Nojoto: Largest Storytelling Platform

New जमीनों Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about जमीनों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जमीनों.

    PopularLatestVideo

B.L Parihar

#बच्चे #लड़ते नहीं ये जमीनों के लिए

read more
ज़रा सी मिट्टी मुट्ठी में लेकर खुश हो जातें हैं.....

बच्चें ज़मीनों के लिए कभी लड़ा नही करतें. ... #NojotoQuote #बच्चे
#लड़ते नहीं ये जमीनों के लिए

Bambhu Kumar (बम्भू)

उनकी बातों में रहा तो जमीनों जान गवा ना हो... #Shayari

read more
घर से निकलो
बाहर आओ
गली-गली जाना होगा,

अपनी जमीन है 
संविधान है
लोग है
फिर से आजाद होना होगा,

जो लोग एसी में बैठकर 
तुम्हें देशभक्ति पढ़ाते हैं ना,
उनकी बातों में रहे तो 
जमीन व जान गवाना होगा।
-विशाल उनकी बातों में रहा तो जमीनों जान गवा ना हो...

KAKA MAURYA

आसमानों से जमीनों को मिलाने वाले काका मौर्या कुकहा रामपुर अमेठी #mohabbatein

read more
mute video

Juhi Grover

Hindi version दूसरों को देख खुद को नही गंवाते, अासमानों को देख जमीनों को नही भूल जाते। #ramanbenipal #yqdidi #yourquote bestyqpunjabiquo #Punjabi #Motivation #YourQuoteAndMine #yqbhaji #bestyqpunjabiquotes

read more
ਦੂਜਿਅਾਂ ਨੂੰ ਵੇਖ ਅਾਪਣਾ ਅਾਪ ਨਹੀ ਗਵਾੲੀਦਾ,
ਅੰਬਰਾਂ ਨੂੰ ਵੇਖ ਜ਼ਮੀਨਾਂ ਨੂੰ ਨਹੀ ਭੁੱਲ ਜਾੲੀਦਾ। Hindi version

दूसरों को देख खुद को नही गंवाते,
अासमानों को देख जमीनों को नही भूल जाते।

#ramanbenipal  #yqdidi #yourquote #bestyqpunjabiquo

Maha Kaleshwar Nath Dubey

ज़मीनों पे कहाँ बसते हैं जमीनों पे बसाने वाले ख़ुदा से ख़ुद कहाँ मिलते हैं ख़ुदा से मिलाने वाले _Audio_quote Nojoto_Voice_Recording Noj

read more
mute video

Rj Waris

*जमीन जल चुकी है आसमान बाकि है,* *वो जो खेतों की मदों पर उदास बैठे हैं,* *उन्ही की आँखों में अब तक ईमान बाकि है ,* *बादलों अब तो बरस जाओ सूख #गाँवMeबारिशKiजरुरत #दुआ_की_जरुरत

read more
 *जमीन जल चुकी है आसमान बाकि है,*
*वो जो खेतों की मदों पर उदास बैठे हैं,*
*उन्ही की आँखों में अब तक ईमान बाकि है ,*
*बादलों अब तो बरस जाओ सूख

Durgesh Mourya

ऐसे जरूरी हो मुझको तुम जैसे हवाएं सांसो को ऐसे तलाश में तुमको जैसे कि पैर जमीनों को हंसना या रोना हो मुझे पागल सा ढूंढू मैं तुम्हें कल

read more
ऐसे जरूरी हो मुझको तुम 
जैसे हवाएं सांसो को
ऐसे तलाश में तुमको 
जैसे कि पैर जमीनों को 
हंसना या रोना हो मुझे 
पागल सा ढूंढू मैं तुम्हें 
कल

vikas thakur

#krisu_mg Megha Garg✨ दिल में रहा, दिमाग में उतरकर नहीं देखा, कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा.. बे-वक्त अगर जाऊंँगा तो सब चौंक पड़

read more
अब से सादगी में जीने का प्रयास करना है,
अब आशिकी दिलबरी❣️ लिखने से उबरने का यत्न करना है, आज बस आखिरी,
गौरतलब हो हमने जब-जब गजल लिखा नियम और कायदे के अनुसार ही लिखा,
नियम अभी के ग़ज़ल के उदाहरणार्थ ही:-
गजल के चार प्रमुख अंग हैं:-
(१) रदीफ़- गज़ल के प्रत्येक शे'र के अंतिम वाक्य  के अंतिम शब्द समूह‌ समान होने चाहिए। जैसे- नहीं देखा, नहीं देखा...
(२) काफ़िया- वह शब्द है जो प्रत्येक शे'र में रदीफ़ के पहले आता है, शेर का आकर्षण काफ़िया पर ही टिका होता है। जैसे- समंदर,दिलबर,पत्थर,खंजर...
(३) मत़ला-गजल का सबसे पहला शे'र जिनकी दोनों पंक्तियां समान रदीफ़ और क़ाफिया के लिए होती है।
जैसे-उतर कर नहीं देखा, समंदर नहीं देखा...
(४) मक्त़ा- आखिरी शे'र को कहते हैं जिनमें शायर अपने नाम का उपयोग करता है। जैसे- जो छोड़ दिया ""विकास"" फिर उसे मुड़कर नहीं देखा

 #krisu_mg 
Megha Garg✨  

दिल में रहा, दिमाग में उतरकर नहीं देखा,
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा.. 

बे-वक्त अगर जाऊंँगा तो सब चौंक पड़

writervinayazad

✍️हीरे का आदमी✍️ चांद तारों में उतर कर देखा मैंने ख्वाबों में रात मर के देखा देखा ठहरे हुए परिंदे को आदमी को मैंने उड़ते देखा आसमानों में फू #कविता #yqdidi #yqhindi #विनय_आजाद #writervinayazad #हीरेकाआदमी #सोनेकामहल

read more
✍️हीरे का आदमी✍️
चांद तारों में उतर कर देखा
मैंने ख्वाबों में रात मर के देखा
देखा ठहरे हुए परिंदे को
आदमी को मैंने उड़ते देखा
आसमानों में फूल खिल रहे थे
और जमीनों पे चांद रोशन थे
मैंने देखा फकीरों के सर पर
सोने चांदी के ताज रोशन थे
मैंने देखा बुढ़ापा मौज में था
जवां बचपन को सिसकते देखा
मैंने गिद्धों को महल में देखा
और कौवों को चमन में देखा
मैंने देखा अकेला हंस रहा था
कारवां को मैंने रोते देखा
मैंने देखा महल सोने का “विनय”
उसमें हीरे का आदमी देखा

©writervinayazad ✍️हीरे का आदमी✍️
चांद तारों में उतर कर देखा
मैंने ख्वाबों में रात मर के देखा
देखा ठहरे हुए परिंदे को
आदमी को मैंने उड़ते देखा
आसमानों में फू

AB

हो मेरी हक़ीक़त तुम या महज़ कोई ख्याल खूबसूरत कोई, नहीं समझ आता मोहबत है ये या महज शफ़क़त नादान हुई हाल फिलहाल तो बात ये है कि बेदार मेरी रा

read more
" क्या से क्या हो रखें हैं "
( अनुशीर्षक ) 
हो मेरी हक़ीक़त तुम
या महज़ कोई ख्याल खूबसूरत कोई, 
नहीं समझ आता मोहबत है ये
या महज शफ़क़त नादान हुई 

हाल फिलहाल तो बात ये है 
कि बेदार मेरी रा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile