Nojoto: Largest Storytelling Platform

New उद्दंडता Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about उद्दंडता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उद्दंडता.

    PopularLatestVideo

Divyanshu Pathak

वासना में लिप्त थी एक गंधर्व सी जो कामना। मदयुक्त होकर हर रहा था प्रेम की आराधना।। ज्ञान और संस्कार का जो था बड़ा विद्वान वह। बस राग ईर्ष्या #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #मनमेंरामबसेहैं #KKC722 #पाठकपुराण

read more
वासना में लिप्त थी एक गंधर्व सी जो कामना।
मदयुक्त होकर हर रहा था प्रेम की आराधना।।

ज्ञान और संस्कार का जो था बड़ा विद्वान वह।
बस राग ईर्ष्या काम ने की भंग उसकी साधना।

सामने अदना सा मानव जब खड़ा उसके हुआ!
तब हुआ आभास उसको ये भला क्यूँ कर हुआ?

श्रीराम जग की चेतना है संकल्प कर्तव्यों भरे।
सम्मान और हैं शक्ति सीते  दुष्टता उसको हरे।

प्रेम को पीड़ा में बदला ये दोष है सबसे बड़ा!
सर्वशक्तिमान युग का बिन शीश रण में था पड़ा।

हे राम कल की आस हो राष्ट्र नायक भी बनो।
उद्दंडता को फिर तुम्हारे बाण से सबकी हनो। वासना में लिप्त थी एक गंधर्व सी जो कामना।
मदयुक्त होकर हर रहा था प्रेम की आराधना।।

ज्ञान और संस्कार का जो था बड़ा विद्वान वह।
बस राग ईर्ष्या

Divyanshu Pathak

https://youtu.be/VTFxVs6hnRw 💐💐💐 01. जय श्री राम --------------------- वासना में लिप्त थी एक गंधर्व सी जो कामना। मदयुक्त होकर हर रहा था प्रे #yqdidi #yqtales #yqhindi #प्रतिध्वनि #पाठकपुराण

read more
प्रतिध्वनि के स्वर ने
रचनाओं की प्रभावशीलता बेजोड़ कर दी।
मैं आदर्णीय उषा शर्मा जी और श्री के.के
तिवारी जी सहित सम्पूर्ण टीम का आभारी
रहूँगा। https://youtu.be/VTFxVs6hnRw
💐💐💐
01. जय श्री राम
---------------------
वासना में लिप्त थी एक गंधर्व सी जो कामना।
मदयुक्त होकर हर रहा था प्रे

Ansh Rajora

महाभारत काल में एक समय था जब माता कुंती अपने पिताश्री कुन्तिभोज के घर अपने सभी पुत्रों के साथ रहती थी उस समय विदुर जो कि महाराज धृतराष्ट्र क #yqdidi #sher #yqurdu #yqbhaijan #fakeera_series

read more
फितरत फकीरों सी  अता कर या  मौला
दुनिया में तिरी इंसा बने रहना आसां नहीं महाभारत काल में एक समय था जब माता कुंती अपने पिताश्री कुन्तिभोज के घर अपने सभी पुत्रों के साथ रहती थी उस समय विदुर जो कि महाराज धृतराष्ट्र क

Arsh

प्रकृति बहुत सताया तुमने,कितना रोई मैं, नहीं याद आता? नहीं.याद कितना बरसी मैं? बाढ़ आ गई,तुम नहीं चेते. ढह गई मैं,तुम्हारे डाले बोझ से. याद

read more
प्रकृति

बहुत सताया तुमने,कितना रोई मैं,
नहीं याद आता?
नहीं.याद कितना बरसी मैं?
बाढ़ आ गई,तुम नहीं चेते.
ढह गई मैं,तुम्हारे डाले बोझ से.
याद आता है ना केदारनाथ.

फाड़ डाली तुमनें मेरी सतरंगी चूनर,
पहाड़ों का खनन करके,
जंगलों का हरण करके,
और धरती का क्षरण करके,
काट डाले सभी पेड़
और सुखा डाला घटाओं का पानी

पूरी रचना कृपया caption में पढ़ें🙏 प्रकृति

बहुत सताया तुमने,कितना रोई मैं,
नहीं याद आता?
नहीं.याद कितना बरसी मैं?
बाढ़ आ गई,तुम नहीं चेते.
ढह गई मैं,तुम्हारे डाले बोझ से.
याद

Brijendra Dubey 'Bawra,

#कर्तव्यनिष्ठा मेरे शेरो- शायरी और काव्य रचनाओं को मिले आप के अपार स्नेह की बदौलत आज हम आपके लिये प्रस्तुत कर रहे अपनी प्रथम गद्य-रचना शीर्ष

read more
"कर्तव्यनिष्ठा'' 
शीर्षक पूरी कहानी नीचे पढ़े......
@Brijendra 'Bawra, #NojotoQuote #कर्तव्यनिष्ठा
मेरे शेरो- शायरी और काव्य रचनाओं को मिले आप के अपार स्नेह की बदौलत आज हम आपके लिये प्रस्तुत कर रहे अपनी प्रथम गद्य-रचना शीर्ष

Vishnu Dutt Ji Maharj

मित्रों,,,आज आपको एक ऐसे कथा के बारे में बताने जा रहा हूँ,, जिसका विवरण संसार के किसी भी पुस्तक में आपको नही मिलेगा,,और ये कथा सत प्रतिशत सत

read more
 मित्रों,,,आज आपको एक ऐसे कथा के बारे में बताने जा रहा हूँ,, जिसका विवरण संसार के किसी भी पुस्तक में आपको नही मिलेगा,,और ये कथा सत प्रतिशत सत
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile