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Anuradha Vishwakarma
तुम संवारो काकले मेरी उलझाई थी ये सोचकर, कया पता था ये आदत में शुमार हो जाएगा. तुम संवारो काकले मेरी उलझाई थी ये सोचकर, कया पता था आदत में शुमार हो जाएगा.
Prerit Modi सफ़र
शाइस्तगी तेरी मुझे सनम रास आ गई आहिस्ता आहिस्ता तू मेरे पास आ गई न हो गुमसुम एक बार मुस्कुरा तो सही तेरे आने से ज़िन्दगी में आस आ गई काकुल तेरी आज सुलझाने दे मुझे तू जो आई नज़दीक, मुझे साँस आ गई एहसासों का ये धागा मुक़द्दस है बहुत शब-ए-वस्ल, तू बे-लिबास आ गई रूह में बस गई है तू निकहत की तरह दूर होकर भी तू बेहद पास आ गई जो तू गई दूर 'सफ़र' पर छोड़ कर मुझे तस्वीर मेरे सामने तेरी उदास आ गई 🔹मुस्कुरा तो सही🔹 शाइस्ता- विनम्रता, politeness काकुल- tresses of hairs #collabwithकोराकाग़ज़ #KKSC16 #मुस्कुरातोसही #विशेषप्रतियोगिता #को
Monika jayesh Shah
जय हनुमान ©Monika jayesh Shah शुभ सकाळ मित्र आणि मैत्रिणींनो कसे आहात? आज हनुमान जयंती आहे ||आणिला मागुती नेला|आला गेला मनोगती|मनासी टाकिलें मागें|गतीसी तुळणा नसे|| दरवर्
DR. SANJU TRIPATHI
तेरे काकुल तेरी सुंदरता को और बढ़ा देते हैं, बलखाते हैं झूमके और हमको उलझा देते हैं। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "काकुल" "kaakul" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है बालों की लट, ज़ुल्फ़, माथे पर लटकते
Dr Upama Singh
तुम्हारी काकुल मुझे उलझाए हुए है देकर अपनी मोहब्बत जिंदगी सुलझा दे मेरी। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "काकुल" "kaakul" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है बालों की लट, ज़ुल्फ़, माथे पर लटकते
gaTTubaba
काश तुमसे हम पहले मिले होते जिंदगी से इतने शिकवे गिले ना हुए होते कोयलों के यहां सफेदी लेकर गए ना होते तो बेवजह कालें भी ना हुए होते चमक रहे होते हीरों के साथ चमक लेकर ये कीमती पल दाग धोने में गवाएं ना होते .. काश हम तुमसे.... ©gaTTubaba #essenceoftime काश तुमसे हम पहले मिले होते जिंदगी से इतने शिकवे गिले ना हुए होते कोयलों के यहां सफेदी लेकर गए ना होते तो बेवजह कालें भी ना
Vedantika
उलझते हुए ज़ज़्बातों को काकुल में पनाह मिलने दो बनकर एक ख़्वाब खुद को मेरी आँखों में खिलने दो इन हसीं कहानियों को उतरने दो हक़ीक़त की ज़मीन पर सिलसिला गुफ्तगू-ए निगाह का बे-ख़लल यूँ ही चलने दो ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "काकुल" "kaakul" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है बालों की लट, ज़ुल्फ़, माथे पर लटकते
Prerit Modi सफ़र
मरहले अभी और भी हैं में'यार-ए-इश्क़ में अभी तो इब्तिदा-ए-दर्द है, बेरहम इश्क़ में क्या क्या गुज़री है ज़िन्दगी में बिन तेरे सनम ज़ीस्त दुआ भी है अज़ाब भी कमबख़्त इश्क़ में औराक़-ए-किताब लबरेज़ हैं ग़म-ए-हिज्र में लिख डाली हैं हज़ारों ग़ज़ल संगदिल इश्क़ में काकुल-ए-ज़िन्दगी बहुत उलझी है बिन तेरे बहुत तड़पाती है यादें तेरी ज़ालिम इश्क़ में बच कर रखना कदम जो बचे हुए हैं अब तक मज़ा भी है सज़ा भी है , 'सफ़र'-ए-इश्क़ में मरहले- stages, चरण में'यार-ए-इश्क़- इश्क की कसौटी इब्तिदा-ए-दर्द- starting of pain औराक़-ए-किताब- pages of book ग़म-ए-हिज्र- जुदाई का ग़म संगदिल
Bajrangautam