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Ek villain

#कविराज की चुनावी पदावली #kissday #Society

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चुनाव लड़ने के लिए तैयार एक कवि जब किसी राजनीतिक दल से टिकट नहीं हासिल कर पाए तो उन्होंने एक चुनावी पदवाली तैयार कर दी हो लेकिन उन्होंने इस पदावली में मूल पद ना देकर केवल उन का भावार्थ दिया उन्होंने कहा कि भावार्थ देकर मूल पदों का अंदाजा अपने आप स्वयं लगा सकते हैं पहला पद कभी कहता है कि देश के 5 राज्य में चुनावी लहर चल रही है इसके आगे ना शीत लहर है ना जोर है और करो ना दीदी सी लहर का विभाजन राजनीतिक दलों से डीडी फिजिकल और वर्चुअल प्रचार के आगे बर्फीला हवाएं भी पार्टिकल होकर कमी न्यूज़ हो रही है बार-बार कहा डोर फ्रिज में फ्री जड़ से निकलती लेकिन कर्म चुनावी गरम देखकर फिर लौट जाती कोविड-19 की बोतल में पानी बढ़ता नजर आ रहा है 2 गज की दूरी और किसकी सरकार दूसरे पद कभी भाव विभोर होकर आगे कहते हैं कि धर्म ग्रंथ में बोर में सूर्योदय और सूर्यास्त के गोलू दो ला बेला का जो वर्णन किया गया चुनावी बेला में उसके तुलना नहीं है वह दोनों भी नहीं तो प्रतिदिन धरती की और लोकगीत करती है किंतु चुनावी बिना 5 साल में एक बार आती है इस प्रकार यह दुर्बल है जिस प्रकार उच्च कोटि के मेलकोर नहाने किसी से दूर जाने की प्रतीक्षा करते हैं

©Ek villain #कविराज की चुनावी पदावली

#kissday

सुरेश चौधरी

आध्यात्मिक पदावली #विचार

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Aditya Yadav

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Vaibhav G

भासते मज पावला पाऊली तुझी आस... #propose

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सुरेश चौधरी

कृष्ण श्रृंगार पदावली #कविता

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12 नवम्बर 2022
आज की श्रृंगार पदावली

श्याम तन लाग्यो हियो प्रभु सुध लीज्यो।
चपल चितवन मुख अलकावली, मोहनी सूरत मन उलझ्यो
वेणु  धुन  नाच  बावरी  भई, उर छब नटवर की धर दीज्यो
श्याम तन लाग्यो हियो प्रभु सुध लीज्यो।

चंचल लोचन मुख मोर मुकुट, कटि करधनी केयूर माणिक
बांकी  चितवन  बांको  खड्यो, मेरो  बांके  बिहारी  तनिक
नैनन  आन  बस्यो  सांवरो, पलक  निर्मल बन्द कर दीज्यो
श्याम तन लाग्यो हियो प्रभु सुध लीज्यो।

कालिंदी  तट कदम्बन  डार, वेणु स्वर कलकल सरित गान
रास  मदिर  गोपी  संग  नाच,  माधव मोहक  मंजीर  तान
प्रीत भरी प्रभु सूरत प्यारी, इंदु मति सुमति अनुपम कीज्यो
श्याम तन लाग्यो हियो प्रभु सुध लीज्यो।


दोहा:
तिरछी चितवन चंचला, चपल कटीले नैन
बैठ  मुस्काय   सांवरो,  मीठे  मादक  बैन

सुरेश चौधरी 'इंदु'

©सुरेश चौधरी  कृष्ण श्रृंगार पदावली

Harsh Dantre

यादों की गठरी #कविता

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