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Author Shivam kumar Mishra

Apne chasma kyu na pehna ho.
Apko kante tub tuk nhi dikhte jub tuk wo apko choob na jaye. parveen tiwari Pushpendea Kumar Tanaji Pandhare मुकुंद शर्मा Gurpinder kaur Khalsa #nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #kavishala

parveen tiwari Pushpendea Kumar Tanaji Pandhare मुकुंद शर्मा Gurpinder kaur Khalsa nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #kavishala #विचार

83 Love

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Author Shivam kumar Mishra

#GuruTegBahadurji  I have learn't a lot with his preachings.
I haven't have words to pen it down.
just i want to say everything in this world is equal if it is gold or dust.
Everything in this world has a divine soul. Shayar Amrit Rahid Ansari Roshan marbade Gurpinder kaur Khalsa मुकुंद शर्मा #nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #kavishala

Shayar Amrit Rahid Ansari Roshan marbade Gurpinder kaur Khalsa मुकुंद शर्मा nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #kavishala #GuruTegBahadurJi

89 Love

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कुलदीप

ब्रज की गलियां रोज सजेगी
तुम तो दिल की गलियां सजाना
मूरत मुकुंद की हर मंदिर लगेगी
तुम अपने मन का बिहारी जगाना

©कृष्ण प्रेमी कुलदीप ब्रज की गलियां रोज सजेगी
तुम तो दिल की गलियां सजाना
मूरत मुकुंद की हर मंदिर लगेगी
तुम अपने मन का बिहारी जगाना

#NojotoTurns5

ब्रज की गलियां रोज सजेगी तुम तो दिल की गलियां सजाना मूरत मुकुंद की हर मंदिर लगेगी तुम अपने मन का बिहारी जगाना Turns5 #शायरी #NojotoTurns5

1 Love

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Anamika

भक्ति का चखा स्वाद जिसने,
 राधे-राधे समा गया उसमें..

सुनुं जब मुरली की धुन तेरी,
थिरक ही उठती पायल मेरी...

न मीरा ,न राधा न रूक्मण ठहरी
संग तेरे बतयाऊं, प्रीत बड़ी गहरी...
 #कृष्णप्रेम 
हरि सुंदर नंद मुकुंद, हरि नारायण हरि ओम … 2

हरि केशव हरि गोविंदा, हरि नारायण हरि ओम … 2


#कृष्णार्पण 
#योरकोटभक्ति

#कृष्णप्रेम हरि सुंदर नंद मुकुंद, हरि नारायण हरि ओम … 2 हरि केशव हरि गोविंदा, हरि नारायण हरि ओम … 2 #कृष्णार्पण #योरकोटभक्ति #धुन #प्रीत #तूलिकाकेरंगं

0 Love

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Sunil itawadiya

जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
 नए चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ का पदभार संभालेंगे। 
पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर, (म्यांमार-चीन) विशेषज्ञ! जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
 नए चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ का पदभार संभालेंगे। 
पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर, (म्यांमार-चीन) विशेषज्ञ!
#love  #लाइफ  #armyd

जनरल मनोज मुकुंद नरवणे नए चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ का पदभार संभालेंगे। पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर, (म्यांमार-चीन) विशेषज्ञ! love #लाइफ armyd #Motivation #lovequotes #ArmyDay

0 Love

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lalitha sai

हे मुकुंदा...
हे मुरारी..
हे बाके बिहारी....
तुम.. माधवा..
तुम केशवा..
तुम.. गोवर्धन गिरी धारी!

हे.. गोपाला..
हे..प्रिया लोला..
हे.. कान्हा मुरारी..
तुम.. मोहना..
तुम ... राधा प्रिया..
तुम..सबके मन का प्रिय धारी!

हे.. गोविंदा..
हे..मुकुंदा..
तुम हो.. सबके प्रिया..
मेरे.. प्राण साखा...
ओ... मुकुल... तिवारी..! Dedicating a #testimonial to Mukul Kr. Tiwari 
जन्मदिन की ढेर सारी शुबकामनाएं... मुकुंद... मुरारी..
मेरे सखा.. मुक्कु...🍫🍫🍫🍫🍫🍫

कान्हा आपका

Dedicating a #testimonial to Mukul Kr. Tiwari जन्मदिन की ढेर सारी शुबकामनाएं... मुकुंद... मुरारी.. मेरे सखा.. मुक्कु...🍫🍫🍫🍫🍫🍫 कान्हा आपका

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Vishal rajak

 नाभिकुंड पियूष बस याकें।
नाथ जिअत रावनु बल ताकें॥ 

खैंचि सरासन श्रवन लगि छाड़े सर एकतीस।
रघुनायक सायक चले मानहुँ काल फनीस॥

डोली भूमि गिरत

नाभिकुंड पियूष बस याकें। नाथ जिअत रावनु बल ताकें॥ खैंचि सरासन श्रवन लगि छाड़े सर एकतीस। रघुनायक सायक चले मानहुँ काल फनीस॥ डोली भूमि गिरत #Dussehra #nojotophoto #दशहरा #vishalrajak

3 Love

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अनिता कुमावत

ना चाहूँ हीरे - मोती -जवाहरात 
झलक दिखला दे एक बार 
तेरे दर आया मैं जोगी 
लाला को दरस करा दे मैया ...!!! जोगी लीला 
पुष्टि मार्ग में कुशग्रहणी अमावस्या जोगी लीला के लिए प्रसिद्ध है !
आज के दिन महादेव श्री कृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करने के लिए

जोगी लीला पुष्टि मार्ग में कुशग्रहणी अमावस्या जोगी लीला के लिए प्रसिद्ध है ! आज के दिन महादेव श्री कृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करने के लिए #picfrommygallery #जोगीलीला

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lalitha sai

जब खाना नहीं मिलता..
मुकुंदा को..खाने के लिए..
जब रसोई घर की परिस्थिति..
कुछ अस्त व्यस्त..😀

जब खाना नहीं मिलता...
मुकुंदा को.. खाने के लिए..
जब घर की सारे समान..
कुछ उथल-पुथल..😀

हाये.. जब सच में..
कितना ढूंढ़ने पर भी...
जब खाना नहीं मिलता..
खाने के लिए तो..
तब इस सारे संसार में..
नहीं रहता है..
वो घर का नामोनिशान.. 😀 Dedicating a #testimonial to उद्वेलित मन 🐣🥀🍃
ओ.. पागलहट..
Happy ugadi....
ये ugadi तुम्हारे जीवन में ढेर सारी खुशियाँ लाए.. 🙌

अपना खयाल रखन

Dedicating a #testimonial to उद्वेलित मन 🐣🥀🍃 ओ.. पागलहट.. Happy ugadi.... ये ugadi तुम्हारे जीवन में ढेर सारी खुशियाँ लाए.. 🙌 अपना खयाल रखन

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Divyanshu Pathak

अपनी अकड़ चम्बल के उस किनारे छोड़ कर आना ।
और सारी चालाकियों को आगरा तक ही आजमाना ।
सुन कर नाम धौलपुर बाला 
मेरा प्यारा शहर निराला !
RJ- 11 सुप्रभात।
अपने शहर को दिल से प्यार करें। 
#मेराशहर #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi.....😊😊
धरा धौलपुर की देखो ये

सुप्रभात। अपने शहर को दिल से प्यार करें। #मेराशहर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi.....😊😊 धरा धौलपुर की देखो ये

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Nitesh Prajapati

विश्वास नहीं अंधविश्वास है, घर घर की यही कहानी है,
त्यागो झूठे पाखंडी ओ को, आग लगा दो अंधश्रद्धा को भी।
— % & *तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’
Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह

*तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’ Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह #hindipoetry #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqhindi #yourquotebaba #collabwithkautukii #yq_kautukii #छंद_कौतुकी

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Dr Upama Singh

गली गली में शोर है मीठा वाणी का ज़ोर है।
छोड़ो इंसान की झूठी शान रखो प्यार और रिश्तों का मान।— % & *तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’
Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह

*तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’ Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह #YourQuoteAndMine #yqhindi #collabwithkautukii #yq_kautukii #छंद_कौतुकी

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Vedantika

मत सोचो कल क्या हो, बस निकल पड़ो रवानी में।
लिखा जाए नाम तुम्हारा इतिहास की एक कहानी में।— % & *तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’
Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह

*तलवारो पर धार करो / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’ Greetings from Kautukii.. collab your original couplet with the couplet of - ~ शिशुपाल सिंह

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Kavya Goswami

लोग कहते है, तुम अनंत हो
आँखो को जो चुभ जाए 
ऐसी आभा में लिपटे हो 

गर जो तुम्हें पुकारे कोई, 
नजरें कैसे संभाले कोई !
ये बात समझ नही पाती हूँ 
और प्रीत निभाए जाती हूँ 

क्या झूठ क्या सच है केशव
नही समझना मुझको माधव
तुम सदैव निकट ही रहते हो
मेरे हृदय में बसते हो

कई पथ रौशन हो जाते है
तेरा नाम अधरों पर आते ही
निस्संदेह तुम किरण पुंज हो
कोमल हृदय मोहन मुकंद हो । लोग कहते है, तुम अनंत हो
आँखो को जो चुभ जाए 
ऐसी आभा में लिपटे हो 

गर जो तुम्हें पुकारे कोई, 
नजरें कैसे संभाले कोई !
ये बात समझ नही पाती ह

लोग कहते है, तुम अनंत हो आँखो को जो चुभ जाए ऐसी आभा में लिपटे हो गर जो तुम्हें पुकारे कोई, नजरें कैसे संभाले कोई ! ये बात समझ नही पाती ह #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqpoetry

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Ravendra

पुलिस ने उतरवाए बैनर पोस्टर

©Ravendra
  आचार संहिता लगते ही हटाए गए बैनर और पोस्टर
बहराइच नगर निकाय चुनाव के तारीख का एलान होते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। सोमवार को शहर में

आचार संहिता लगते ही हटाए गए बैनर और पोस्टर बहराइच नगर निकाय चुनाव के तारीख का एलान होते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। सोमवार को शहर में #न्यूज़

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मुंशी पवन कुमार साव "शत्यागाशि"

मनुज की अभिलाषा
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
नहीं चाहिए  निधि एक भी, सिद्धियों को भी रहने दो।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
÷÷÷÷÷÷÷
÷÷÷
÷

👇

(  Full in Caption  ) #desires #freedom #aazadi 
#shatyagashi
मनुज की अभिलाषा
~~~~~~~~~~~
बांध दो तन को मेरे,
पर मन आज़ाद रहने दो।
मैं भी इंसा हूँ शायद
दिल की बातो

#desires #Freedom #aazadi #shatyagashi मनुज की अभिलाषा ~~~~~~~~~~~ बांध दो तन को मेरे, पर मन आज़ाद रहने दो। मैं भी इंसा हूँ शायद दिल की बातो

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₹0Hiत

गोविन्द दामोदर माधवेति श्रोतम्

दामोदर स्तुति

करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्,
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि,

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव,
जिव्हे पिबस्वामृतमेतदेव गोविन्द दामोदर माधवेति,

विक्रेतुकामा किल गोपकन्या मुरारिपादार्पितचित्तवृत्ति:,
दध्यादिकं मोहवशादवोचद् गोविन्द दामोदर माधवेति,

गृहे गृहे गोपवधूकदम्बा: सर्वे मिलित्वा समवाप्य योगम्,
पुण्यानि नामानि पठन्ति नित्यं गोविन्द दामोदर माधवेति,

सुखं शयाना निलये निजेऽपि नामानि विष्णो: प्रवदन्ति मर्त्या,
ते निश्चितं तन्मयतां व्रजन्ति गोविन्द दामोदर माधवेति,

जिव्हे सदैवं भज सुन्दराणि नामानि कृष्णस्य मनोहराणि,
समस्त भक्तार्ति विनाशनानि गोविन्द दामोदर माधवेति,

सुखावसाने इदमेव सारं दु:खावसाने इदमेव ज्ञेयम्,
देहावसाने इदमेव जाप्यं गोविन्द दामोदर माधवेति,

श्रीकृष्ण राधावर गोकुलेश गोपाल गोवर्धन नाथ विष्णुः,
जिव्हे पिबस्वा मृतमेतदेव गोविंद दामोदर माधवेति,

जिव्हे रसज्ञे मधुर प्रिया त्वं सत्यं हितं त्वां परमं वदामि,
अवर्णयेथा मधुराक्षराणि गोविन्द दामोदर माधवेति,

त्वामेव याचे मम देहि जिह्वे समागते दण्डधरे कृतान्ते,
वक्तव्यमेवं मधुरं सुभक्त्या गोविन्द दामोदर माधवेति,

श्रीनाथ विश्वेश्वर विश्व मूर्ते श्री देवकी नंदन दैत्य शत्रु ,
जिव्हे पिबस्वामृतमेतेव गोविंद दामोदर माधवेति ,

गोपी पते कंसरिपो मुकुंद लक्ष्मी पते केशव वासुदेव
जिव्हे पिबस्वामृतमेतेव गोविंद दामोदर माधवेति ,

©₹0Hiत
  दामोदर स्तुति

करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्,
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि,

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे

दामोदर स्तुति करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्, वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि, श्रीकृष्ण गोविन्द हरे #Life

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Vibhor VashishthaVs

Meri Diary #Vs❤❤ 
जय जय धुनि पूरी ब्रह्मंडा। जय रघुबीर प्रबल भुजदंडा।।
बरषहि सुमन देव मुनि बृंदा। जय कृपाल जय जयति मुकुंदा।।
असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और बुराई पर 
अच्छाई की विजय के प्रतीक महापर्व विजयादशमी 
की सभी देशवासियों व श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई...।
आइए, हम सभी अपने अंतस के राम को 
जागृत करें और समाज में व्याप्त सभी बुराइयों 
की समाप्ति हेतु संकल्पित हों...।
🙏🏵अयोध्या नरेश भगवान श्रीराम आपकी जय हो🏵🙏
विजयादशमी हमारी समृद्धशाली भारतीय संस्कृति 
का प्रतीक है अंदर की बुराई का नाश कर अच्छाई 
के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा देता है । भागवान श्री 
राम का आशीर्वाद हम सबके जीवन में सुख, शांति 
व समृद्धि लाए।
   🏵🏵🙏शुभ दशहरा🙏🏵🏵
   🏵🏵🙏जय जय श्री राम🙏🏵🏵

✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ 
जय जय धुनि पूरी ब्रह्मंडा। जय रघुबीर प्रबल भुजदंडा।।
बरषहि सुमन देव मुनि बृंदा। जय कृपाल जय जयति मुकुंदा।।
असत्य पर सत्य,

Meri Diary Vs❤❤ जय जय धुनि पूरी ब्रह्मंडा। जय रघुबीर प्रबल भुजदंडा।। बरषहि सुमन देव मुनि बृंदा। जय कृपाल जय जयति मुकुंदा।। असत्य पर सत्य, #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yourquotebaba #Vijay #dashera #yourquotedidi #vs❤❤

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Ravendra

सांडो का आतंक, राहगीर परेशान

©Ravendra
  सड़क पर सांडो का आतंक
बहराइच शहर के छावनी चौराहे पर सोमवार को दो सांड आपस में ही लड़ने लगे। इससे आवागमन करने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

सड़क पर सांडो का आतंक बहराइच शहर के छावनी चौराहे पर सोमवार को दो सांड आपस में ही लड़ने लगे। इससे आवागमन करने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई। #न्यूज़

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PRATIK BHALA (pratik writes)

चुप थे Read Caption

©PRATIK BHALA (pratik writes) 👇👇READ CAPTION PLEASE
राम जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई.🚩🚩
सीतापति,भूपति,अश्वपति,प्रजापति,अयोध्यापति, दशरथ नंदन, मर्यादा पुरुषोत्तम, क्षत्रिय रघ

👇👇READ CAPTION PLEASE राम जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई.🚩🚩 सीतापति,भूपति,अश्वपति,प्रजापति,अयोध्यापति, दशरथ नंदन, मर्यादा पुरुषोत्तम, क्षत्रिय रघ #Life #India #Love #Trending #Hindu #Ram #कविता #PratikBhala #pratikwrites #Ram_Navmi

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Divyanshu Pathak

जब ज़माने भर की कोशिशें नाकाम हो जाती है भूलने भुलाने की
तब यक़ीनन लगने लगता है तुम याद नही मेरा मन हो !
फ़लक देखूं या जमीं तन्हाई में तू ही शामिल है
तेरे सिवा कुछ भी दिखता नही बिन तेरे जीना मुश्किल है !
दिल की सुर्ख दीवारों पे तेरा नाम लिख दिया है रब ने
तभी तो सांसो के साथ हर लम्हें सामने आ ही जाता है !
मेरा यक़ीन है तेरे भरोसे अब इसे कभी न तोड़ना
हो सके तो अब तुम मेरा मुक़द्दर जोड़ना ! :🍨☕🍉🍧💕👨
भूलने भुलाने के भरम में जिंदगी गुजर जाती है
जब भी अकेले होते है उसकी याद आ ही जाती है !
ये सिलसिला युहीं युगान्त तक चलता है
बिछड़कर म

:🍨☕🍉🍧💕👨 भूलने भुलाने के भरम में जिंदगी गुजर जाती है जब भी अकेले होते है उसकी याद आ ही जाती है ! ये सिलसिला युहीं युगान्त तक चलता है बिछड़कर म

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Vikas Sharma Shivaaya'

श्री विष्णु चालीसा:

               ।।दोहा।।
जय जय जय श्री जगत पति,जगदाधार अनन्त।
विश्वेश्वर अखिलेश अज, सर्वेश्वर भगवन्त।
महिमा, महिमा, आप सभी की जय, हे प्रभु और दुनिया का समर्थन! आप सभी के स्वामी हैं, सबसे परिपूर्ण, अनंत, अजन्मा, आसन्न, और ब्रह्मांड के भगवान हैं।

          ।।चौपाई।।
जय जय धरणी-धर श्रुति सागर। जयति गदाधर सदगुण आगर।।
श्री वसुदेव देवकी नन्दन।
 वासुदेव, नासन-भव-फन्दन।।
आपकी जय हो, हे पृथ्वी और वैदिक ज्ञान के सागर का सहारा! आप के लिए जय, एक क्लब के हे क्षेत्ररक्षक और सभी महान गुणों का खजाना घर! हे कृष्ण, आप वासुदेव और देवकी की प्रसन्नता और जन्म और मृत्यु के शोर को नष्ट करने वाले हैं।

नमो नमो त्रिभुवन पति ईश। 
कमला पति केशव योगीश।।
मैं तुम्हें बार-बार प्रणाम करता हूं, हे हर चेतन और निर्जीव प्राणी के प्रभु; हे प्रभु, आप के लिए, असहाय और अवैयक्तिक रूप से आपका पालन करता हूं और आपको तीनों क्षेत्रों के भगवान के रूप में गौरवान्वित करता हूं, कमला (लक्ष्मी) के प्रिय संघ के रूप में केशव के रूप में और योगियों में सर्वोच्च हैं।

नमो-नमो सचराचर-स्वामी।
परंब्रह्म प्रभु नमो नमामि।।
गरुड़ध्वज अज, भव भय हारी। मुरलीधर हरि मदन मुरारी।।
नारायण श्री-पति पुरुषोत्तम। 
पद्मनाभि नर-हरि सर्वोत्तम।।
हे भगवान, आपका बैनर, गरुड़ की आकृति से अलंकृत है; आप अजन्मे हैं, सभी सांसारिक खूंखार (जन्म और मृत्यु के), कृष्ण बांसुरी वादक, प्रेम के संहारक और मुरा के दुश्मन, नारायण, लक्ष्मी के प्रिय संघ, मनुष्यों में सर्वश्रेष्ठ विष्णु जब उन्होंने ग्रहण किया आधा शेर और आधा आदमी का रूप और सबसे उत्तम।

जयमाधव मुकुन्द, वन माली। 
खलदल मर्दन, दमन-कुचाली।।
जय अगणित इन्द्रिय सारंगधर। 
विश्व रूप वामन, आनंद कर।।
आपको नमस्कार है, हे महादेव, मुकुंद और वनमाली! आप दुष्टों का विनाश करते हैं और बीमार नस्ल को अपने अधीन करते हैं। आपकी जय हो, अनंत संख्या की इंद्रियों का स्वामी और धनुष का स्वामी जिसे शारंग कहा जाता है! आप स्वयं ही विश्व हैं, वामन हैं और सभी सुखों के सर्वश्रेष्ठ हैं। (ये नाम विष्णु के अवतारों के साथ-साथ कृष्ण से संबंधित हैं जहां शास्त्र कृष्ण को विष्णु के अवतारों में से एक बताते हैं)

जय-जय लोकाध्यक्ष-धनंजय। सहस्त्राक्ष जगनाथ जयति जय।।
जयमधुसूदन अनुपम आनन। जयति-वायु-वाहन, ब्रज कानन।।
महिमा, आपकी जय हो, हे धनंजय (विष्णु), जो तीनों लोकों के शासक हैं! महिमा; आप के लिए महिमा, दुनिया के भगवान जो नामों की असंख्य है! आपकी जय हो, हे मधुसूदन जिनकी विशेषताएं अतुलनीय हैं, जो हवा की सवारी करते हैं और जो जंगल के पेड़ों पर वज्र के समान हैं।

जय गोविन्द जनार्दन देवा। 
शुभ फल लहत गहत तव सेवा।।
श्याम सरोरुह सम तन सोहत। 
दरश करत, सुर नर मुनि मोहत।।
आपकी जय हो, हे भगवान कृष्ण और विष्णु। वह जो आप पर उपस्थित होता है, उसकी सेवा के सभी भविष्य फल से पुरस्कृत होता है। आपका स्पर्श करने वाला आकर्षण अंधेरे कमल की सुंदरता से मेल खाता है और सभी देवताओं, पुरुषों, तपस्वियों और आप को निहारने वाले किशोरों को मंत्रमुग्ध करता है।

भाल विशाल मुकुट शिर साजत। 
उर वैजन्ती माल विराजत।।
तिरछी भृकुटि चाप जनु धारे। 
तिन-तर नयन कमल अरुणारे।।
आपका माथा चौड़ा है और आपका सिर एक चमकीले मुकुट से सुसज्जित है; आपकी छाती पर वैजयंती (विष्णु की पौराणिक माला) नामक प्रसिद्ध माला निहित है, आपकी धनुषाकार भौंहें एक खींचे हुए धनुष की तरह है.

नाशा चिबुक कपोल मनोहर।
मृदु मुसुकान-मंजु अधरण पर।।
जनु मणि पंक्ति दशन मन भावन। बसन पीत तन परम सुहावन।।
आपकी नाक, ठोड़ी और गाल, हे भगवान, जब आप मुस्कुराते हैं, तो आपके होंठ बहुत सुंदर होते हैं; आपके दांत इतने आकर्षक रूप से रत्नों की एक पंक्ति की तरह दिखते हैं, जबकि पीले रंग में आपके शरीर के कपड़े बेहद आकर्षक हैं। दिखती हैं और उनके नीचे की आंखें लाल कमल की तरह सुर्ख होती हैं।

रूप चतुर्भुज भूषित भूषण। 
वरद हस्त, मोचन भव दूषण।।
कंजारूण सम करतल सुन्दर। 
सुख समूह गुण मधुर समुन्दर।।
आप चार-सशस्त्र हैं, सबसे सुंदर और आभूषणों के साथ अलंकृत हैं। आपके हाथों की स्थिति ऐसी लगती है जैसे आप इसकी अशुद्धियों की दुनिया को शुद्ध कर रहे हैं। आपकी हथेलियाँ, जो कमल की तरह लाल हैं, कोमल और सौन्दर्य के सागर के रूप में आपके गुणों को जीतती हैं और आपके गुणों को गहरा और अटूट बनाती हैं। आप वास्तव में आनंद का खजाना घर हैं।

कर महँ लसित शंख अति प्यारा। सुभग शब्द जय देने हारा।।
रवि समय चक्र द्वितीय कर धारे। 
खल दल दानव सैन्य संहारे।।
आपके हाथ में एक शंख है, जो चमकीला और सुंदर है, एक ऐसा वाद्य यंत्र है, जिसकी संगीतमय ध्वनि कानों को सुकून देती है और जीत को सुनिश्चित करती है। आपके दूसरे हाथ में एक मिसाइल है, डिस्क, एक चमकते हुए सूरज के रूप में, जिसने दुष्ट राक्षसों के मेजबान को नष्ट कर दिया।

तृतीय हस्त महँ गदा प्रकाशन। 
सदा ताप-त्रय-पाप विनाशन।।
पद्म चतुर्थ हाथ महँ धारे। 
चारि पदारथ देने हारे।।
आपके तीसरे हाथ में एक चमकता हुआ क्लब है, जो सभी भौतिक, भौतिक और अलौकिक कष्टों और बुराइयों को दूर करता है। आपका चौथा हाथ एक कमल है, जो जीवन-धन, धार्मिक योग्यता, पौरुष और मुक्ति (जन्म और मृत्यु के चक्र से, मोक्ष) के सभी चार वरदानों को प्राप्त करता है

वाहन गरुड़ मनोगति वाना। 
तिहुँ लागत, जन-हित भगवाना।।
पहुँचि तहाँ पत राखत स्वामी। 
को हरि सम भक्तन अनुगामी।।
आपका संदेश गरुड़ है जो मन के रूप में तेज है और जिसे आप भगवान, अपने मतदाताओं की भलाई के लिए त्यागते हैं। वहाँ पहुँचकर आप उनके सम्मान की रक्षा करते हैं, क्योंकि आप अपने भक्तों का पालन करने में, हे हरि से मेल खाते हैं।

धनि-धनि महिमा अगम अनन्ता। 
धन्य भक्त वत्सल भगवन्ता।।
जब-जब सुरहिं असुर दुख दीन्हा। तब-तब प्रकटि, कष्ट हरि लीना।।
धन्य है, सभी धन्य हैं आपकी महिमा, हे भगवान, जो इंद्रियों द्वारा सभी समझ को पार करता है और अनंत है! और धन्य हैं आप जो अपने भक्तों को अपने बच्चों की तरह प्यार करते हैं! जब भी राक्षसों ने आकाशीय पिंडों को पीड़ित किया, आपने अपनी उपस्थिति बनाई और उन्हें अपने संकट से छुटकारा दिलाया।

जब सुर-मुनि, ब्रह्मादि महेशू। 
सहि न सक्यो अति कठिन कलेशू।।
तब तहँ धरि बहु रूप निरन्तर। मर्दयो-दल दानवहि भयंकर।।
जब ब्रह्मा और महेश जैसे देवताओं की सभा और सभी भजनों की कंपनी ने धीरज से परे अपनी पीड़ा को पाया तो आप हमेशा अलग-अलग रूपों में प्रकट हुए और राक्षसों के सभी भयानक झुंड को नष्ट कर दिया।

शैय्या शेष, सिन्धु-बिच साजित। 
संग लक्ष्मी सदा-विराजित।।
पूरण शक्ति धान्य-धन-खानी। आनंद-भक्ति भरणि सुख दानी।।
सर्प शेषा तुम्हारा सोफा है, पूरी तरह से बिस्तर पर, समुद्र के बीच में; आपकी कंपनी में धन की कभी न रहने वाली देवी लक्ष्मी हैं, जो शक्ति की सर्वोच्च और धन की अटूट खान हैं। धन्य है वह, जो आनंद को श्रेष्ठ बनाता है, भक्ति को निर्वाह करता है और आनंद का कारण बनता है।

जासु विरद निगमागम गावत। 
शारद शेष पार नहिं पावत।।
रमा राधिका सिय सुख धामा। 
सोही विष्णु! कृष्ण अरु रामा।।
हे विष्णु, यद्यपि आपका ऐश्वर्य वेदों और शास्त्रों द्वारा अभिभूत है, लेकिन यह इतना निरापद है कि अक्षर और उनके अर्थ के प्रवर्तक सरस्वती भी हैं, और शेषा, अपनी सभी हजार-जीभों के लिए इसे धारण करती हैं। आप लक्ष्मी, राधिका और सीता के लिए विष्णु, कृष्ण और राम के रूप में सभी आनंद के निवास हैं, जिनमें से सभी एक समान हैं।

अगणित रूप अनूप अपारा। 
निर्गुण सगुण-स्वरुप तुम्हारा।।
नहिं कछु भेद वेद अस भाषत। 
भक्तन से नहिं अन्तर राखत।।
आपके रूप अनगिनत, अतुलनीय और अनंत हैं; आप व्यक्तिगत और अवैयक्तिक दोनों हैं। वेदों में, उनके बीच कोई अंतर नहीं है, और न ही आपके और आपके मतदाताओं के बीच कोई अंतर है।

श्री प्रयाग दुर्वासा-धामा । 
सुन्दर दास, तिवारी ग्रामा।।
जग हित लागी तुमहिं जगदीशा। निज-मति रच्यो विष्णु चालीस।।
ओ ब्रह्मांड के स्वामी, सुंदरदास, जो कि तिवारी गाँव के निवासी हैं, ने इस भजन विष्णुचालीसा की रचना की और साथ ही वह आपके भक्तों के लिए भी कर सकते थे और इलाहाबाद में द्रष्टा के उपदेश में रहते हुए भी उन्होंने इसे आपको समर्पित किया।

जो चित दै नित पढ़त पढ़ावत। 
पूरण भक्ति शक्ति सरसावत।।
अति सुख वासत, रुज ऋण नासत। विभव विकाशत, सुमति प्रकाशत।।
वह जो जप करने के लिए दूसरों को जपता और प्रेरित करता है, यह भजन नियमित रूप से सभी ध्यान से भक्ति और प्रसन्नता दोनों से भर जाता है; वह सर्वोच्च खुशी में रहता है, बीमारी और कर्ज से उबरता है, और तेजी से समृद्ध होता जा रहा है, उसकी बुद्धि हर रोज तेज और तेज होती जा रही है।

आवत सुख, गावत श्रुति शारद। 
भाषत व्यास-वचन ऋषि नारद।।
मिलत सुभग फल शोक नसावत। अन्त समय जन हरिपद पावत।।
चार वेद, सरस्वती, व्यास और द्रष्टा नारद सभी इसे पढ़ते हैं और घोषणा करते हैं कि विष्णुचालीसा का ऐसा पाठ खुशी लाता है और जीवन के सभी स्वादिष्ट फल देने के अलावा, यह सभी दुखों को भी नष्ट करता है और अंत में सर्वोच्च स्थिति प्राप्त करने में मदद करता है।

।।दोहा।।
प्रेम सहित गहि ध्यान महँ, हृदय बीच जगदीश । अर्पित शालिग्राम कहँ, करि तुलसी नित शीश।।
क्षण भंगुर तनु जानि करि अहंकार परिहार । सार रूप ईश्वर लखै, तजि असार संसार ।।
सत्य शोध करि उर गहै, एक ब्रह्म ओंकार । आत्म बोध होवे तबै, मिलै मुक्ति के द्वार ।।
शान्ति और सद्भाव कहँ, जब उर फलहिं फूल । चालीसा फल लहहिं जन, रहहि ईश अनुकूल ।।
एक पाठ जन नित करै, विष्णु देव चालीस । चारि पदारथ नवहुँ निधि, देयँ द्वारिकाधीश।।
भक्त अपने मन में संसार के स्वामी को दृढ़ कर सकते हैं और गहन भक्ति के साथ अपने मन को अपने सिर पर झुका सकते हैं; क्या वे विष्णु की छवि को तुलसी के पत्ते चढ़ा सकते हैं और यह मानते हुए कि शरीर क्षणिक है, सभी अभिमान छोड़ दें। उन्हें सर्वोच्च प्रभु के रूप में एकमात्र वास्तविकता और दुनिया को असंवेदनशील मानना चाहिए। सत्य की खोज करने के बाद, भक्त रहस्यमय ब्रह्म ओम को धारण कर सकता है, जो ब्रह्म का प्रतीक है, उनके दिलों में, इसके लिए आत्म-साक्षात्कार और मोक्ष होगा। जब हृदय में शांति और सद्भावना के फूल खिलते हैं, तो भक्तों को इन चालीस छंदों का फल मिलता है और भगवान उनके अनुकूल हो जाते हैं। उसके लिए जो प्रतिदिन एक बार विष्णुचालीसा का पाठ करता है, द्वारिका (कृष्ण) के स्वामी चारों पुरस्कारों (धर्म (नैतिक पूर्णता), अर्थ (धन), काम (कामुक प्रसन्नता) और मोक्ष (अंतिम विमोचन) और नौ दिव्य कोष प्रदान करते हैं।

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' श्री विष्णु चालीसा:

               ।।दोहा।।
जय जय जय श्री जगत पति,जगदाधार अनन्त।
विश्वेश्वर अखिलेश अज, सर्वेश्वर भगवन्त।
महिमा, महिमा, आप स

श्री विष्णु चालीसा: ।।दोहा।। जय जय जय श्री जगत पति,जगदाधार अनन्त। विश्वेश्वर अखिलेश अज, सर्वेश्वर भगवन्त। महिमा, महिमा, आप स #समाज

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©KP TAILOR HD यहां पढ़ें उनकी प्रिय आरती और चालीसा-

खाटू श्याम की आरती:Khatu Shyam Ji ki Aarti

ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।

खाटू धाम वि

यहां पढ़ें उनकी प्रिय आरती और चालीसा- खाटू श्याम की आरती:Khatu Shyam Ji ki Aarti ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम वि #Quotes

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कृष्ण मेरे ओ, मुकुंद मुरारी..
( अनुशीर्षक ) 
ओ मेरे कान्हा बंसी बजैया,

साँवरे ओ साँवरे तोसे प्रीत मोहे लागी होती जाऊं मैं बस बावरी -बावरी, सुंदर मुख, छैल छबीले रास रसीले माधव मोरे काल

ओ मेरे कान्हा बंसी बजैया, साँवरे ओ साँवरे तोसे प्रीत मोहे लागी होती जाऊं मैं बस बावरी -बावरी, सुंदर मुख, छैल छबीले रास रसीले माधव मोरे काल

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©KP TAILOR HD वैसे तो हर महीने 2 एकादशी तिथि पड़ती है और इस तरह से एक साल में कुल 24 एकादशी तिथि होती है. यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन भगवान

वैसे तो हर महीने 2 एकादशी तिथि पड़ती है और इस तरह से एक साल में कुल 24 एकादशी तिथि होती है. यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन भगवान #Quotes

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