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Naresh Bokan Gurjar
कुछ भी तो ना हुआ फिल्मों की तरह ना तुमने पलट के देखा ना लिपट कर रोयी देखता रहा मैं भी तुमको जाते ना हाथ पकड़ा ना गुजारिशें हुई कुछ भी तो ना हुआ फिल्मों की तरह ना तुमने पलट के देखा ना लिपट कर रोयी देखता रहा मैं भी तुमको जाते ना हाथ पकड़ा ना गुजारिशें हुई
Parul Sharma
महादेव का हार चंदन का श्रंगार खजाने का पहरेदार बीन का नृत्यकार अनोखा है इच्छाधारी नाग फिल्मों की कहानियों का कलाकार आज है नागों का त्योंहार मंगलमय हो सबके लिये नागपंचमी का त्योंहार पारुल शर्मा महादेव का हार चंदन का श्रंगार खजाने का पहरेदार बीन का नृत्यकार अनोखा है इच्छाधारी नाग फिल्मों की कहानियों का कलाकार आज है नागों का त्योंहार
yogesh atmaram ambawale
1980 से 90 तक के दशक में, घर नाम से शुरू होनेवाली बहुत पारिवारिक फिल्मे बनती थी. घर, घरद्वार, घर संसार, घर परिवार, घर घर की कहानी, घर एक मंदिर, घर हो तो ऐसा, घराना. इन फिल्मों की बात ही अलग थी.. इस हर एक फ़िल्म में या तो बड़ा भाई घर से निकलता था, या बाप को घर से बाहर निकाल दिया जाता था, फ़िर उसे सबसे छोटा बेटा या छोटा भाई या मुँह बोला लड़का उन्हें संभालता था.. पारिवारिक फिल्मे #collabratingwithyourquoteandmine #yqdidi #yqtaai #collab #moviequotes #परिवार #moviescript #familylove 1980 से 90 तक के द
Rajnish Shrivastava
चलते चलते एक दिन वो राहो मे हमको मिल गए मुरझाए हुए दो फूल बरसो बाद फिर खिल गए मीना कुमारी अपने ज़माने की बेहतरीन अदाकारा और शायरा थीं। 1 अगस्त 1933 को मुम्बई की एक चाल में जन्मीं मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था।
Shankki Sharma
बहुत दूर निकल जायँगे लाखों कोशिश कर लेना पर हम ना वापिस आएँगे ना ही तुम को सतायेंगे ना ही तुम को रुलाएंगे ना वास्तव में तेरे पास होँगे ना ही सपनो में आएँगे धीरे धीरे आहिस्ता आहिस्ता सब मुझको भूल जायँगे चलते चलते बहुत दूर निकल जायँगे शैंकी ♥️ मीना कुमारी अपने ज़माने की बेहतरीन अदाकारा और शायरा थीं। 1 अगस्त 1933 को मुम्बई की एक चाल में जन्मीं मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था।
Anjali Jha
एक दिन सबका यही हाल होता है यह जिंदगी एक दिन यहीं समाप्त हो जाता है जो आये हैं सबको एक दिन जाना है कौन यहां अपना है कौन पराया है क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाना है अकेले आये हो अकेले जाना है जिस रुह पे तुम्हें आज नाज है कल को वही मुट्ठी भर राख रह जायेगा यहाँ कौन अमीर है , कौन गरीब है एक दिन सबका यही हाल होता है आज ये तेरा है ये मेरा है सब यही रह जाना है क्या खोया क्या पाया सबका हिसाब यही रह जायेगा यहाँ तक कि तेरा शरीर भी तेरे साथ नही जायेगा किया हुआ तेरा काम ही तुझे मंजिल तक पहुंचायेगा इसलिए कर ले कुछ अच्छे काम वही तेरे साथ जायेगा मीना कुमारी अपने ज़माने की बेहतरीन अदाकारा और शायरा थीं। 1 अगस्त 1933 को मुम्बई की एक चाल में जन्मीं मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था।
Tera Sukhi
भटक गए वो रस्ते , जिन रास्तों पर तेरे क़दमों की महक , और कभी हम हुआ करते थे । मीना कुमारी अपने ज़माने की बेहतरीन अदाकारा और शायरा थीं। 1 अगस्त 1933 को मुम्बई की एक चाल में जन्मीं मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था।
_Ankahe_Alfaaz__
मेरे ये लफ्ज़ याद रखना , हमेशा मुस्कान बांटते रहना , बस कभी उम्मीद न रखना , हमेशा आगे बढ़ते रहना , कभी पीछे मुड़कर ना देखना , जिंदगी आगे बढ़ने का खेल है यारो । मीना कुमारी अपने ज़माने की बेहतरीन अदाकारा और शायरा थीं। 1 अगस्त 1933 को मुम्बई की एक चाल में जन्मीं मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था।