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Jyoti choudhary

अग्नि से जन्मी मैं किस्मत की बेबसी मैं पांचाली मैं यज्ञसनी मैं धर्म के लिए जन्मी मैं धर्म के नाम पर अपमानित मैं विधवान योधाओं की आर्या #Krishna #Mahabharat #yqbaba #yqdidi #draupadi #yqdiary #jyotichoudhary #Infinitequotes

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कहानी द्रौपदी की... 

रिश्ता मेरा था 
      विश्वास का
अभिमान था मुझे 
      अपनो का

Read in caption ......

-📝Jyoti Choudhary (monu) 

     अग्नि से जन्मी मैं 
किस्मत की बेबसी मैं 
पांचाली मैं यज्ञसनी मैं 
धर्म के लिए जन्मी मैं 
धर्म के नाम पर अपमानित मैं 
विधवान योधाओं की आर्या

Arjun Parmar

अर्जुन #कामुकता

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Ravi Kumar Chaman

अर्जुन

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Mr. Arjun Singh

# अर्जुन – #Shayari

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मसरूफ थे सब लोग अपनी ज़िंदगी
सुलझने में।
जरा सी ज़मीन क्या हिली
सब को खुदा याद आ गया

©Mr. Arjun Singh # अर्जुन –

अरुण शुक्ल ‘अर्जुन'

अर्जुन

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यूं तो हम उतावले न थे उनके हुस्न-ए-दीदार को।

यह "उनके मिलन का भाव" ही था जो हम बेकरार हो गए। अर्जुन

ARJUN OSARI

अर्जुन #शायरी

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नजर कहा है और हम  कहा है यार apny तो apny होते हैं  जी हम

©ARJUN OSAR अर्जुन

अरुण शुक्ल ‘अर्जुन'

अर्जुन

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वक़्त कब वक़्त को वक़्त देने लगा।
स्वार्थी आदमी अब तो होने लगा,।
चमन में पूर्व की ओ हरियाली कहां।
पुष्प - गुच्छक कागज का जबसे होने लगा। अर्जुन

ankit kumar mishra

# अर्जुन – #कविता

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Dr. H(s)uman , Homoeopath

रुक ज़रा संभल ज़रा क्यों तू रो रहा
अस्तित्व की तलाश में क्यों तू भाग रहा
तेरा वजूद तेरे अंदर ही है क्यों तो भूल रहा
स्वयं को जान ले 
मत भाग जमाने की होड़ में
बन जा अर्जुन क्यों तू कृष्ण को भूल रहा

©Dr. H(s)uman , Homoeopath #अर्जुन

Tara Chandra

तू...
स्वयं, स्वयं का भाग्य बन,
स्वयं, स्वयं का ईश बन,
उठा हर अस्त्र-शस्त्र तू,
प्रलय का ग्रास ना बने।।

तू पार्थ है, बस युद्ध कर,
अजेय तू, संकल्प भर,
दिशाविहीन मार्ग पर,
न चल तू लक्ष्य साधने।।

चन्द्र सा तू दीप्तमान,
सूर्य का तू तेज बन,
गांडीव है सामीप्य में,
बढ़ा तू हाथ, थामले।।

योग! चक्र! धार उठ,
तू काल से महाकाल लड़,
ध्वस्त कर तू अड़चनें,
सृष्टि कष्ट दूर कर।।

पाताल-स्वर्ग एक कर,
वियोग शोक दूर कर,
उठा हर अस्त्र-शस्त्र तू,
प्रलय का ग्रास ना बने।।

©Tara Chandra Kandpal #अर्जुन
#apjabdulkalam
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