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Dee . . . . .चातक

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#Seema.k*_-sailent_*write@

पृथ्वी दिवस प्रथ्वी दिवस #EarthDay2021 #शायरी

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सांसो को तुम काबू में रखना पाओगे,

आओ चलो क्या तुम फिर से पेड़ लगाओगे
कुछ अपने लिए_
कुछ अपनों के लिए-
क्या मिलकर नया प्लेटफार्म बनाओगे!

©seema kapoor पृथ्वी दिवस

प्रथ्वी दिवस

#EarthDay2021

Ramesh yadav

पृथ्वी दिवस पर

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भर देंगे जुनून सारे
जहाँ पे।।
यहाँ पे क्या?
यहाँ-वहाँ पेड़🌲
लगायेंगे
सारे जहाँ पे।। पृथ्वी दिवस पर

Rj Suraj mishra

ऐसे ही हो प्रेमी पृथ्वी पर #समाज

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Ek villain

#पृथ्वी पर मंडराता गंभीर खतरा #adventure #Society

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सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट सीएसी द्वारा हाल ही में जारी स्टेटस ऑफ इंडिया एनवायरनमेंट 2022 रिपोर्ट के अनुसार मानवीय हस्तक्षेप मसलन जलवायु परिवर्तन प्राकृतिक संसाधनों का अधिक ध्वनि प्रदूषण और जंगलों की अंधाधुंध कटाई आदि का कमाया जाए प्रजाति भुगत रही है राष्ट्रीय रिपोर्ट में कहा गया कि पर्यावरण अनुपस्थित तंत्र के बुनियादी तन में छेड़छाड़ के 75% इंसानी गतिविधियों जिम्मेदार है वनों में रहने वाली स्तनधारियों की तेजी से विलुप्त होने की तिथि के महानगरों में हो रहे परिवर्तनों के लिए भी 6% तक इंसानियत ही जिम्मेदार है इस द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में दावा किया गया था कि पृथ्वी एक वैश्विक जेब में है उस घटना को कहते हैं जिसके वजूद से 80% प्रजातियां हो जाती हैं कि 5 घटनाओं के दौर में प्रवेश कर रही है आशंका जताई है कि इस चपेट में इंसान भी आएंगे इसी तरह की घटना करोड़ पचास लाख साल पहले हुई थी एक आदत हो गए थे आज भी लोग ऐसा ही मानते हैं की प्रजाति के गलत होने से मनुष्य में कोई खतरा नहीं

©Ek villain #पृथ्वी पर मंडराता गंभीर खतरा

#adventure

कमल यशवंत सिन्हा 'तिलसमानी'

मैं अपनी कविताओं से/ धरती की सतह पर 
एक जोरदार धक्का लगाना चाहता हूँ
धक्का इतना प्रभावी,बलशाली और तेज हो
कि विकृति उत्पन्न हो जाएं/ पृथ्वी की घूर्णन गति में
गड़बड़ा जाएं/ नक्षत्रों और तारों की गणनाएँ
असंगत हो जाएं 
अमीर-गरीब, ऊंच-नीच का हिसाब क़िताब
पूर्व के सारे बंटवारे,
बंटवारे:
सत्ताओं के/ पूंजी के
अधिकारों के/ कर्तव्यों के 
अवसरों के/ वंचनाओं के
जातियों के/ नस्लों के
सरहदों -भाषाओं और रंगों के
सब गड्डमड्ड हो जाएं
बंटवारे उलझकर एक वृत्त बन जाएं
ठीक पृथ्वी की तरह एकदम गोल
और...
पृथ्वी की नई घूर्णन गति में 
कहीं भी कोई क्षैतिज या ऊर्ध्वाधर बंटवारा न हो
सम्पूर्ण मानव समाज एक वृत्त हो...
जिसमें सब एक समान हो
सब देश एक हो...बिना सरहदों के

©Tilasmani KYS #पृथ्वी #कविता #क्रांति #परिवर्तन #Earth #Rotation #hindi_poetry #hindikavita #Tilasmani
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