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New खटका दाबला Quotes, Status, Photo, Video

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somnath gawade

खटका

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    एखादी गोष्ट
   'खटकली' की
लगेच बोलून दाखवा.
उगाच 'खटका' पडायची
   वाट पाहू नका!
 खटका

somnath gawade

#खटका

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'नियमां'वर बोट ठेवून
काम होत नसेल तर
'खटक्या'वर बोट ठेऊन
पाहा.😃😆🔫🔫 #खटका

Anupama Jha

भीगे-भीगे मौसम में मन भी भीगा भीगा सा है
बहुत कुछ दिल में अटका अटका सा है
गुज़ारिश बादलों से जमकर बरसने की
बहाना है कुछ गलतफहमियों को,
जो खटका खटका सा है....
                                    -©Anupama 





















     #खटका#अटका#बारिश#yqdidi

Suyash

मन करे तो हमें याद कभी भी कर लेना जब चाहे दिल का दरवाजा खटका देना 💞 #yqlife #lovequotes #lovetales #lovethoughts #lovequote #yqlove yqlo #yqlovequotes

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मन करे तो हमें याद कभी भी कर लेना

जब चाहे  दिल का दरवाजा खटका देना 💞 मन करे तो हमें याद कभी भी कर लेना

जब चाहे  दिल का दरवाजा खटका देना 💞

#yqlife #lovequotes #lovetales #lovethoughts #lovequote #yqlove #yqlo

Rashmi Yadav

ए मौत आने के पहले कुछ खटका दे जाना ताकि जिंदगी के बचे हुए काम कुछ मिनटों में खत्म कर जाएं बहुत सालों से कुछ रूठे हुए लोग जिंदगी में हैं उनक #nojotophoto

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 ए मौत आने के पहले कुछ खटका दे जाना ताकि जिंदगी के बचे हुए काम कुछ मिनटों में खत्म कर जाएं
बहुत सालों से कुछ रूठे हुए लोग जिंदगी में  हैं
उनक

Abhishek Vishwakarma

हाथों में हथकड़ी पैरों में बेड़ियाँ और ज़ुर्म न जाने किसका है। हँस तो रहे बड़ी देर से वो चेहरा न जाने किसका है। यहां राह किसी को पता नहीं ह #lovequotes #hindishayari #yqdidi #yqhindi #yqquotes #मंजिल

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हाथों में हथकड़ी पैरों में बेड़ियाँ 
और ज़ुर्म न जाने किसका है।
हँस तो रहे बड़ी देर से वो
चेहरा न जाने किसका है।
यहां राह किसी को पता नहीं
हर वक्त मुसाफ़िर भटका है।
जो पहुंचा मंजिल को अपनी
यहां हर किसी को खटका है।  हाथों में हथकड़ी पैरों में बेड़ियाँ 
और ज़ुर्म न जाने किसका है।
हँस तो रहे बड़ी देर से वो
चेहरा न जाने किसका है।
यहां राह किसी को पता नहीं
ह

Rimpi chaube

#दर्द हर साल रब मुझसे, एक नया खेल खेलता है पहले अजीज बनाता है किसी को,फिर उसी को छीन लेता है पहली दफा दर्द नया नया सा था,चुभा ज्यादा...खटका #शायरी

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हर साल रब मुझसे, एक नया खेल खेलता है
पहले अजीज बनाता है किसी को,फिर उसी को छीन लेता है
पहली दफा दर्द नया नया सा था,चुभा ज्यादा...खटका ज्यादा, 
अब दर्द से दोस्ती सी हो गई मेरी..... 
ये अब जब भी दिल के करीब आता है,दिल झेल जाता है!!

©Rimpi chaube #दर्द 
हर साल रब मुझसे, एक नया खेल खेलता है
पहले अजीज बनाता है किसी को,फिर उसी को छीन लेता है
पहली दफा दर्द नया नया सा था,चुभा ज्यादा...खटका

सोमेश त्रिवेदी

इक नज़र का दोष है जो इस क़दर भटका हुआ हूं, ये है पता कि रिस्क है पर प्यार में लटका हुआ हूं। जिस गली है घर तेरा उस गली में हो बसेरा, पर डर ह #somesh_trivedi

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इक नज़र का दोष है
जो इस क़दर भटका हुआ हूं,
ये है पता कि रिस्क है
पर प्यार में लटका हुआ हूं।

जिस गली है घर तेरा
उस गली में हो बसेरा,
पर डर है तेरे बाप की
नजरों में मैं खटका हुआ हूं।

इश्क़ में जब तक कुटाई
या पिटाई हो नहीं,
जमकर सुताई हो नहीं
जमकर धुनाई हो नहीं। 

तब तक नहीं मिलता है दर्जा
मजनुओं को मजनुओं का,
इसी आसरे में आसरा है
इसी आसरे अटका हुआ हूं।

ये है पता कि रिस्क है
पर प्यार में लटका हुआ हूं  #NojotoQuote इक नज़र का दोष है
जो इस क़दर भटका हुआ हूं,
ये है पता कि रिस्क है
पर प्यार में लटका हुआ हूं।

जिस गली है घर तेरा
उस गली में हो बसेरा,
पर डर ह

yogesh atmaram ambawale

लेखकानों💕 सुप्रभात. आजचा विषय आहे अपेक्षा... अपेक्षा करणे हे चांगल कि वाईट? हे स्वाभाविक आहे कि नाही? तुम्हाला काय वाटतं हा शब्द बोल्यावर. च #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #अपेक्षा1 #अपेक्षा2

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अपेक्षा..चांगले की वाईट ?
स्वतःकडून काही अपेक्षा असल्यास नेहमीच चांगले,
कारण त्या जो पर्यंत पूर्ण होत नाहीत,आपल्या मनाला शांती भेटत नाही,
स्वतः कडून ठेवलेल्या अपेक्षेमुळे मन ही नाराज होत नाही.
तेच जर अपेक्षा इतरांकडून ठेवल्या तर वाईट,
कारण अपेक्षा पूर्ण न झाल्यास मन ही नाराज होते नि चांगले नाते ही तुटते.
आणि जर का इतरांकडून ठेवलेली अपेक्षा पूर्ण झाली की पुन्हा अपेक्षा वाढत जाते.
आणि हळू हळू अपेक्षांचा ओझ्याखाली माणूस दाबला जातो.
स्वकर्माने काहीच करायचे नाही फक्त दुसऱ्यांवर अवलंबून राहायचे इतकेच जाणतो. लेखकानों💕
सुप्रभात.
आजचा विषय आहे
अपेक्षा...
अपेक्षा करणे हे चांगल कि वाईट?
हे स्वाभाविक आहे कि नाही?
तुम्हाला काय वाटतं हा शब्द बोल्यावर.
च

yogesh atmaram ambawale

लेखकानों💕 शुभसंध्या. आताचा विषय जरा खोल आहे पण छान आहे स्वत:ला व्यक्त करण्यासाठी. आताचा विषय आहे तक्रार ही नाही... चला तर मग छान छान रचना तय #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #तक्रार1

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ज्यांना बोलता येतं ते तक्रार करतील,
पण ज्यांना बोलता येत नाही ते काय करतील.
हिरवळ राने,झाडेझुडपे अनेक कामांसाठी कापले जातात,
पर्यावरणाला धोका निर्माण होईल असेही वागले जातात.
ह्या झाडाझुडपांना बोलता येत नाही बिचारे तक्रार तरी कुठे करणार.
समुद्र,नदी,नाले,गटारे ह्यांची ही तक्रार असते,
ह्यांच्यावर अनधिकृत बांधकाम करून ह्यांचेही अस्तित्व मिटवले जाते.
ह्यांची तक्रार कोण ऐकणार,कोण ह्यांच्यासाठी आवाज उठविणार.
जो आवाज उठवतो त्याचा आवाज दाबला जातो,
कारण त्याच्या मागे कुणी खंबीर नसतो.
ना पैसा आडका असतो ना ही कुणाचा पाठिंबा असतो,
तक्रार करायला जाता त्याच्याकडे कुणाचंच लक्ष नसतं,
आवाज उठवता उठवता त्यालाच दाबलं जात.
तक्रार विषयच असा आहे जो अस्तित्वात आहे,
पण त्याचा काही फायदा नाही. लेखकानों💕
शुभसंध्या.
आताचा विषय जरा खोल आहे
पण छान आहे स्वत:ला व्यक्त करण्यासाठी.
आताचा विषय आहे
तक्रार ही नाही...
चला तर मग छान छान रचना तय
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