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Shankar kamble
ऋतू आला चैतन्याचा गंध दरवळे ओला साज शृंगारली धरा लपेटून गर्द शेला सर वेडी श्रावणाची क्षण येते क्षण जाते पाठशिवी ऊन छाया उलगढे गूढ नाते पानोपानी ती नवाळी हिरवाई माखलेली सप्तरंगी इंद्रचापी महिरपी रेखलेली श्रावणात सृष्टी न्हाली अंकुरले मातीपोटी बीज आशेचे कोवळे स्वप्नं रेखते ललाटी हर्ष उल्हास मनाला नवी मिळते उभारी मांगल्याचे, नाविन्याचे सजे तोरण हे दारी भूल पडली देहाला सारा सुखद सोहळा मनीं झूले आठवांचा मधू सूरम्य हिंदोळा ©Shankar kamble #श्रावण #श्रावणमास #पाऊस #श्रावण_सर #श्रावणधारा #श्रावणी_सोमवारी #श्रावणातील #पाऊसाततुझीआठवण
काव्यात्मक अंकुर
श्रावणधारा हसणं तुझं जगणं माझं धडधड हृदयातली वाढू दे स्पर्शाने तुझ्या मोहाने माझ्या मिलन दोघातले घडू दे ओली माती, हिरवं रानं प्रेमाच्या स्पंदनाने श्रावणधारा कोसळू दे ©अंकुर #काव्यात्मकअंकुर🌱 #श्रावणधारा #अंकुर #काव्यात्मकअंकुर🌱 #rain #Love #marathi #lovequotes #writeaway #wordporn #nojotomarathi
river_of_thoughts
Life is too short.. चल पड़ूं यूं ही या दिल-वो-कदम रहूं थाम कि होगी बहुत जल्दबाजी अभी या दम-ए-बाद-ए-सबा है बाक़ी अब भी ... ? साया-ए-जिस्म ही जानता है साया-ए-जिस्म को ही है खबर जेहन-वो-जिगर में मेरे बसा तू किस कदर। @manas_pratyay #Life@shadow #कविताई #कविता #कवितांश
river_of_thoughts
Standing near the window, I saw कुछ भी ठीक नहीं, पर इतना है जरूर जीवन गतिमान,.बहा जा रहा अनवरत... स्तब्ध खड़ा मूकदर्शक मैं, देख रहा प्रश्नगत...! @manas_pratyay देख_रहा_प्रश्नगत #कविताई #कविता @manas_pratyay©ratan_kumar
river_of_thoughts
#तज़ाद #कविताई #कविता @manas_pratyay©gulam_yazdani
river_of_thoughts
Trust me HER STEP भरोसा -जो एक बार टूटे तो, दुबारा नहीं होता। फिर भी, भरोसा करना पड़ता है- मजबूरी है या, इसे समझौता कह लो! और, समझौता ज़िन्दगी है। फिर कमिटमेंट से आदमी का विचलन!... आदमी का स्वभाव। दोनों, एक-दूसरे से जुड़े हैं। @manas_pratyay #Life @commitment_n_compromise #कविताई #कविता ©ratan_kumar
river_of_thoughts
#break_up @gulmohar ढूंढते किसी गुल मोहम्मद का अकाउंट सर्चलिस्ट में व्हाट्सऐप के निकल आए इमेज वो सारे फूल- अमलतास, गुलमोहर के! इनके संग ही, बह निकली- सौंधी-सुखन तेरी यादों की महक से सराबोर हवा भी फिज़ाओं में हर्षों, गूंजती वो बात-सी - गुलमोहर तुम्हें अच्छे लगते! हां, तुमने ही चाहा था रोप सको इक पौध गुलमोहर का... पर, बताओ तो, पौध वो गुलमोहर का क्या हो पाया दरख्त...? @manas_pratyay #BreakUp@gulmohar #कविताई #कविता ©ratan_kumar
river_of_thoughts
Under the sky फिर ठिठक दोनों, यूँ ही, अचानक! देखते रहे... अनंत संभावना-समन्दर और निस्सार-प्रतिफलन-आकाश मिलते थे वहाँ निर्वात वह "यूटोपिया" है, जगत में, और स्वपन-आभास हकीकत नहीं, सहमत हुए दोस्त। @manas_pratyay #Sky@nissaar_pratifalan #कविताई #कविता ©ratan_kumar
river_of_thoughts
I feel loved when अक्सरहां, एन०एच० किनारे, दरख़्त-टहनियों पर प्रच्छन्न गुलमोहर-रंगी छांव के नीचे यादों की क्या, इसी दरिया में तिरता ही रहता है कभी खींचा गया वो सेल्फी भी मेरा, गुलमोहरिया ही बैकग्राउंड वाला...? @manas_pratyay #Love@gulmohar #कविताई #कविता ©ratan_kumar