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Mukesh Poonia
महत्वाकांक्षा सफलता का मार्ग है। दृढ़ता वह वाहन है जिस पर आप सफलता तक पहुंचते हैं। ~ मैडिसन एल्सेडो . ©Mukesh Poonia #mountainsnearme #महत्वाकांक्षा #सफलता का #मार्ग है। #दृढ़ता वह वाहन है जिस पर आप #सफलता तक पहुंचते हैं। ~#मैडिसन #एल्सेडो
Nirankar Trivedi
थामस अल्वा और उनकी मां को समर्पित मेरे शब्द था नहीं तू काबिल , पर तुझे काबिल बता दिया। वो एक मां की सोच ही थी, जिसने तुझे धरती का सूरज बना दिया। #थामस अल्बा एडिसन और उनकी मां को समर्पित पंक्तियां।
Mukesh Poonia
Sea water मैं असफल नहीं हुआ हूँ, मैंने बस 10,000 ऐसे तरीके ढूंढ़े हैं l जो काम नहीं करते । – थॉमस एडिसन . ©Mukesh Poonia #Seawater मैं #असफल नहीं हुआ हूँ, मैंने #बस 10,000 ऐसे #तरीके ढूंढ़े हैं जो #काम नहीं करते। – #थॉमस #एडिसन
Pandey Sunil 🇮🇳
कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोडा मुश्किल हो सकता है। गर हो अथक प्रयास तो कोई भी एडिसन बन सकता है।। skp@basti कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोड
Pandey Sunil 🇮🇳
कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोडा मुश्किल हो सकता है। गर हो अथक प्रयास तो कोई भी एडिसन बन सकता है।। skp@basti कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोड
Pandey Sunil 🇮🇳
कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोडा मुश्किल हो सकता है। गर हो अथक प्रयास तो कोई भी एडिसन बन सकता है।। skp@basti कुछ भी नही अप्राप्य इस जग मे सब कुछ प्राप्य हो सकता है लछ्य हेतु गर संकल्प बना लो तो सर्बस्व अपना हो सकता है।। कुछ भी नही नमुमकिन जग मे थोड
Dr. arvindramji yadav
Ashutosh Kumar Upadhyay
मैं नहीं बनाता मैं नहीं कल्पना करता इन बच्चों में किसी 'एडिसन' 'बिल गेट्स' की पर मैं देखता हूं पल पल महसूस करता हूं कैसे मरता है इनके अंदर का 'आइंस्टाइन' वो प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति खुद से जवाब खोजने की आदत बार-बार कुछ कर जाने की कोशिश कैसे मरती है ये आदतें कभी स्कूल की चार दीवारों में कभी मां-बाप की आकांक्षाओं में। उम्मीद की इमारत मैं नहीं बनाता मैं नहीं कल्पना करता इन बच्चों में किसी 'एडिसन' 'बिल गेट्स' की पर मैं देखता हूं पल पल महसूस करता हूं कैसे मर