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@thewriterVDS
एक दिल की तलाश है मैं दर बदर भटक रहा हूं तुम मिल भी जाओ कहीं मैं लावे की तरह फटक रहा हूं उम्मीद की किरण दिखी फिर भी मैं क्यों अटक रहा हूं हे भगवान मुझे उठा ले मै अटक रहा हूं, फटक रहा हूं क्योंकि फिर से मैं भटक रहा हूं। #cinemagraph #NaPoWriMo #Day6 #दिल #भटक #फटक #अटक #भगवान YourQuote Didi Vaibhav Dev Singh
Mudit sand
दुपट्टे का अटक जाना उसको ये खटक जाना मेरी एक गुजारिश पर उसका यूँ मटक जाना। @rytwriter (on Insta) #Bloom दुपट्टे का अटक जाना उसको ये खटक जाना मेरी एक गुजारिश पर उसका यूँ मटक जाना।
SK Poetic
“मेरे लिए तो शिक्षा का सार तथ्यों का संग्रहण नहीं बल्कि मस्तिष्क की एकाग्रता है। अगर मुझे मेरी शिक्षा की फिर से शुरुआत करनी पड़े और इस मसले पर अगर मेरी राय ली गई तो मैं तथ्यों-ब्योरों का अध्ययन एकदम नहीं करूंगा। इसके बजाय, मैं एकाग्रता और निर्लिप्तता की शक्ति विकसित करूंगा और फिर उपयुक्त उपकरणों के साथ अपनी इच्छा से तथ्यों को जमा कर सकता हूं।” ©S Talks with Shubham Kumar एकाग्रता : स्वामी विवेकानंद के शिक्षा के विचार में एक महत्त्वपूर्ण घटक #Light
Parasram Arora
प्यार के चटक रंग. खूबसूरत से शॉकेस में और भी सुंदर लग रहे हैँ. मोह की इस मनमोहक ऋतु में वहशी तमन्ना वक़्त के तेज़ बहाव में बहने लगी हैँ ©Parasram Arora प्यार के चटक रंग
Abhishek Vyas Rayshree
कैसे रखे मेरा शहर पानी पंछियों के लिए बो खुद पानी के लिए भटक रहा है.. पानी के लिए भटक ता खुद इंसान
Anuj Ray
बात उलझ के रह गई तीर कमान, कटारी, चकाचौंध सी बिजली ,देखके लश्कर में घटाओं का काफिला तजुर्बा नहीं था हमें, इस तरह से माशूक से मिलने का, कुछ ना कह सके ,जुबान से निकली जो बात तो तालू में उलझ के रह गई। फिर मिलेंगे कभी ,आज रहने दो,जाते-जाते मुस्कुरा के कह गई।। ©Anuj Ray # बात तालू में अटक के रह गई,,
Mohmad Tanveer
भूली बिखरी बेकद्री सी है जिंदगी मेरी भटक रही है गुमनामी के अंधेरों में चिराग रोशन किया था मैंने भुजा कर चली गई जिंदगी की डोर मेरे ©Mohmad Tanveer #Exploration भटक रही है गुमनामी के अंधेरों में