Find the Latest Status about सामने बैठो तुम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सामने बैठो तुम.
Archana Tiwari Tanuja
तुम सामने बैठो :- तुम सामने बैठो मैं तुमपे लिखूं कविता, श्रृंगार लिए प्रेम रस की बहती सविता। अर्चना तिवारी तनुजा ✍️✍️ (पूरी ग़ज़ल कैप्टन में पढ़े) ©Archana Tiwari Tanuja #forbiddenlove #Nojoto #NojotoHindi #Nojotowriters #NojotoFilms #Viarl #MyThoughts #hindi_poetry #shayrigazal #hindisahitya 20/06/2023 ग़
Madhvi Haritas
तुम सामने बैठे रहो, मैं पहरो तुम्हें निहारा करू, छुपा रख लू सबकी नज़र से, यों तेरी नज़र उतारा करू, जो तुम रूठो मनाऊ मैं हर दफा, कभी लाड लडा़ऊ कभी प्यार से दुलारा करू, जब जब उठे हाथ मेरे मांगने को दुआ, हर बार हर दुआ मे तेरा नाम पुकारा करू, अधूरी है जिंदगी बिन तेरे,फिर एक बार जन्मे बस तेरे लिए, तेरे चाहत में जन्मू मैं दोबारा ,तेरी चाहत में दोबारा मरू, तुम सामने बैठे रहो, मैं पहरो तुम्हें निहारा करू, छुपा रख लू सबकी नज़र से, यों तेरी नज़र उतारा करू, माधवी हरितस तुम सामने बैठे रहो #HBDShastriJi
Avinash Sharma
Let me love you तुम सामने बैठो, मुझे प्यार करने दो..! बेचैन है धड़कन,इज़हार करने दो..! मौसम है वादों का,यूं ना करो बहाना..! लिखने दो इस दिल पे दिल का नया फ़साना.....! तुम सामने बैठो मुझे प्यार करने दो! #Love तुम सामने बैठो मुझे प्यार करने दो।
Ravi Ravi
तुम मेरे सामने बैठो,मुझे ओ हर बात लिखना है.. मेरे दिल में है जो जज़्बात, ओ जज़्बात लिखना है। ये तेरी कजरा,तेरी गजरा,तेरी ये होठों की लाली लिखना है.. बस इसी तरह बैठे रहो,तेरा सृंगार लिखना है। तुम सामने बैठो ,मुझे ओ हर बात लिखना है... मेरे दिल में है जो... तेरा गुस्सा,तेरी मुस्कान,तेरी ओ पावन तन -मन लिखना है.. की है मुलाकात जो हमने ,ओ मुलाकात लिखना है। तुम सामने बैठो... मेरे दिल में हैं जो जज्बात ,ओ जज़्बात लिखना है.. मेरे सामने बैठो।
@tul maurya(IT)
तुम सामने बैठे रहो और मैं तुम्हें देखता रहूँ….. बातें तो हम अपने आप से भी कर लेंगे.... #NojotoQuote #NOJOTO#IT तुम सामने बैठे रहो और मैं तुम्हें देखता रहूँ…..
सुसि ग़ाफ़िल
देखा भी नहीं तुझे मैंने आंखे भर कर मेरी आंखें भर आती है तुझे याद कर कर , अब तो है दीदार की तलब तुम सामने बैठो बैठो तुम मेरे सामने आंखों में काजल भरकर | देखा भी नहीं तुझे मैंने आंखे भर कर मेरी आंखें भर आती है तुझे याद कर कर , अब तो है दीदार की तलब तुम सामने बैठो बैठो तुम मेरे सामने
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
सितम चाहे करो जितना , मगर तुम सामने रहना। सितम से मर अगर जाऊं, कफन आंचल का दे देना। मुझे भी चैन आयेगा , कसर तेरी पूरी होगी। तड़प दिल जायेगा मेरा, तेरी ख्वाइस पूरी होगी। रहम तुझको अगर आये, जरा आकर बता देना । मगर तुम सामने रहना ....मगर तुम...। अगर मैं जान जाता के , सिला चाहत का ये होता। मिटा देता मैं चाहत को, धड़कता दिल भी न होता। खिला दिल का चमन तुमसे, तुम्हीं इसको मिटा देना। मगर तुम सामने रहना...मगर तुम....। चला अब तेरी दुनिया से, मुबारक हो खुशी तुझको। हुआ अब दूर मैं तुझसे,नजर आऊंगा न तुझको। सितम ढाया जो है मुझ पर, जरा अब याद कर लेना। मगर तुम सामने रहना, सितम को याद कर लेना। ©नागेंद्र किशोर सिंह # मगर तुम सामने रहना।