad516

D Anand Singer

खिचड़ी खाने से

खिचड़ी खाने से #ज़िन्दगी

201 Views

61abf43b712a36552668d7e5b19e8e7b

Umang Gangania

" कीचड़ "

एक होती है 
गंदगी। 
जिसे आसान शब्दों में
कीचड़ कहते हैं। 
और उससे भी ज्यादा 
गंदे हैं।
वो लोग। 
जो खुद की बनाई 
उस कीचड़ को। 
किसी दूसरे पर 
फेंकते हैं। 
क्योंकि। 
" किसी पर कीचड़ तुम, 
तब ही डाल सकते हो। 
जब तुम खुद  
उस कीचड़ में धंसे होंगे।"
तो फिर चाहे वो 
कीचड़ 
तुम अपनी 
बातों से फेंको। 
या फिर 
किसी नाली नुमा 
जगह मैं, 
घुसकर  फैको।

©Umang Gangania #कीचड़
9c14c8ea32ffa7a1ef6ca8fe93b0fc23

Pooja Sharma

बीरबल की खिचड़ी ~ Birbal Ki Khichdi Story In Hindi



दोस्तों आप सब ने हिंदी में एक कहावत सुनी होगी "बीरबल की खिचड़ी पकाना ", क्या आप जानते हैं कि इस कहावत के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। ये कहानी अकबर और उनके नवरत्न बीरबल से जुडी है। इसी कहानी के आधार पर प्रसिद्द कहावत "बीरबल की खिचड़ी पकाना" का उपयोग शुरू होता आया है। कहानी इस प्रकार है:


एक दिन बादशाह अकबर ने घोषणा की, कि जो आदमी सर्दी के इस मौसम में नदी के ठण्डे पानी में रात-भर खड़ा रहेगा, उसे शाही खजाने से पुरस्कृत किया जायेगा।


इस घोषणा को सुनकर एक गरीब धोबी ने सारी रात नदी में खड़े-खड़े बिता दी और अगले दिन बादशाह के दरबार में आकर इनाम मांगने लगा।


बादशाह ने उस धोबी से सवाल किया, क्या तुम बता सकते हो किस शक्ति के सहारे तुम रात नदी में खड़े रहे ?


धोबी ने अदब के साथ जवाब दिया, आलमपनाह, मैं कल सारी रात महल की छत पर जलते हुए चिराग को देखते रहा।


उसी की शक्ति से मैं सारी रात नदी में खड़ा रह सका।

बादशाह ने उसका जवाब सुनकर कहा, इसका मतलब तो यह हुआ की महल की रोशनी की आंच की गरमी के कारण तुम सारी रात पानी में खड़े रह सके, इसलिए तुम इनाम के सच्चे हकदार नहीं हो सकते।


धोबी उदास हो गया और बीरबल के पास जाकर निराशा भरे स्वर में बोला, दरबार में बादशाह ने इनाम देने से इंकार कर दिया है। धोबी ने इसका कारण भी बीरबल को बता दिया।


बीरबल ने गरीब धोबी को सांत्वना देकर घर भेज दिया। बादशाह ने अगले दिन बीरबल को दरबार में न पाकर एक खादिम को उन्हें बुलाने के लिए भेजा।


खादिम ने उन्हें आकर सूचना दी, बीरबल ने कहा है कि जब उनकी खिचड़ी पूरी पक जाएगी तभी वह दरबार में आ सकेंगे।


बादशाह को यह सुनकर बड़ा अचरज हुआ। वह अपने दरबारियों के साथ बीरबल के घर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि दो लम्बे बांसों के ऊपर एक हंडिया में चावल रखकर उसे लटकाया गया है और नीचे जमीन पर आग जल रही है।


बादशाह ने तत्काल पूछा, बीरबल, यह क्या तमाशा है ?


क्या इतनी दूरी पर रखी हंडिया में खिचड़ी पक जाएगी ?


हुजूर जरूर पक जाएगी। बीरबल ने उत्तर दिया।


कैसे ? बादशाह ने कौतूहलवश पूछा ?


जहाँपनाह बिल्कुल वैसे ही जैसे महल के ऊपर जल रहे दिये की गर्मी के कारण धोबी सारी रात नदी के पानी में खड़ा रहा। बीरबल ने कहा।


बादशाह अकबर बीरबल का यह तर्कसंगत उत्तर सुनकर लज्जित हुए।


उन्होंने तुरन्त धोबी को ढूंढ लाने और पुरस्कृत करने का आदेश जारी कर दिया। 


जब लोगों को ये बात पता चली तभी से  "बीरबल की खिचड़ी " एक कहावत के रूप में प्रचलित हो गयी। जिसका सीधा-सा-अर्थ यह है कि किसी आसान काम को बहुत मुश्किल बताना या फिर किसी छोटे से काम को करने में बहुत अधिक समय लगा देना|

©Sandeep Sharma 
  बीरबल की खेचड़ी

बीरबल की खेचड़ी #प्रेरक

27 Views

85fcb56fdb7011ddcbeb70926f21ab6d

Dhirendra Pandey

उंगलियों से अब डोरें कहा संभलती है
पतंगें भी हर किसी से नही संभलती है -क्षणिक #पतंगे #उंगलियां #खिचड़ी #मकरसंक्रांति
971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

हम कालिख पोत रहे हैं 
ख़ुद अपने चेहरे पर.... 
एवं कलंक थोप रहें हैं   
दाग़ का निरा लहरे पर :) 

कसा कसौटी कर्म जो अपना, 
काहे को रोना.. 
लिप्सा ललचाई ललना जो लगे
 लानत हीं लोना !! :) 
गुस्ताखी माफ़ #nojotohindi 

#raindrops 
#हल्के_कलम 
#खिचड़ी
d435e63ba58d824e732c86d1ff115e8a

Dilip Kumar

पूस का महीना हर तरफ ओसों की बौछार।
आसमान में रंग बिरंगी पतंगों की भरमार।
तिलकुट की मिठास और अपनो का प्यार।
 मुबारक हो सबको खिचड़ी का ये त्यौहार।
@दिलीप✍️

©Dilip Kumar
  खिचड़ी का ये त्यौहार

खिचड़ी का ये त्यौहार #Shayari

2,227 Views

9a006799a4caae5b0003422a1d8cd8d8

Rooh

तुम्हारी हथेलियों पर उगता है चाँद
तुम्हारी आँखों के नीचे सितारे रहते हैं
तुम्हारे नाखून पर सूरज चमकता है
और होंठों पर सावन की अदा है

तुम जैसी स्त्रियों को होना चाहिए
किसी मूर्तिकार की सुन्दर प्रतिमा
चित्रकार की कोई जीवंत प्रेरणा
या किसी कवि की हसीन कल्पना 

लेकिन तुम जैसी कोमल स्त्रियाँ 
दिखती है सिर पर ईट ढ़ोते हुए 
हाथ में एक साल का बच्चा लिए 
रेड लाइट पर खिलौने बेचते हुए 

तुम जैसी स्त्रियाँ 'सच' होती हैं
जानती हो ख़ुद को जिंदा रखना 
तुम्हें आता है कीचड़ में खिलना 
तुम पत्थर के दरार से झाँकती 
कोमल जंगली पौधा होती हैं 
जिसे आता है विषमताओं में 
अपना अस्तित्व लिए उग आना कीचड़ में कमल

कीचड़ में कमल

0 Love

a8c7772b1c9e32127d8655c7c4af6436

Mukesh Kumar

खिचड़ी के पावन पर्व पर श्रद्धा से खिचड़ी चढ़ाने का इंतजार करते श्रद्धालु....

खिचड़ी के पावन पर्व पर श्रद्धा से खिचड़ी चढ़ाने का इंतजार करते श्रद्धालु.... #News

1,005 Views

ffefaba9a94f790d259fbf802833e3bd

Ghazal Parvez

कबूली खिचड़ी made by me

कबूली खिचड़ी made by me

67 Views

8a99582bdbd16dcc6491e44c548f3807

Keshav pratap Kannaujia

#motivatation  कीचड़ से कीचड़ को साफ नहीं किया जा सकता,,,,,,

#motivatation कीचड़ से कीचड़ को साफ नहीं किया जा सकता,,,,,,

106 Views

31127b6dde611565dea92aea2faa89fb

#संजीव कुमार

कीचड़ से कीचड़ साफ नहीं कर सकते
#विचार #Nojoto 
#HappyMusic

कीचड़ से कीचड़ साफ नहीं कर सकते विचार HappyMusic

12,164 Views

5e8c7e7920500cfc32fbf45069db525a

Abhishek Lal

गोरखनाथ मन्दिर में लगा खिचड़ी मेला

गोरखनाथ मन्दिर में लगा खिचड़ी मेला #न्यूज़

27 Views

d146c5e679f7bce560341403b4697fa4

sanjupandit

तख्ती लगी मकान के बाहर 
भीतर रहता एक अभिनेता है
तख्ती पड़े कौन ये सारा जगत अंधा है 
सुन्दरता देख चकित हैं
 दाग चांद मैं बताएं कौन 
अरे सुंदर तो सूरज भी है 
लेकिन उसकी गर्मी सहन करेगा कौन 
कमल पुष्प प्रिय हैं 
लेकिन उसकी कीचड़ मैं बसेगा कौन

©sanjupandit चेहरे कीचड़ के
#ZeroDiscrimination

चेहरे कीचड़ के #ZeroDiscrimination

10 Love

1cdbb2752f92786824ec7ba7837d4551

DR. LAVKESH GANDHI

खि... च......ड़ी.......

 सवाल शनिदेव का नहीं है
 
सवाल तो अरमानों का है
 
पीढ़ियों से लगी है जो  आदत 
 
शनिवार को खाने की खिचड़ी

 अब तो 6 दिन पकती है खिचड़ी

 क्योंकि इसी से तो अरमान सजे हैं
 
पकवान,मकान और दुकान सजे हैं

 शौक, अरमान और ईमान सजे हैं 

 बाबुओं की सेज और जेब सजी है
 
बड़े अरमानों वाली है यह खिचड़ी  जनाब  !
यह ख्वाबों वाली खिचड़ी है
 बड़े अरमानों वाली खिचड़ी है
 खि... च......ड़ी.... 
# लूट # छूट #

जनाब ! यह ख्वाबों वाली खिचड़ी है बड़े अरमानों वाली खिचड़ी है खि... च......ड़ी.... # लूट # छूट #

0 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile